मालदा : ऐहो, ऋषिपुर और श्रीरामपुर ये तीन ग्राम पंचायतें हबीबपुर ब्लॉक से संबंधित हैं. परिणामस्वरूप ग्रामीणों को किसी काम के लिए हबीबपुर ही जाना पड़ता है. लेकिन उन्होंने मालदा में वोट डाला है. अब तक केवल पुराने मालदा या अंग्रेजी बाजार के निवासी ही इस विधानसभा क्षेत्र के विधायक बने हैं.
अनुभव ने ग्रामीणों को सिखाया है कि विधायक चाहे किसी भी दल के हों इन तीनों ग्राम पंचायतों की ओर से कोई विधायक नहीं होगा. वे तभी मिलते हैं जब कुछ बड़ा होता है. इस बीच उन्होंने आज के चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. मालदा विधानसभा क्षेत्र के कुल 2,45,305 मतदाताओं में से 37,324 इन तीन ग्राम पंचायतों के निवासी हैं.
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परिणामस्वरूप इन तीन ग्राम पंचायतों के वोट बहुत अच्छी भूमिका निभाते हैं लेकिन सीमावर्ती गांवों में कोई भी पार्टी किसी भी तरह से प्रचार नहीं कर रही है. यहां स्टार प्रचारकों को कोई नहीं देख पाता है. पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने हाल ही में केंद्र में एक छोटी बैठक की है. कुछ समय पहले भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने एक बैठक की थी. इन दोनों के अलावा किसी ने भी इन पंचायत क्षेत्रों में पैर नहीं रखा है.