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ग्रह-गोचर : शुक्र ग्रह वृश्चिक राशि में कर रहा भ्रमण, अन्य राशियों पर जानिए क्या होगा प्रभाव

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सभी ग्रह समय-समय पर एक राशि से दूसरी राशि में संचरण करते हैं. साथ ही कुछ ग्रह वक्री और मार्गी गति से भी संचरण करते है. वर्तमान में शुक्र ग्रह वृश्चिक राशि में भ्रमण कर रहे हैं और 30 अक्टूबर 2021 शनिवार 16 :26 बजे तक इसी राशि में रहेंगे. फिल्म, नृत्य, संगीत, मनोरंजन, भौतिक सुख, खुशबू, हीरा, फैशन, रंगमंच आदि शुक्र ग्रह के अंतर्गत आते हैं. शुक्र (venus) को सुंदरता, प्रजनन सुख, समृद्धि आदि का कारक माना गया है.

scorpio zodiac sign
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Published : Oct 4, 2021, 7:30 PM IST

हैदराबाद : शुक्र, वृषभ और तुला राशि के स्वामी हैं. शुक्र ग्रह कुंडली में पत्नी का कारक है. मीन इनकी उच्च तथा कन्या नीच राशि कही गई है. काल पुरुष की कुंडली में सातवां भाव विवाह का माना जाता है और दूसरे भाव से धन, वाणी का विचार किया जाता है. शुक्र ग्रह के वृश्चिक राशि में भ्रमण का सभी राशियों पर क्या असर पड़ेगा. आइए जानते हैं. यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है.

मेष राशि (चु, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
सबसे पहले मेष राशि के जातकों की बात करें तो शुक्र आपके दूसरे और सातवें भाव का स्वामी है. शुक्र का गोचर आपके आठवें (8th house) भाव में होने जा रहा है. केतु से युति के कारण अचानक लाभ और हानि की संभावना है. मेष राशि वालों को इस गोचर काल में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है. आप खराब स्वास्थ्य को लेकर भी आप चिंतित रह सकते हैं. किडनी, मधुमेह आदि रोगों के प्रति सावधान रहें.वैवाहिक जीवन में मतभेद की संभावना है. गलत कार्यों को करने से बचें. प्यार का इजहार न करें और मेष राशि के सभी जातक विपरीत लिंगी का सम्मान करें. जीवन साथी और लव पार्टनर के प्रति ईमानदार रहें. चारित्रिक पतन के प्रति सचेत रहें.

वृषभ राशि (ई, उ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
शुक्र के इस गोचर काल के दौरान आपका व्यक्तित्व आकर्षक होगा. वृषभ राशि के जातकों की बात करें तो शुक्र आपके पहले और छठवें भाव का स्वामी है. इस समय शुक्र आपकी राशि से सप्तम यानी विवाह भाव में गोचर करेगा. इस दौरान आपका दांपत्य जीवन सुखद रहेगा लेकिन जीवन साथी और लव पार्टनर के प्रति ईमानदार रहें अन्यथा आपकी छवि खराब हो सकती है. यदि साझेदारी में कारोबार करते हैं तो अच्छा मुनाफा होने की संभावना है, वहीं कानूनी विवाद में भी इस दौरान आपको को सफलता प्राप्त मिलेगी. शुक्र के इस गोचर काल के दौरान मीडिया और फैशन इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को फायदा होने की उम्मीद है. विपरीत लिंगी से मदद मिल सकती है. कबूतरों को दाना, पार्टनर को गिफ्ट और परफ्यूम दें.

मिथुन राशि (का, की, कु, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आपकी ऊर्जा का सदुपयोग करें, चारित्रिक नियंत्रण बना कर रखें. इस परिवर्तन के साथ शुक्र आपकी राशि से छठे भाव में अर्थात शत्रु और रोग भाव में गोचर करेगा. मन में गलत विचार आ सकते हैं जिससे आपका स्वास्थ्य खराब हो सकता है. पुरानी बीमारी लौट सकती , 17-18 वर्ष के बच्चों पर ध्यान दें. विदेश यात्रा की संभावना है. भौतिक सुविधाओं का उपभोग करेंगे. जरूरी या गैर जरूरी खर्च की संभावना है. विपरीत लिंगी से मतभेद की संभावना है. विद्यार्थीयों को मेहनत करनी पड़ेगी. प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए यह समय अच्छी खबर लेकर आ सकता है. गाय को आटा खिलाएं. इस दौरान काम का माहौल अच्छा रहेगा. साथ ही नौकरीपेशा लोगों के लिए भी यह समय प्रमोशन का रहने वाला है.कारोबारियों के लिए लाभ की संभावना के बीच मिथुन राशि के लोगों को इस समय अपने काम में सफलता मिलेगी.

कर्क राशि (ही, हु, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
इस परिवर्तन के साथ शुक्र आपकी राशि से पंचम भाव में अर्थात संतान और बुद्धि भाव में गोचर करेगा. संतान को उचित कामयाबी मिलने की संभावना है. स्वास्थ्य को लेकर भी आप चिंतित रह सकते हैं, पेट की समस्या हो सकती है. शराब, मांसाहार से दूर रहें. केतु से युति के कारण अचानक मन का भटकाव हो सकता है. जीवनसाथी के साथ अच्छा समय बिताने की संभावना के बीच यह राशि परिवर्तन आपके लिए शुभ फल लेकर आ रहा है. जीवनसाथी और लव पार्टनर के प्रति ईमानदार रहें. प्रेम विवाह को स्वीकृति मिल सकती है. समय सुखद रहेगा. छात्रों को अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे लेकिन मन का भटकाव हो सकता है. छोटी कन्याओं को कुछ भी गिफ्ट दें जैसे शिक्षा सामग्री, श्वेत वस्त्रादि. शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों को अच्छे परिणाम मिलेंगे. कला और लेखन से जुड़े लोगों को लाभ मिलेगा.

सिंह राशि (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
शुक्र का गोचर आपके चतुर्थ भाव में होगा. ज्योतिष शास्त्र में जन्म कुंडली का चौथा भाव माता, वाहन और सुख आदि का भी माना गया है. शुक्र के इस गोचर काल के दौरान आपके जीवन में सुख-शांति आएगी. शुक्र का चौथे भाव में आना माता, वाहन और अधिकार आदि को प्रभावित कर सकता है. आपको वाहन और भवन आदि का आदि का सुख प्राप्ति के योग बने हैं. घर की साज सज्जा पर खर्च करेंगे. मधुमेह बढ़ने की संभावना हो सकती, बेवजह विवाद से बचे. छोटे भाई-बहनों से सहयोग मिलेगा, विशेषकर छोटी बहन से सहयोग मिलेगा. कोई अच्छी खबर मिलेगी. कारोबारियों के लिए लाभ की संभावना है नौकरीपेशा लोगों के लिए भी यह समय अच्छा रहने वाला है. राशि के लोगों को इस समय अपने काम में सफलता मिलेगी. मां का सम्मान और विपरीत लिंगी का अपमान न करें.

कन्या राशि (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
शुक्र का गोचर आपकी राशि से तीसरे भाव में होगा. तीसरा भाव पराक्रम, साहस, संचार, लेखन और छोटे भाई-बहनों आदि का भाव माना गया है. शुक्र के इस गोचर काल के दौरान आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और साथ ही आपको मान-सम्मान की प्राप्ति होगी. मीडिया, फिल्मों से जुड़े लोगों के काम में तेजी आएगी. भाग्य मिलेगा. शुक्र यहां बैठक कर सुख सुविधाओं में भी वृद्धि कर सकता है. प्रेम में सफलता मिल सकती है. जीवन साथी का सहयोग प्राप्त होगा. कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र द्वितीय और नवम भाव का स्वामी है. द्वितीय भाव वाणी, धन, आदि का होता है वहीं नवम भाव धर्म, गुरु और भाग्य का माना जाता है. शुक्र के इस गोचर काल के दौरान दान-धर्म आदि के कार्य भी कर सकते हैं. श्री सूक्त का पाठ करें, शुक्रवार को विशेष फायदा मिलेगा.

तुला राशि (रा, री, रु, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
इस परिवर्तन के साथ ही शुक्र आपकी राशि से दूसरे(2nd) भाव में गोचर करेंगे. आपके लिए शुक्र का गोचर धन के मामले में अच्छा परिणाम लाया है. शुक्र इस समय शान-ओ-शौकत में वृद्धि होते हैं. रोजगार से जुड़ी परेशानियां दूर होंगी. आय में वृद्धि हो सकती है.राशि में गोचर करते हुए शुक्र सभी कार्यों को पूर्ण करने में मदद करेंगे. शासन का सहयोग मिलेगा. राजनीति से जुड़े लोगों को फायदा होने की उम्मीद है. प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों के लिए भी समय बेहतर रहेगा. गाय की सेवा करें. संतान की चिंता में कमी आएगी. नव दंपति के लिए संतान प्राप्ति के भी योग है. दांपत्य जीवन में मधुरता आएगी. परिवार में विवाह संबंधित, मांगलिक कार्यों का सुअवसर आएगा.

वृश्चिक राशि (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
शुक्र का आपकी ही राशि में प्रवेश होने जा रहा है. वृश्चिक राशि में इस समय केतु विराजमान हैं. शुक्र का गोचर आपका प्रथम भाव होने जा रहा है. प्रथम भाव में शुक्र को मजबूत करने का प्रयास करें. शुक्र गोचर काल में आप जीवनसाथी के साथ अच्छा समय बिताएंगे. शुक्र का गोचर आपके प्रथम भाव में होगा. वैवाहिक जीवन से जुड़ी परेशानियां दूर होंगी. जीवन साथी का सहयोग प्राप्त होगा. प्रेम के लिए भी यह गोचर बेहतर फल देने वाला है. व्यापार की स्थिति भी बेहतर बन सकती है. चिड़ियों, कबूतरों को दाना दें.शुक्र गोचर काल में आय और व्यय में वृद्धि होगी. आपके व्यक्तित्व में सकारात्मक परिवर्तन होगा. नौकरी में प्रशंसा का योग बन रहा है. नौकरी में विदेश जा सकते हैं.

धनु राशि (ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढ, भे)
इस परिवर्तन के साथ शुक्र आपकी राशि से 12वें यानी व्यय भाव में गोचर करेगा. लाभेश व्यय भाव में संचरण करेगा. सामाजिक स्तर पर आपके मान-सम्मान में वृद्धि होगी. घर परिवार का वातावरण सुखद व शांतिपूर्ण रहेगा. पहले से चली आ रही समस्या का समाधान होगा. भाई-बहन एवं स्वयं के कार्यक्षेत्र में उन्नति होगी. व्यापार में लाभ होगा. यह समय आपके लिए बेहद खास रहने की संभावना है. लेकिन इस समय आपको अपने खर्चों पर नियंत्रण रखना होगा. वहीं किसी भी तरह के विवादों से दूर रहना आपके लिए फायदेमंद रहेगा. इसके अलावा इस दौरान विदेश यात्रा के योग भी आपके लिए दिखाई दे रहे हैं. निवेश आदि से धन के मामले में यह समय आपके लिए फायदेमंद हो सकता है. शुक्र गोचर काल में आप जीवनसाथी के साथ अच्छा समय बिताएंगे. भोग विलास की तरफ आकर्षण रहेगा, परहेज करें. शिव पूजा करें.

मकर राशि (भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
शुक्र गोचर काल में आपकी सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी. इस परिवर्तन के साथ शुक्र आपकी राशि से 11वें यानी आय भाव में गोचर करेंगे. इस अवधि में आपकी आय में वृद्धि होगी. इस समय आपको कई क्षेत्रों में लाभ होने की संभावना है. कार्यस्थल पर विपरीत लिंगी का अपमान न करें. पुराने रोगों से राहत होने से स्वास्थ्य बेहतर होगा. सामाजिक स्तर पर आपके मान-सम्मान में वृद्धि होगी. प्रेम संबंध के लिए भी यह गोचर बेहतर फल देने वाला है. घर परिवार का वातावरण सुखद व शांतिपूर्ण रहेगा.कुल मिलाकर यह समय आपके लिए शुभ रहेगा. भौतिक भोग विलास की तरफ आकर्षण रहेगा. विदेश में रहने वालों के लिए समय लाभदायक है. स्वास्थ्य को लेकर भी आप चिंतित रह सकते हैं. किसी ज्योतिषी की सलाह से हीरे की अंगूठी धारण करें.

कुम्भ राशि (गु, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
इस परिवर्तन के साथ शुक्र आपकी राशि से दसवें यानी कर्म और पिता के भाव में गोचर करेगा. इस समय आपको अपने क्षेत्र में बड़ी सफलता मिलने की उम्मीद है. जिससे आपकी जिम्मेदारियां तो बढ़ेगी ही साथ ही आप पर काम का दबाव भी बढ़ेगा. वहीं यदि आप व्यापार करते हैं तो संभव है कि इस समय आपको थोक में ऑर्डर प्राप्त होंगे. आपको व्यापार, नौकरी में काफी मेहनत करनी पड़ेगी. कुम्भ राशि के जातकों के लिए शुक्र चतुर्थ और नवम भाव का स्वामी है. जन्म कुंडली का चौथा भाव माता, वाहन और सुख आदि का माना गया है वहीं नवम भाव धर्म, गुरु और भाग्य का माना जाता है. गाय की सेवा करें. वहीं दूसरी ओर यदि आप नौकरी में बदलाव की सोच रहे हैं तो समय का इंतजार करते हुए अवसरों की तलाश करना उचित रहेगा. प्रेम, वैवाहिक जीवन में परेशानियां होंगी. बड़ी यात्रा न करें.

मीन राशि (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, च, ची)
इस परिवर्तन के साथ शुक्र आपकी राशि से नौवें यानि भाग्य भाव में गोचर करेगा. इस समय आपके भाग्य में कुछ नए बदलाव देखने को मिलेंगे. वहीं इसके कुछ मिले-जुले प्रभाव भी मिलेंगे. इस समय आप में से कुछ लोग सुख-सुविधाओं में वृद्धि के बीच कर्ज में फंस सकते हैं. इस दौरान तनाव के साथ-साथ विवादों से भी दूरी बनाए रखना उचित रहेगा. आपके व्यक्तित्व में सकारात्मक परिवर्तन होगा. आर्थिक उतार-चढ़ाव की अधिकता रहेगी. स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा किंतु सामाजिक स्तर पर आपके मान-सम्मान में वृद्धि होगी. घर परिवार का वातावरण सुखद व शांतिपूर्ण रहेगा. महिलाओं के लिए समय अपेक्षाकृत बेहतर रहेगा. गाय की सेवा करें. प्रतिदिन दुर्गा चालीसा का पाठ करें. शत्रुओं से बचें. कार्यक्षेत्र में भी झगड़े विवाद से दूर रहें और किसी भी मामले को बाहर ही सुलझा लेना बेहतर होगा.

हैदराबाद : शुक्र, वृषभ और तुला राशि के स्वामी हैं. शुक्र ग्रह कुंडली में पत्नी का कारक है. मीन इनकी उच्च तथा कन्या नीच राशि कही गई है. काल पुरुष की कुंडली में सातवां भाव विवाह का माना जाता है और दूसरे भाव से धन, वाणी का विचार किया जाता है. शुक्र ग्रह के वृश्चिक राशि में भ्रमण का सभी राशियों पर क्या असर पड़ेगा. आइए जानते हैं. यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है.

मेष राशि (चु, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
सबसे पहले मेष राशि के जातकों की बात करें तो शुक्र आपके दूसरे और सातवें भाव का स्वामी है. शुक्र का गोचर आपके आठवें (8th house) भाव में होने जा रहा है. केतु से युति के कारण अचानक लाभ और हानि की संभावना है. मेष राशि वालों को इस गोचर काल में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है. आप खराब स्वास्थ्य को लेकर भी आप चिंतित रह सकते हैं. किडनी, मधुमेह आदि रोगों के प्रति सावधान रहें.वैवाहिक जीवन में मतभेद की संभावना है. गलत कार्यों को करने से बचें. प्यार का इजहार न करें और मेष राशि के सभी जातक विपरीत लिंगी का सम्मान करें. जीवन साथी और लव पार्टनर के प्रति ईमानदार रहें. चारित्रिक पतन के प्रति सचेत रहें.

वृषभ राशि (ई, उ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
शुक्र के इस गोचर काल के दौरान आपका व्यक्तित्व आकर्षक होगा. वृषभ राशि के जातकों की बात करें तो शुक्र आपके पहले और छठवें भाव का स्वामी है. इस समय शुक्र आपकी राशि से सप्तम यानी विवाह भाव में गोचर करेगा. इस दौरान आपका दांपत्य जीवन सुखद रहेगा लेकिन जीवन साथी और लव पार्टनर के प्रति ईमानदार रहें अन्यथा आपकी छवि खराब हो सकती है. यदि साझेदारी में कारोबार करते हैं तो अच्छा मुनाफा होने की संभावना है, वहीं कानूनी विवाद में भी इस दौरान आपको को सफलता प्राप्त मिलेगी. शुक्र के इस गोचर काल के दौरान मीडिया और फैशन इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को फायदा होने की उम्मीद है. विपरीत लिंगी से मदद मिल सकती है. कबूतरों को दाना, पार्टनर को गिफ्ट और परफ्यूम दें.

मिथुन राशि (का, की, कु, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आपकी ऊर्जा का सदुपयोग करें, चारित्रिक नियंत्रण बना कर रखें. इस परिवर्तन के साथ शुक्र आपकी राशि से छठे भाव में अर्थात शत्रु और रोग भाव में गोचर करेगा. मन में गलत विचार आ सकते हैं जिससे आपका स्वास्थ्य खराब हो सकता है. पुरानी बीमारी लौट सकती , 17-18 वर्ष के बच्चों पर ध्यान दें. विदेश यात्रा की संभावना है. भौतिक सुविधाओं का उपभोग करेंगे. जरूरी या गैर जरूरी खर्च की संभावना है. विपरीत लिंगी से मतभेद की संभावना है. विद्यार्थीयों को मेहनत करनी पड़ेगी. प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए यह समय अच्छी खबर लेकर आ सकता है. गाय को आटा खिलाएं. इस दौरान काम का माहौल अच्छा रहेगा. साथ ही नौकरीपेशा लोगों के लिए भी यह समय प्रमोशन का रहने वाला है.कारोबारियों के लिए लाभ की संभावना के बीच मिथुन राशि के लोगों को इस समय अपने काम में सफलता मिलेगी.

कर्क राशि (ही, हु, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
इस परिवर्तन के साथ शुक्र आपकी राशि से पंचम भाव में अर्थात संतान और बुद्धि भाव में गोचर करेगा. संतान को उचित कामयाबी मिलने की संभावना है. स्वास्थ्य को लेकर भी आप चिंतित रह सकते हैं, पेट की समस्या हो सकती है. शराब, मांसाहार से दूर रहें. केतु से युति के कारण अचानक मन का भटकाव हो सकता है. जीवनसाथी के साथ अच्छा समय बिताने की संभावना के बीच यह राशि परिवर्तन आपके लिए शुभ फल लेकर आ रहा है. जीवनसाथी और लव पार्टनर के प्रति ईमानदार रहें. प्रेम विवाह को स्वीकृति मिल सकती है. समय सुखद रहेगा. छात्रों को अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे लेकिन मन का भटकाव हो सकता है. छोटी कन्याओं को कुछ भी गिफ्ट दें जैसे शिक्षा सामग्री, श्वेत वस्त्रादि. शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों को अच्छे परिणाम मिलेंगे. कला और लेखन से जुड़े लोगों को लाभ मिलेगा.

सिंह राशि (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
शुक्र का गोचर आपके चतुर्थ भाव में होगा. ज्योतिष शास्त्र में जन्म कुंडली का चौथा भाव माता, वाहन और सुख आदि का भी माना गया है. शुक्र के इस गोचर काल के दौरान आपके जीवन में सुख-शांति आएगी. शुक्र का चौथे भाव में आना माता, वाहन और अधिकार आदि को प्रभावित कर सकता है. आपको वाहन और भवन आदि का आदि का सुख प्राप्ति के योग बने हैं. घर की साज सज्जा पर खर्च करेंगे. मधुमेह बढ़ने की संभावना हो सकती, बेवजह विवाद से बचे. छोटे भाई-बहनों से सहयोग मिलेगा, विशेषकर छोटी बहन से सहयोग मिलेगा. कोई अच्छी खबर मिलेगी. कारोबारियों के लिए लाभ की संभावना है नौकरीपेशा लोगों के लिए भी यह समय अच्छा रहने वाला है. राशि के लोगों को इस समय अपने काम में सफलता मिलेगी. मां का सम्मान और विपरीत लिंगी का अपमान न करें.

कन्या राशि (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
शुक्र का गोचर आपकी राशि से तीसरे भाव में होगा. तीसरा भाव पराक्रम, साहस, संचार, लेखन और छोटे भाई-बहनों आदि का भाव माना गया है. शुक्र के इस गोचर काल के दौरान आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और साथ ही आपको मान-सम्मान की प्राप्ति होगी. मीडिया, फिल्मों से जुड़े लोगों के काम में तेजी आएगी. भाग्य मिलेगा. शुक्र यहां बैठक कर सुख सुविधाओं में भी वृद्धि कर सकता है. प्रेम में सफलता मिल सकती है. जीवन साथी का सहयोग प्राप्त होगा. कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र द्वितीय और नवम भाव का स्वामी है. द्वितीय भाव वाणी, धन, आदि का होता है वहीं नवम भाव धर्म, गुरु और भाग्य का माना जाता है. शुक्र के इस गोचर काल के दौरान दान-धर्म आदि के कार्य भी कर सकते हैं. श्री सूक्त का पाठ करें, शुक्रवार को विशेष फायदा मिलेगा.

तुला राशि (रा, री, रु, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
इस परिवर्तन के साथ ही शुक्र आपकी राशि से दूसरे(2nd) भाव में गोचर करेंगे. आपके लिए शुक्र का गोचर धन के मामले में अच्छा परिणाम लाया है. शुक्र इस समय शान-ओ-शौकत में वृद्धि होते हैं. रोजगार से जुड़ी परेशानियां दूर होंगी. आय में वृद्धि हो सकती है.राशि में गोचर करते हुए शुक्र सभी कार्यों को पूर्ण करने में मदद करेंगे. शासन का सहयोग मिलेगा. राजनीति से जुड़े लोगों को फायदा होने की उम्मीद है. प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों के लिए भी समय बेहतर रहेगा. गाय की सेवा करें. संतान की चिंता में कमी आएगी. नव दंपति के लिए संतान प्राप्ति के भी योग है. दांपत्य जीवन में मधुरता आएगी. परिवार में विवाह संबंधित, मांगलिक कार्यों का सुअवसर आएगा.

वृश्चिक राशि (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
शुक्र का आपकी ही राशि में प्रवेश होने जा रहा है. वृश्चिक राशि में इस समय केतु विराजमान हैं. शुक्र का गोचर आपका प्रथम भाव होने जा रहा है. प्रथम भाव में शुक्र को मजबूत करने का प्रयास करें. शुक्र गोचर काल में आप जीवनसाथी के साथ अच्छा समय बिताएंगे. शुक्र का गोचर आपके प्रथम भाव में होगा. वैवाहिक जीवन से जुड़ी परेशानियां दूर होंगी. जीवन साथी का सहयोग प्राप्त होगा. प्रेम के लिए भी यह गोचर बेहतर फल देने वाला है. व्यापार की स्थिति भी बेहतर बन सकती है. चिड़ियों, कबूतरों को दाना दें.शुक्र गोचर काल में आय और व्यय में वृद्धि होगी. आपके व्यक्तित्व में सकारात्मक परिवर्तन होगा. नौकरी में प्रशंसा का योग बन रहा है. नौकरी में विदेश जा सकते हैं.

धनु राशि (ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढ, भे)
इस परिवर्तन के साथ शुक्र आपकी राशि से 12वें यानी व्यय भाव में गोचर करेगा. लाभेश व्यय भाव में संचरण करेगा. सामाजिक स्तर पर आपके मान-सम्मान में वृद्धि होगी. घर परिवार का वातावरण सुखद व शांतिपूर्ण रहेगा. पहले से चली आ रही समस्या का समाधान होगा. भाई-बहन एवं स्वयं के कार्यक्षेत्र में उन्नति होगी. व्यापार में लाभ होगा. यह समय आपके लिए बेहद खास रहने की संभावना है. लेकिन इस समय आपको अपने खर्चों पर नियंत्रण रखना होगा. वहीं किसी भी तरह के विवादों से दूर रहना आपके लिए फायदेमंद रहेगा. इसके अलावा इस दौरान विदेश यात्रा के योग भी आपके लिए दिखाई दे रहे हैं. निवेश आदि से धन के मामले में यह समय आपके लिए फायदेमंद हो सकता है. शुक्र गोचर काल में आप जीवनसाथी के साथ अच्छा समय बिताएंगे. भोग विलास की तरफ आकर्षण रहेगा, परहेज करें. शिव पूजा करें.

मकर राशि (भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
शुक्र गोचर काल में आपकी सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी. इस परिवर्तन के साथ शुक्र आपकी राशि से 11वें यानी आय भाव में गोचर करेंगे. इस अवधि में आपकी आय में वृद्धि होगी. इस समय आपको कई क्षेत्रों में लाभ होने की संभावना है. कार्यस्थल पर विपरीत लिंगी का अपमान न करें. पुराने रोगों से राहत होने से स्वास्थ्य बेहतर होगा. सामाजिक स्तर पर आपके मान-सम्मान में वृद्धि होगी. प्रेम संबंध के लिए भी यह गोचर बेहतर फल देने वाला है. घर परिवार का वातावरण सुखद व शांतिपूर्ण रहेगा.कुल मिलाकर यह समय आपके लिए शुभ रहेगा. भौतिक भोग विलास की तरफ आकर्षण रहेगा. विदेश में रहने वालों के लिए समय लाभदायक है. स्वास्थ्य को लेकर भी आप चिंतित रह सकते हैं. किसी ज्योतिषी की सलाह से हीरे की अंगूठी धारण करें.

कुम्भ राशि (गु, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
इस परिवर्तन के साथ शुक्र आपकी राशि से दसवें यानी कर्म और पिता के भाव में गोचर करेगा. इस समय आपको अपने क्षेत्र में बड़ी सफलता मिलने की उम्मीद है. जिससे आपकी जिम्मेदारियां तो बढ़ेगी ही साथ ही आप पर काम का दबाव भी बढ़ेगा. वहीं यदि आप व्यापार करते हैं तो संभव है कि इस समय आपको थोक में ऑर्डर प्राप्त होंगे. आपको व्यापार, नौकरी में काफी मेहनत करनी पड़ेगी. कुम्भ राशि के जातकों के लिए शुक्र चतुर्थ और नवम भाव का स्वामी है. जन्म कुंडली का चौथा भाव माता, वाहन और सुख आदि का माना गया है वहीं नवम भाव धर्म, गुरु और भाग्य का माना जाता है. गाय की सेवा करें. वहीं दूसरी ओर यदि आप नौकरी में बदलाव की सोच रहे हैं तो समय का इंतजार करते हुए अवसरों की तलाश करना उचित रहेगा. प्रेम, वैवाहिक जीवन में परेशानियां होंगी. बड़ी यात्रा न करें.

मीन राशि (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, च, ची)
इस परिवर्तन के साथ शुक्र आपकी राशि से नौवें यानि भाग्य भाव में गोचर करेगा. इस समय आपके भाग्य में कुछ नए बदलाव देखने को मिलेंगे. वहीं इसके कुछ मिले-जुले प्रभाव भी मिलेंगे. इस समय आप में से कुछ लोग सुख-सुविधाओं में वृद्धि के बीच कर्ज में फंस सकते हैं. इस दौरान तनाव के साथ-साथ विवादों से भी दूरी बनाए रखना उचित रहेगा. आपके व्यक्तित्व में सकारात्मक परिवर्तन होगा. आर्थिक उतार-चढ़ाव की अधिकता रहेगी. स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा किंतु सामाजिक स्तर पर आपके मान-सम्मान में वृद्धि होगी. घर परिवार का वातावरण सुखद व शांतिपूर्ण रहेगा. महिलाओं के लिए समय अपेक्षाकृत बेहतर रहेगा. गाय की सेवा करें. प्रतिदिन दुर्गा चालीसा का पाठ करें. शत्रुओं से बचें. कार्यक्षेत्र में भी झगड़े विवाद से दूर रहें और किसी भी मामले को बाहर ही सुलझा लेना बेहतर होगा.

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