कोलकाता: 'प्यार सबको जोड़ता है' एक पुरानी कहावत है, जो व्यापक रूप से सुनी जाती रही है. लेकिन खाने से प्यार होने के चलते कोई कश्मीर से कोलकाता तक की यात्रा करे, यह शायद किसी ने पहली बार सुना होगा. मोहम्मद अख्तर एक ऐसे शख्स हैं, जो कश्मीर से सीधे कोलकाता के जकरिया स्ट्रीट आए, क्योंकि वह खाने के बहुत शौकीन हैं और यहां वह रोजा इफ्तार करना चाहते थे. रमजान के महीने में जकारिया स्ट्रीट फूड लवर्स के लिए जन्नत के समान है.
रमजान माह के दौरान यहां पर खाने के शौकीन लोगों की भारी भीड़ देखने को मिलती है. इफ्तार के दौरान लजीज खाने की तलाश में दुकान-दर-दुकान पर लगी भीड़ के बीच यह युवक घूम रहा था. उसकी आंखों में उत्साह साफ झलक रहा था. वह हर दुकान पर एक ही फरमाइश लेकर हाजिर हो रहा था. खाने के सामान की कीमत पूछने के बाद उसने रेशमी कबाब और चिकन तंदूरी का ऑर्डर दिया और दावत शुरू हो गई.
अख्तर ने ईटीवी भारत को बताया कि मैं कश्मीर से हूं. यह पहली बार है, जब मैं सिर्फ खाने के लिए कोलकाता आया हूं. सोशल मीडिया ने रमजान के महीने के दौरान कोलकाता में जकारिया स्ट्रीट की हलचल भरी भीड़ देखी है. कपड़े से लेकर लच्छे और स्वादिष्ट भोजन तक सब कुछ बेचते हुए, जकारिया स्ट्रीट हर साल इस समय के दौरान उत्सव का रूप धारण कर लेती है. अख्तर ने नखोदा मस्जिद के सामने अपने समुदाय के बाकी लोगों के साथ शाम की नमाज के बाद खजूर और कोल्ड ड्रिंक के साथ अपना रोजा तोड़ा.
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इसके बाद ही उसने कबाब चखना शुरू किया. एक-एक करके उसने ज़कारिया स्ट्रीट की दुकानों के सभी लोकप्रिय खाद्य पदार्थों का स्वाद चखा. मुर्ग चंगेजी, मुर्ग तिमुरीर, फालूदा, हलीम, माई अकबरी, फ़िरनी, शाही टुकड़े और बहुत कुछ उसने खाया. वह हाजी अलाउद्दीन की मिठाइयों के साथ अपने दिन का अंत करता है. अख्तर दो दिनों के लिए यहां रुका हुआ है और इस दौरान वह अलग-अलग व्यंजनों का स्वाद लेगा और फिर इस यादों के साथ कश्मीर वापस लौट जाएगा.