शिमला: हिमाचल में मानसून का कहर देखने को मिल रहा है. कांगड़ा में हो रही मूसलाधार बारिश से आपदा जैसे हालात हो गए हैं. पर्यटन नगरी धर्मशाला (Flood In Dharamsala ) के भागसूनाग में और कुल्लू के कंडीनाले इलाके में पानी के तेज बहाव ने कहर ढाया है. नालों में आए उफान की वजह से होटल और घरों को काफी नुकसान हुआ है. धर्मशाला के चैतरू गांव में पानी के तेज बहाव में एक मकान नदी में जमींदोज हो गया. पीएम मोदी और अमित ने भी इस प्राकृतिक आपदा पर संज्ञान लिया है.
धर्मशाला के भागसूनाग में सुबह सबेरे जब लोगों ने घर के बाहर का मंजर देखा, तो मौसम सुहावना होने की जगह कहर ढा रहा था. सामने जो मंजर था वो बयां कर रहा था कि किस तरह से तबाही हुई है ? भारी बारिश से नदियां उफान पर थीं और अपने साथ भारी मात्रा में मलबा बहाकर ले गई.
नदियों के धार की रफ्तार इतनी ज्यादा थी कि उनसे उठ रही लहरें रेलवे सहित अन्य पुलों को छू रही थीं. नदियों का बहाव इतना तेज था कि रिहायशी इलाकों में स्थित घरों के नजदीक पहुंच गया. भागसुनाग इलाके में तो पार्किंग में खड़ी गाड़ियां बहती नजर आईं.
जमींदोज हुआ मकान
जिले के चैतरु गांव में एक मकान पानी के तेज बहाव में जमींदोज हो गया. इस दौरान स्थानीय लोग खासतौर पर युवा तबाही की तस्वीरें कैमरे में कैद करते दिखाई दिए. पानी के तेज बहाव से आस-पास के इलाकों में खतरा लगातार बढ़ रहा है.
शिमला में भी मकान ढहा, एक युवक घायल
शिमला के चौपाल उपमंडल की कुपवी तहसील में बारिश ने अपना जमकर कहर बरपाया है. यहां लकड़ी से बना 16 कमरों का तीन मंजिला आशियाना भूस्खलन को चपेट में आकर जमींदोज हो गया है. परिवार के 7 सदस्यों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया है, जबकि एक युवक मलबे की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गया है.
ग्राम पंचायत भालू के भानल-सन्नत गांव में सोमवार सुबह सुंदर सिंह पुत्र हरि राम का मकान अचानक भूस्खलन की चपेट में आकर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है. भूस्खलन की भयानक आवाज सुनते ही परिवार के 7 सदस्य समय रहते सुरक्षित स्थान तक पहुंचने में कामयाब रहे. मगर एक युवक नरेश कुमार पुत्र श्याम सिंह हादसे के वक्त मकान के एक कमरे में सोया हुआ था और भूस्खलन और क्षतिग्रस्त घर में मलबे में दब गया.
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परिवार के सदस्यों की चीख-पुकार सुन आसपास के लोग मदद के लिए पहुंचे और घायल व्यक्ति को मलबे के नीचे से बाहर निकाल कर उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुपवी पहुंचाया गया. कुपवी अस्पताल में प्राथमिक उपचार देने के बाद चिकित्सकों द्वारा गंभीर रूप से घायल युवक को आगामी उपचार के लिए हायर सेंटर रेफर किया गया है. घर की पशुशाला में बंधे मवेशियों को भी स्थानीय लोगों द्वारा सुरक्षित स्थान पर पहुंचा कर उनकी जान बचाई गई है.
5 हजार रुपये की मदद दी गई
तहसीलदार कुपवी राजेंद्र शर्मा ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि पीड़ित परिवार के सदस्यों को रेस्क्यू करने के बाद पास के एक घर में सुरक्षित रखा गया है जबकि घायल युवक के परिजनों को प्रशासन द्वारा 5 हजार रुपये की फौरी राहत प्रदान की गई है. भूस्खलन से बेघर हुए लोगों की मदद के लिए राहत सामग्री लेकर प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है. नुकसान का आकलन करके पीड़ित परिवार को प्रशासन द्वारा नियमानुसार हर संभव सहायता मुहैया करवाई जाएगी.
प्राकृतिक आपदा पर है नजर: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस प्राकृतिक आपदा पर खासा चिंतित हैं. उन्होंने ट्वीट किया, 'हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण उत्पन्न तबाही की स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है. केंद्र के अधिकारी राज्य सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. हर संभव सहयोग दी जा रही है. मैं प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं.'
गृह मंत्री शाह ने मुख्यमंत्री को हर संभव मदद का दिया आश्वासन
कांगड़ा जिले के शाहपुर में लैंड स्लाइड भारी नुकसान की सूचना है. घर और दुकानें मलबे की चपेट में आई हैं. NDRF की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है. वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से बात कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया है.
अमित शाह ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'हिमाचल प्रदेश में तेज बारिश से आयी प्राकृतिक आपदा के संबंध में मैंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से बात की है. राहत कार्यों के लिए NDRF की टीमें शीघ्र वहां पहुंच रही हैं. गृह मंत्रालय स्थिति को निरंतर मॉनिटर कर रहा है. केंद्र की ओर से हिमाचल को हर संभव मदद दी जाएगी.
वहीं, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने ट्वीट कर लिखा, 'देवभूमि हिमाचल में प्राकृतिक आपदा के रौद्र रूप से निपटने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार बेहतर समन्वय के साथ काम कर रही है. सभी पर्यटकों व आमजनों से अपील है की पूरी सावधानी बरतें,अनावश्यक घरों से न निकलें व जलस्रोतों की ओर ना जाएं.'
केंद्र और हिप्र सरकार मिलकर कर रही हैं काम : केंद्रीय मंत्री
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने सोमवार को कहा कि हिमाचल प्रदेश में भयंकर बाढ़ की आपदा से निपटने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार एक साथ मिलकर काम कर रहीं हैं. हिमाचल में मानसून की बारिश के कारण बाढ़ आ गई है जिससे सामान्य जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश के लोगों से बिना काम के घर से बाहर नहीं निकलने और सावधान रहने की अपील की.
उन्होंने ट्वीट किया 'देवभूमि हिमाचल में आई भीषण प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार बेहतर समन्वय के साथ काम कर रही है. मैं सभी पर्यटकों एवं आम लोगों से पूरी तरह सतर्क रहने, बिना मतलब घरों से नही निकलने तथा जल स्रोतों के पास नहीं जाने की अपील करता हूं.'
हिमाचल प्रदेश में जबरदस्त बारिश के कारण आई बाढ़ में पर्यटक स्थलों पर इमारतें एवं कारें बह गई हैं, जबकि खराब मौसम के कारण धर्मशाला में हवाई अड्डे को बंद कर दिया गया है. भारी बारिश को देखते हुये धर्मशाला जिला प्रशासन ने पर्यटकों को यहां नहीं आने का निर्देश दिया है.