नई दिल्ली : विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के उस बयान का समर्थन किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि मुस्लिम समुदाय को जनसंख्या नियंत्रण में सहयोग देना चाहिए. विहिप ने कहा है कि जनसंख्या नियंत्रण एक आवश्यक मुद्दा है जिस पर जरूर बात होनी चाहिए.
हालांकि मुस्लिम नेताओं ने उनके बयान की निंदा करते हुए कहा था कि वह केवल एक समुदाय विशेष को इंगित कर बोल रहे हैं जो राजनीति से प्रेरित है. मुस्लिम नेता असदुद्दीन ओवैशी ने भी इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी.
सभी को पालन करना चाहिए : विहिप
विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने शुक्रवार को एक वीडियो जारी किया जिसमें उन्होंने असम मुख्यमंत्री के बयान का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि यह बात सही है कि किसी भी समाज की गरीबी, अशिक्षा या आपराधिक प्रवृत्ति के लिए जनसंख्या की बेतहाशा वृद्धि बहुत बड़ा कारण होती है. इसलिए असम सरकार की अपील का सभी को पालन करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि विशेषकर मुस्लिम समुदाय के बुद्धिजीवियों और बुद्धिजीवी संस्थाओं को आगे आकर मुस्लिम जनसंख्या को रोकने के लिए, उसको नियंत्रित करने के लिए काम करना चाहिए. उन्होंने कहा कि यदि समय रहते जनसंख्या नियंत्रित न की गई तो विश्व में जिस तरह से अशांति, अशिक्षा, बेरोजगारी और आपराधिक प्रवृत्ति को बढ़ावा मिल रहा है उस पर रोक लगाना मुश्किल हो जाएगा.
'व्यापक कार्ययोजना बननी चाहिए'
विहिप प्रवक्ता ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण किसी भी देश या राज्य के विकास के लिए, उसकी सुख, समृद्धि और शांति के लिए बहुत आवश्यक है. इस विषय पर पूरे देश में पहल होनी चाहिए. अविलंब इस पर न केवल सार्थक बहस बल्कि एक व्यापक कार्ययोजना भी बननी चाहिए.
हिमंत ने ये कहा था
असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा था कि वह जनसंख्या के बोझ को कम करने के लिए अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं ताकि राज्य में जनसंख्या को नियंत्रित किया जा सके. बढ़ती जनसंख्या ही गरीबी, भूमि अतिक्रमण जैसे सामाजिक खतरे की मुख्य जड़ है. इस खतरे को कम किया जा सकता है यदि जनसंख्या कम हो जाए. सरमा ने इसके लिए अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं को शिक्षित और जागरूक किए जाने की बात भी कही थी.