यमुनानगर: उत्तर भारत में इन दिनों बारिश ने तबाही मचा दी है. रोजाना हो रही तेज बारिश के चलते लोग परेशान हो गए हैं. जगह-जगह से जलभराव की तस्वीरें सामने आ रही हैं. ताजा खबर यमुनानगर से सामने आई है. लगातार हो रही तेज बारिश के चलते यमुना नदी का जलस्तर बढ़ता जा रहा है.
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रविवार शाम 4 बजे तक यमुना का जलस्तर 1 लाख 11 हजार क्यूसेक दर्ज किया गया. सितम ये है कि अब यमुनानगर हथनीकुंड बैराज के सभी 18 गेट दिल्ली की तरफ खोल दिए गए हैं. जिसके चलते हथनीकुंड को मिनी फ्लड घोषित किया गया है. बता दें कि ये पानी 72 घंटे के भीतर दिल्ली पहुंच जाएगा. यमुना नदी के कैचमेंट एरिया में लगातार बरसात जारी है. अभी यमुना नदी में और भी जलस्तर बढ़ने की संभावना जताई जा रही है.
हरियाणा के यमुनानगर हथनीकुंड बैराज पर यमुना नदी हिमाचल और उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों से निकलकर धरातल पर पहुंचती है. हिमाचल और उत्तराखंड में 2 दिन से हो रही लगातार बरसात के चलते यमुना नदी में पानी लगातार बढ़ रहा है. रविवार सुबह 10 बजे हथनीकुंड बैराज पर 60,000 क्यूसेक पानी दर्ज किया गया था. जिसके बाद 11 बजे तक 71,000 क्यूसेक पानी दर्ज किया गया. - विजय गर्ग, सिंचाई विभाग अधिकारी
बाद में 12 बजे तक बढ़कर 84,000 पर जा पहुंचा. अंदाजा लगाया जा सकता है कि लगातार कितनी तेज बारिश हो रही है. ये आंकड़ा केवल इतने तक ही नहीं थम गया, बल्कि 4 बजे ये बढ़कर 1 लाख 11 हजार क्यूसेक तक पहुंच गया. प्रशासन की ओर से लगातार नजर रखी जा रही है.
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प्रशासन की तरफ से पहले ही यमुना नदी में क्रॉसिंग के लिए बनाए गए अस्थाई रास्तों को प्रयोग में ना लाने की भी हिदायत दी गई थी. वहीं, बात करें तो यमुना नदी के कैचमेंट एरिया में लगातार बरसात जारी है और यमुनानगर में भी बरसात हो रही है. यमुनानगर के नदी नाले भी उफान पर हैं और यमुना नदी के कैचमेंट एरिया में हो रही बरसात के चलते यमुना नदी में भी बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो चुकी है. जिससे यमुनानगर के दर्जनों गांव को क्षति पहुंच सकती है.