कालिम्पोंग: पश्चिम बंगाल के कालिम्पोंग जिले में गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट (जीएनएलएफ) के नेता रोशन लामा की सोमवार देर रात पहाड़ियों में हत्या कर दी गई. इस घटना से कालिम्पोंग में हड़कंप मच गया है और इसका पहाड़ी राजनीति पर असर पड़ने की उम्मीद है. माना जाता है कि लामा पर पहले धारदार हथियारों से हमला किया गया और फिर पहाड़ से धक्का देकर खाई में फेंक दिया गया, जिससे उनकी तत्काल मौत हो गई.
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग व परिजन मौके पर पहुंचे और उन्हें अस्पताल ले गए. अस्पताल में चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पुलिस सूत्रों के अनुसार मृतक जीएनएलएफ नेता अपर न्योंग, पेडोंग, कलिम्पोंग के रहने वाले थे. वह कालिम्पोंग नगर पालिका के पूर्व पार्षद भी थे. इतना ही नहीं, पार्टी सूत्रों ने बताया कि वह जल्द ही जीएनएलएफ के कालिम्पोंग जिला अध्यक्ष बनने जा रहे हैं.
कालिम्पोंग के पुलिस अधीक्षक अपराजिता राय ने कहा कि परिवार के लोगों ने हमारे पास हत्या और अपहरण की शिकायत दर्ज कराई है. छापेमारी कर मुख्य आरोपी शेरिंग शेरपा को गिरफ्तार कर लिया गया है. हत्या में वह शामिल है या नहीं इसकी जांच की जा रही है. हत्या का मामला भी दर्ज किया गया है. आरोपी को मंगलवार को कालिम्पोंग अदालत लाया गया और पुलिस हिरासत में लेने का अनुरोध किया गया.
रोशन लामा के भाई भूषण लामा ने कहा कि कल रात हमें खबर मिली कि दादा (बड़े भाई) को खाई में फेंक दिया गया है. हमें अस्पताल बुलाया गया. हमने आकर देखा कि दादा मर चुके थे. पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. हमें नहीं पता कि घटना के पीछे कोई राजनीतिक साजिश है या नहीं. पारिवारिक सूत्रों ने कहा कि रोशन लामा सोमवार को सिक्किम के रंगपो से अपने परिवार के साथ कालिम्पोंग लौट रहे थे.
वापस लौटते समय बरमेक-देवराली के पास उनकी कार की बाइक से मामूली टक्कर हो गई. इस दौरान जीएनएलएफ नेता ने पहले बाइक सवार से माफी मांगी, लेकिन मामला बढ़ने पर वह बाइक चालक व राहगीरों से भिड़ गए. मारपीट के दौरान आरोपी शेरिंग शेरपा ने अचानक धारदार हथियार से उन पर हमला कर दिया. आरोप है कि रोशन लामा के बुरी तरह घायल होने पर उन्हें खाई में फेंक दिया गया. परिजनों ने स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया, लेकिन उनकी मौत हो चुकी थी.