रामगढ़ : कोरोना संक्रमण के बीच जिला के मांडू प्रखंड के लइओ पंचायत में पिछले एक महीने से इलाके में बड़े पैमाने पर मीथेन गैस का रिसाव हो रहा है. इसके अलावा कई जगहों से जमीन के नीचे से आग भी निकल रही है. गैस रिसाव होने से स्थानीय ग्रामीण काफी डरे हुए हैं.
लइओ पंचायत के एक खेत में मीथेन गैस के रिसाव की वजह से आग की लपटें उठ रही हैं. ठीक ऐसा ही मंजर एक खेत का भी है, जहां पानी का बड़ा गुबार उठ रहा है. यही नहीं इस गैस का रिसाव इस इलाके में इस कदर से हो रहा है कि किसी के घर के आंगन में तो किसी के चापानल से गैस निकल रही है.
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ग्रामीणों का आरोप- प्रशासन ने नहीं की ठोस पहल
इस मामले की जानकारी ग्रामीणों द्वारा जिला प्रशासन को दी गई है. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि अभी तक गैस रिसाव को बंद करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से कोई ठोस पहल नहीं की गई है. हालांकि सीसीएल केदला प्रबंधक ने जेसीबी की मदद से कहीं-कहीं मिट्टी से गैस की आग को बुझाने का प्रयास किया है. वहीं चापानल से चार महीने पूर्व से ही गैस का रिसाव होने की वजह से सीसीएल प्रबंधन ने चापानल की घेराबंदी कर दी है.
कई इलाकों में फैल रही है गैस
अब व्यापक पैमाने पर गैस रिसाव होना शुरू हो गया है. हालात इतने खराब होते जा रहे है कि दुधीबांध से लेकर करमाली टोला तक गैस की बदबू फैलने लगी है. इससे ग्रामीणों के बीच बीमारी फैलने का भय सता रहा है. इसको लेकर मांडू प्रखंड के बीडीओ विनय कुमार ने बताया कि इस मामले में हमलोग नजर बनाए हुए हैं. गैस और आग पर काबू पाने के लिए स्थानीय स्तर से प्रयास किया गया है, पर आग नहीं बुझ पाई है. हमलोगों ने खनन और भू-तत्व विभाग को सूचना दी है और जल्द ही इस समस्या का निदान कर लिया जाएगा.
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साल 2004 में गैस की चपेट में आने से हुई थी 8 मजदूरों की मौत
इस इलाके में मीथेन गैस का रिसाव होने से गांव वालों को डरना लाजमी है. क्योंकि साल 2004 में इसी इलाके में कुंआ की खुदाई चल रही थी, इसी दौरान मीथेन गैस का रिसाव होने से काम कर रहे 8 मजदूरों की इसकी चपेट में आने से मौत हो गई थी. ग्रामीणों का कहना है कि समय रहते इस गैस का रिसाव बंद नहीं किया गया तो कभी भी बड़ी घटना होने से इनकार नहीं किया जा सकता है.