नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के मुरादनगर में श्मशान घाट परिसर में गैलरी की छत गिरने से 25 लोगों की मौत हो गई है. रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो चुका है. बता दें कि सभी लोग अंतिम संस्कार में शामिल होने श्मशान घाट गए थे. इस हादसे को लेकर अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
इस घटना पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई नेताओं ने दुख व्यक्त किया है. वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ ने हादसे में मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा की है. एनडीआरएफ की टीम ने कई लोगों को मलबे से निकाला और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया.
हादसे की जांच के आदेश दिए गए हैं. डीएम का कहना है कि कितनी मौत हुई है, इस पर अस्पताल से पुष्टि कर रहे हैं.
हादसे में किसी के घर का इकलौता चिराग बुझ गया, तो किसी के घर का मुखिया चला गया. कोई इकलौता कमाने वाला था, वो अब इस दुनिया में नहीं रहा. एक लापरवाही ने दो दर्जन परिवारों से हमेशा के लिए उनके अपनों को छीन लिया. मुआवजे का मरहम जरूर सरकार ने लगाया है, लेकिन परिजन सवाल उठा रहे हैं, कि मृतकों को असली श्रद्धांजलि इंसाफ के बाद ही मिलेगी. मृतकों के परिवार वालों के लिए 10 लाख रुपये के मुआवजे की मांग भी की जा रही है.
ओंकार था इकलौता कमाने वाला सदस्य
हादसे में मुरादनगर के रहने वाले ओंकार की भी मौत हुई है. वह घर के इकलौते कमाने वाले सदस्य थे. भाई सूरज पाल ने बताया कि ओंकार के छोटे-छोटे बच्चे हैं. अब उनकी पत्नी कैसे बच्चों को संभालेगी. पत्नी और बच्चों का रो-रो कर बुरा हाल है.
पीएम मोदी ने जताया शोक
हादसे के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने दुख जताया है. पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा,' उत्तर प्रदेश के मुरादनगर में हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे की खबर से अत्यंत दुख पहुंचा है. राज्य सरकार राहत और बचाव कार्य में तत्परता से जुटी है. इस दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं, साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दुख व्यक्त किया
इस घटना पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शोक जताया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि गाजियाबाद के मुरादनगर में श्मशान घाट की छत गिर जाने के कारण कई लोगों की मृत्यु के समाचार से मुझे अत्यंत दुख पहुंचा है. दुख की इस घड़ी में मैं मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं, साथ ही कामना करता हूं कि हादसे में घायल हुए लोग जल्द से जल्द स्वस्थ हों.
केंद्रीय मंत्री ने जताया दुख
मौके पर केंद्रीय मंत्री और गाजियाबाद के सांसद वी के सिंह पहुंचे. जिन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच कराने की बात कही है और मामले पर दुख भी जताया. इस हादसे को लेकर उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जताया दुख
हादसे के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट कर दुख जताया. उन्होंने घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना भी की है.
योगी ने लिया संज्ञान
इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर संज्ञान लिया. उन्होंने कहा कि मंडल आयुक्त मेरठ और आईजी रेंज मेरठ को मौके पर जाकर घटना की रिपोर्ट देने का आदेश दिया है. योगी ने कहा कि जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गाजियाबाद मौके पर हैं और राहत कार्य कर रहे हैं. घटना दुखद है मेरी संवेदना शोक संतप्त परिजनों के साथ है.
25 लोगों की हुई मौत
गाजियाबाद के जिला सरकारी अस्पताल के इमरजेंसी इंचार्ज ने बताया कि मुरादनगर श्मशान घाट हादसे से 25 मृतकों को अस्पताल लाया गया है. जिला प्रशासन ने अब तक 25 लोगों की मौत की पुष्टि कर दी है.
2 महीने पहले बनाए गए लिंटर के नीचे दबे लोग
बता दें कि मुरादनगर के उखलारसी गांव स्थित श्मशान घाट में मुरादनगर के डिफेंस कॉलोनी निवासी कुछ लोग अपने मृतक वृद्ध परिजन का अंतिम संस्कार करने शमशान घाट आए थे. बारिश अधिक होने की वजह से सभी लोग 2 महीने पहले बनाए गए लेंटर के नीचे खड़े हो गए थे. जोकि अचानक से भरभरा कर गिर गया.
ईटीवी भारत को स्थानीय निवासी याकूब ने बताया कि स्थानीय निवासी एक वृद्ध की कल रात मौत हो गई थी. मुखाग्नि देने के लिए कुछ लोग श्मशान घाट में आए हुए थे. मुखाग्नि देने के बाद सभी लोग छत के नीचे खड़े हो गए थे. जिसके बाद अचानक छत गिर पड़ी. याकूब के मुताबिक छत के नीचे 50 से अधिक लोग खड़े थे.
2 महीने पहले हुआ था लिंटर का निर्माण
ईटीवी भारत को स्थानीय निवासी ने बताया कि शमशान घाट में छत (लिंटर) का निर्माण हुए महज 2 ही महीने हुए हैं. इसमें घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया था. कहीं ना कहीं यही इसके गिरने का कारण माना जा रहा है.
हादसे के बाद घटनास्थल पर केंद्रीय मंत्री और गाजियाबाद के सांसद वीके सिंह पहुंचे. जिन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच कराने की बात कही है और मामले पर दुख भी जताया. इस हादसे को लेकर उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं.
गौरतलब है कि छत उस वक्त ढही, जब वहां रामधन का अंतिम संस्कार किया जा रहा था. इनमें से अधिकतर लोग रामधन के रिश्तेदार थे. गाजियाबाद (ग्रामीण) के पुलिस अधीक्षक इराज राजा ने बताया कि घटना के कई घंटे बाद भी बचावकर्मी मलबे के नीचे तलाश करते रहे.