गांधीनगर: प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल की उपस्थिति में कांग्रेस नेता श्वेता ब्रह्मभट्ट ने अपने पिता नरेंद्र ब्रह्मभट्ट के साथ भाजपा के राज्य मुख्यालय कमलम में औपचारिक रूप से भाजपा का दामन थाम लिया. श्वेता ब्रह्मभट्ट ने 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर मणिनगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था.
जाने श्वेता ब्रह्मभट्ट का विचार: भाजपा में शामिल होने के दौरान श्वेता ब्रह्मभट्ट ने कहा कि उन्होंने कुछ साल पहले एक लक्ष्य के साथ राजनीति में प्रवेश किया था. हालांकि, कांग्रेस में उनका लक्ष्य पूरा नहीं हुआ है. जीवन में हमारे सामने आने वाली हर कठिनाई के माध्यम से ईश्वर एक नया मार्ग बनाता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही अपना सम्मान अर्जित कर लिया है. भाजपा के कार्यकर्ता और नेता हमेशा चलते रहते हैं. मैं यहां काम करने आयी हूं, पैसा कमाने के लिए नहीं. मुझसे कोई वादा नहीं किया गया है. हालांकि, अगर भाजपा मुझे टिकट देती है, तो मैं निश्चित रूप से कार्यालय के लिए दौड़ूंगी. कांग्रेस में जहाज का कोई कमांडर नहीं है. सुनने वाला कोई नहीं है. कांग्रेस का कोई उद्देश्य नहीं है.
आप कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में क्यों शामिल हुईं ? यह एक ऐसा प्रश्न है जिसका उत्तर एक वाक्य में नहीं दिया जा सकता. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एक परिवार है. मेरे दिमाग में यही दृष्टि है. इस खास दिन पर मेरे उदार नेताओं ने भी मुझे शुभकामनाएं भेजी हैं. मैं एक सुशिक्षित व्यक्ति हूं. अपने विचार को साकार करने के लिए, मुझे एक राजनीतिक दल की आवश्यकता है. संसद, विधानसभा और राजनीतिक क्षेत्र में अधिक महिलाओं को बोलने की जरूरत है.
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आपने पीएम मोदी से क्या चर्चा की? मैं आपको यह नहीं बता सकती. उनका एक अद्भुत व्यक्तित्व है. इस तथ्य के बावजूद कि मैं एक टिपिकल व्यक्ति हूं, उन्होंने मुझसे पूरे ध्यान से बात की.
बीजेपी में शामिल होने के बाद आप क्या हासिल करना चाहती हैं ? मुझे ढेर सारे काम करने हैं. मैं इस पार्टी में रहकर ऐसा करूंगी. मुझे यहां कुछ कमरा मिल जाएगा. मेरी शिक्षा का सदुपयोग होगा. उत्सव के लिए भी काम किया जाना है. उसका एक विजन भी है.
क्या पार्टी में आपकी उपस्थिति के परिणामस्वरूप आपको कोई उम्मीदें हैं? मैं पूरी तरह से वर्तमान क्षण में डूबी हूं. मैं यही सोच रही हूं. मेरा लक्ष्य अधिक से अधिक व्यक्तियों के साथ संवाद करना है. इसका शेष भाग परमेश्वर का सत्य है.