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फूलन देवी के हत्यारे शेर सिंह राणा की बायोपिक में दिखेंगे विद्युत जामवाल, जानें, उसका उत्तराखंड कनेक्शन

बैंडिट क्वीन फूलन देवी (Bandit Queen Phoolan Devi) के हत्यारे शेर सिंह राणा (Sher Singh Rana) की बायोपिक बनने जा रही है. शेर सिंह राणा की बायोपिक में विद्युत जामवाल नजर आएंगे. शेर सिंह राणा का उत्तराखंड से गहरा नाता रहा है.

Vidyut Jamwal will be seen in Sher Singh Rana biopic
शेर सिंह राणा की बायोपिक में दिखेंगे विद्युत जामवाल
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Published : Mar 31, 2022, 7:01 PM IST

Updated : Mar 31, 2022, 7:07 PM IST

देहरादून: शेर सिंह राणा (Sher Singh Rana) को फूलन देवी की हत्या और अफगानिस्तान से पृथ्वीराज चौहान की अस्थियां वापस लाने वाले के तौर पर जाना जाता है. शेर सिंह राणा की कहानी एक्शन से भरपूर और बिल्कुल फिल्मी है, जिसे अब बड़े परदे पर उतारा जा रहा है. शेर सिंह राणा की बायोपिक में उनकी भूमिका एक्शन स्टार विद्युत जामवाल निभाएंगे. शेर सिंह राणा का उत्तराखंड से गहरा नाता है.

फूलन देवी के हत्यारे शेर सिंह राणा का जन्म उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के रुड़की में 17 मई 1976 में हुआ था. उनका असली नाम पंकज सिंह पुंढीर था. शेर सिंह राणा तब चर्चा में आए जब 25 जुलाई 2001 को ठाकुरों की मौत की जिम्मेदार 80 के दशक की बैंडिट क्वीन और तत्कालीन सपा सांसद फूलन देवी को दिल्ली में तीन नकाबपोश लोगों ने गोलियों से भून दिया था. बताया जाता है कि फूलन देवी ने जिन ठाकुरों को मारा था, उसमें शेर सिंह राणा के रिश्तेदार भी थे.

शेर सिंह ने 25 जुलाई 2001 को दिल्ली स्थित सरकारी आवास के सामने गोलियों से भूनकर फूलन देवी की हत्या की थी. इस घटना के लगभग 2 दिन बाद शेर सिंह ने देहरादून पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था. शेर सिंह ने इस हत्या काे लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया. पुलिस के अनुसार, राणा ने बेहमई हत्याकांड में मारे गए 22 राजपूतों की हत्या का बदला लेने के लिए फूलन देवी की हत्या की थी. उसके बाद दिल्ली पुलिस ने शेर सिंह राणा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.

इस दौरान शेर सिंह राणा ने पृथ्वीराज चौहान की अस्थियां अफगानिस्तान से वापस लाने की योजना बनाई, जिसके लिए वह फिल्मी स्टाइल में दिल्ली जेल से फरार हुआ था. कलकत्ता, बांग्लादेश सहित नेपाल और दुबई होते हुए अफगानिस्तान पहुंचा. वहां पर अपनी जान पर खेलकर 2005 में पृथ्वीराज चौहान की अस्थियां लेकर भारत लौटा था. उसके बाद अपने परिजनों की मदद से पिलखुआ गाजियाबाद में पृथ्वीराज चौहान का मंदिर भी बनवाया. 2014 में शेर सिंह राणा को फूलन देवी के हत्या के आरोप में कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी, जिसमें उसके दोस्तों को बरी कर दिया गया था.

ये भी पढ़ें - जानिए कहां देर रात RRR फिल्म देखने रामा पैलेस पहुंचे अमिताभ बच्चन, सिनेमाहाल संचालक ने किया स्वागत

फिल्म निर्माता विनोद भानुशाली और निर्देशक नारायण सिंह की जोड़ी ने चर्चित शेर सिंह राणा के जीवन पर बायोपिक की घोषणा की है. शेर सिंह राणा ने बहुत कम उम्र में ही कई कारणों से पूरे भारत में हलचल मचा दी थी. शेर सिंह अफगानिस्तान के कंधार से चौहान वंश के 11वीं शताब्दी के शासक पृथ्वीराज चौहान की निशानियों को वापस लाने के लिए दुनिया भर में चर्चा में रहे, जो अब एक्शन स्टार विद्युत जामवाल शेर सिंह का किरदार करते नजर आएंगे

देहरादून: शेर सिंह राणा (Sher Singh Rana) को फूलन देवी की हत्या और अफगानिस्तान से पृथ्वीराज चौहान की अस्थियां वापस लाने वाले के तौर पर जाना जाता है. शेर सिंह राणा की कहानी एक्शन से भरपूर और बिल्कुल फिल्मी है, जिसे अब बड़े परदे पर उतारा जा रहा है. शेर सिंह राणा की बायोपिक में उनकी भूमिका एक्शन स्टार विद्युत जामवाल निभाएंगे. शेर सिंह राणा का उत्तराखंड से गहरा नाता है.

फूलन देवी के हत्यारे शेर सिंह राणा का जन्म उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के रुड़की में 17 मई 1976 में हुआ था. उनका असली नाम पंकज सिंह पुंढीर था. शेर सिंह राणा तब चर्चा में आए जब 25 जुलाई 2001 को ठाकुरों की मौत की जिम्मेदार 80 के दशक की बैंडिट क्वीन और तत्कालीन सपा सांसद फूलन देवी को दिल्ली में तीन नकाबपोश लोगों ने गोलियों से भून दिया था. बताया जाता है कि फूलन देवी ने जिन ठाकुरों को मारा था, उसमें शेर सिंह राणा के रिश्तेदार भी थे.

शेर सिंह ने 25 जुलाई 2001 को दिल्ली स्थित सरकारी आवास के सामने गोलियों से भूनकर फूलन देवी की हत्या की थी. इस घटना के लगभग 2 दिन बाद शेर सिंह ने देहरादून पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था. शेर सिंह ने इस हत्या काे लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया. पुलिस के अनुसार, राणा ने बेहमई हत्याकांड में मारे गए 22 राजपूतों की हत्या का बदला लेने के लिए फूलन देवी की हत्या की थी. उसके बाद दिल्ली पुलिस ने शेर सिंह राणा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.

इस दौरान शेर सिंह राणा ने पृथ्वीराज चौहान की अस्थियां अफगानिस्तान से वापस लाने की योजना बनाई, जिसके लिए वह फिल्मी स्टाइल में दिल्ली जेल से फरार हुआ था. कलकत्ता, बांग्लादेश सहित नेपाल और दुबई होते हुए अफगानिस्तान पहुंचा. वहां पर अपनी जान पर खेलकर 2005 में पृथ्वीराज चौहान की अस्थियां लेकर भारत लौटा था. उसके बाद अपने परिजनों की मदद से पिलखुआ गाजियाबाद में पृथ्वीराज चौहान का मंदिर भी बनवाया. 2014 में शेर सिंह राणा को फूलन देवी के हत्या के आरोप में कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी, जिसमें उसके दोस्तों को बरी कर दिया गया था.

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फिल्म निर्माता विनोद भानुशाली और निर्देशक नारायण सिंह की जोड़ी ने चर्चित शेर सिंह राणा के जीवन पर बायोपिक की घोषणा की है. शेर सिंह राणा ने बहुत कम उम्र में ही कई कारणों से पूरे भारत में हलचल मचा दी थी. शेर सिंह अफगानिस्तान के कंधार से चौहान वंश के 11वीं शताब्दी के शासक पृथ्वीराज चौहान की निशानियों को वापस लाने के लिए दुनिया भर में चर्चा में रहे, जो अब एक्शन स्टार विद्युत जामवाल शेर सिंह का किरदार करते नजर आएंगे

Last Updated : Mar 31, 2022, 7:07 PM IST
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