नई दिल्ली : देश के कई हिस्सों में बारिश जारी है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के बाद येलो अर्लट जारी किया है. विभाग ने येलो अलर्ट 4 मई से 7 मई तक के लिए जारी किया है. चेतावनी में कहा गया है कि राज्य के अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने की घटनायें हो सकती हैं.
मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 6 से 14 डिग्री नीचे गिर जाने के कारण राज्य में ताजा बर्फबारी हुई. वहीं, दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार सुबह कोहरे की मोटी परत छाई रही. बुधवार को दिल्ली में बारिश हुई थी. जिसके कारण निचले इलाकों में पानी भर गया. राजधानी की प्रमुख सड़कों पर वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई.
आईएमडी ने कहा कि गुरुवार को शहर का न्यूनतम तापमान 20.2 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है. आईएमडी ने जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश में आंधी के साथ हल्की से मध्यम बारिश और बिजली गिरने की भविष्यवाणी की है. इसके अलावा छत्तीसगढ़, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र और गोवा में भी बारिश की संभावना जताई है.
मौसम विभाग ने कहा है कि 5 मई से इस क्षेत्र में बारिश का एक नया दौर शुरू होने की संभावना है. पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में छिटपुट से व्यापक वर्षा और बर्फबारी होने की संभावना है. मौसम विभाग ने कहा है कि अगले दो से तीन दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में भी छिटपुट बारिश होने की संभावना है.
पूर्वोत्तर भारत : आईएमडी ने अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है. मौसम विभाग ने कहा कि पश्चिम बंगाल में अलग-अलग स्थानों पर बिजली, गरज और तेज हवा (40-50 किमी प्रति घंटे) के साथ छींटे पड़ने की संभावना है.
मध्य भारत : छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के इस क्षेत्र में तेज हवा, गरज के साथ बिजली चमकने और हल्की या छिटपुट बारिश होने की संभावना है.
दक्षिण भारत : दक्षिणी भारत के राज्यों में तेज हवा और गरज के साथ बारिश होने और बिजली चमकने की संभावना है.
मौसम विभाग ने 9 मई के आसपास बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवात की भविष्यवाणी की : भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को कहा कि नौ मई के आसपास बंगाल की खाड़ी (बीओबी) के ऊपर चक्रवात बनने की संभावना है. आईएमडी ने कहा कि 6 मई के आसपास बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में एक चक्रवाती संचलन बनेगा, जो 7 मई को उसी क्षेत्र में एक कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हो जाएगा.
सिस्टम के अगले दिन एक अवसाद में केंद्रित होने की संभावना है. इसके बाद बंगाल की मध्य खाड़ी की ओर लगभग उत्तर की ओर बढ़ते हुए इसके तीव्र होने की अच्छी संभावना है. हालांकि, आईएमडी ने अभी तक इसकी तीव्रता, पथ और ओडिशा तट पर प्रभाव की भविष्यवाणी नहीं की है. आईएमडी के महानिदेशक (डीजी) मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि कम दबाव के बनने और 9 मई तक चक्रवात में इसकी तीव्रता पर सहमति है.
महापात्र ने कहा, हमने इसके पथ और तीव्रता और भूमि पर उस क्षेत्र को निर्दिष्ट नहीं किया है, जहां इसके हिट होने की संभावना है. एक बार कम दबाव बनने के बाद, हम लैंडफॉल और इसकी तीव्रता के बारे में विस्तृत भविष्यवाणी प्रदान करेंगे. उन्होंने सलाह दी कि मछुआरों को 7 मई से दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में नहीं जाना चाहिए.
डीजी ने स्पष्ट किया कि ओडिशा तट के लिए कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है और ओडिशा पर सिस्टम के संभावित प्रभाव के बारे में कोई पूवार्नुमान नहीं है. महापात्र ने लोगों से संभावित चक्रवात से नहीं घबराने, बल्कि किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहने का आग्रह किया. पिछली गर्मियों में आए चक्रवाती तूफान 'फनी' ने 3 मई, 2019 को पुरी के पास ओडिशा तट पर दस्तक दी थी. इसने राजधानी भुवनेश्वर सहित तटीय ओडिशा में व्यापक तबाही मचाई थी.
(इनपुट एजेंसियां)