अमरावती : आंध्र प्रदेश के पार्वतीपुरम मान्यम जिले के सीथमपेटा मंडल में एक चौंकाने वाली और भयानक घटना सामने आई है, जिसमें एक हत्या के आरोपी को गांव वालों ने मिलकर जान से मार दिया. पुलिस ने इस मामले में 16 सदस्यों पर मामला दर्ज कर कार्रवाई कर रही है. इस घटना का खुलासा पलकोंडा के डीएसपी एम. श्रावणी. ने बुधवार किया.
जानकारी के मुताबिक, 27 मई को सीथमपेटा मंडल के रेगुलागुडा में हुई एक शादी में एक मानसिक रूप से दिव्यांग शख्स सावर सिंगन्ना (33) ने स्थानीय निवासी सावर गया की बेटी पद्मा की पिटाई की थी. इससे गुस्साया पद्मा का पिता गया ने सिंगन्ना को पिटने लगा. उस वक्त सिंगन्ना के हाथ बड़ी लाठी लगी और उसने उसी लाठी से गया को पीट-पीटकर मार डाला. गया की हत्या के बाद उसके बेटों और स्थानीय लोगों ने सिंगन्ना को पकड़कर उसके हाथ-पैर बांधे और उसे एक कमरे बंद कर दिया. सिंगन्ना के परिजनों को इसकी खबर दी गई.
घटना को लेकर गांव में पंचायत बुलाई गई, जिसमें ग्रामीणों ने हत्या के बदले हत्या की मांग की. उन्होंने मांग की कि गया की मौत के बदले सिंगन्ना की मौत होनी चाहिए. वरना सिंगन्ना के पूरे परिवार को खत्म कर दिया जाए. इसी के साथ ग्राम प्रधानों ने 'हत्या के बदले हत्या' मान लिया और सिंगन्ना को जान से मारने का फैसला किया. ग्रामीणों द्वारा हत्या की धमकी से सहमा सिंगन्ना का परिवार ने उसकी मौत को स्वीकार कर लिया.
उन्होंने 28 मई को सिंगन्ना को जहर देकर मारने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मरा. इसके बाद उसे फांसी पर लटकाया गया, जिससे उसकी मौत हो गई. इसके बाद बिना किसी को बताए शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया. हालांकि, यह खबर जब गांव से बाहर गई, तब पुलिस ने मामले की जांच की जिसमें प्राथमिक जांच से वह सामान्य मौत लगा. लेकिन बाद में राजस्व कर्मचारियों से इसकी जानकारी स्वयंसेवकों से ली और जांच करायी. घटना के दो दिन में ही मामले का खुलाया हो गया.
पलकोंडा सीआई जी.शंकर राव, डोनुबाई, बत्तीली, पलकोंडा एसआई किशोर वर्मा, डी. अनिल कुमार और प्रसाद ने इलाके में जाकर पूरे मामले की जांच की और दोनों हत्याओं का पता लगाया. बहरहाल, पुलिस ने इस मामले में 16 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.