जूनागढ़: गुजरात के जूनागढ़ में मिस ब्लाइंड इवेंट का आयोजन दृष्टिबाधित बालिकाओं के लिए किया गया. पूरी तरह दृष्टिहीन इन 31 लड़कियों ने रैंप पर ऐसे वॉक किया जैसे वे दुनिया के सबसे बड़े फैशन इवेंट में अपना हुनर दिखा रही हों. इतिहास में पहली बार जूनागढ़ और सौराष्ट्र में, 31 लड़कियों की मिस ब्लाइंड इवेंट प्रतियोगिता एक साथ आयोजित की गई है. जो सफलता की सीढ़ियां तय करता हुआ दिख रहा है. कार्यक्रम के आयोजकों ने आने वाले दिनों में अहमदाबाद, बड़ौदा, मुंबई जैसे शहरों में दृष्टिहीन लड़कियों के लिए इसी तरह के फैशन शो आयोजित कर फैशन के माध्यम से नेत्रहीन लड़कियों को आंखें देने की कोशिश की है. दृष्टिहीन लड़कियों को प्रोत्साहित करने के लिए जूनागढ़ के लोग भी मौजूद रहे और उनका मनोबल बढ़ाया. रैंप वॉक पर जिस तरह से लड़कियों ने एक-एक कदम आगे बढ़ाया, उसके हर कदम का दर्शकों ने बड़े उत्साह के साथ स्वागत किया और जिस मनोबल के साथ लड़कियों ने रैंप वॉक किया, उनकी भी खूब सराहना की गई.
एक प्रतिभागी ने ईटीवी भारत को बताया कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि उन्हें ऐसा मौका मिलेगा. नेत्रहीन लड़कियों को फैशन की दुनिया में कदम रखने का मौका मिला है. उन्होंने इसके लिए आयोजकों का तहे दिल से शुक्रिया अदा किया और कहा कि इसी तरह की व्यवस्था समय-समय पर की जाए. रैंप वॉक के दौरान वे भले ही अपनी आंखों से देख न पाएं लेकिन संगीत को महसूस करें. कार्यक्रम का आयोजन जूनागढ़ के रूद्र चैरिटेबल ट्रस्ट ने किया था. नेत्रहीन लड़कियों के लिए फैशन शो आयोजित करने की आयोजक मायाबेन जोशी की सोच साकार हो गई है.
कार्यक्रम में भाग लेने वाली सभी 31 नेत्रहीन लड़कियों ने शो में अपने कौशल और आत्मविश्वास का प्रदर्शन करने के लिए कड़ी मेहनत की है. इस फैशन शो की सफलता ने उम्मीद जगाई कि अगर मौका दिया जाए तो दृष्टिहीन लड़कियां ऐसे आयोजनों में अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन कर सकती हैं. एक महीने पहले इन दृष्टिहीन लड़कियों को तैयार होने के साथ-साथ रैंप वॉक करने में भी मुश्किल हो रही थी. लेकिन आज ये लड़कियां दर्शकों और जजों की भीड़ के बीच वो कॉन्फिडेंस करती नजर आईं.
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