बेंगलुरु : वीरशैव लिंगायत संत समुदाय ने राज्य सरकार से आग्रह किया है कि केंद्र सरकार पिछड़े वर्गों को जो आरक्षण देती है उसी आधार पर समुदाय को राज्य में आरक्षण का लाभ दिया जाए. समुदाय ने जोर देकर कहा कि वीरशैव लिंगायत समुदाय को केंद्र सरकार की अन्य पिछड़ा वर्गों की सूची में शामिल करने की सिफारिश की जाए.
राष्ट्रीय वीरशैव लिंगायत संघ की इस संबंध में बैठक हुई, जिसमें वीरशैव लिंगायत समुदाय के हितों की चर्चा की गई. कार्यक्रम का उद्घाटन 1008 जगद्गुरु डॉ. चन्नासिदाराम पंडितराद्य श्रीचार्य पीठ के श्रीचार्य श्री श्री 1008 उज्जैनी जगद्गुरु सिद्धलिंग शिवाचार्य और गुरु विरक्त श्री ने किया.
उद्घाटन कार्यक्रम के बाद गुरु विरक्त श्री ने राज्य सरकार से वीरशैव लिंगायत समुदाय को केंद्र सरकार के अन्य पिछड़े वर्गों की सूची में शामिल करने की सिफारिश करने की अपील की. वीरशैव लिंगायत विकास निगम के अध्यक्ष बी.एस. परमाशिवेय ने इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र सौंपने का वादा किया.
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दरअसल भाजपा हाईकमान ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की वीरशैव लिंगायत समुदाय को केंद्र की अन्य पिछड़ा समुदाय आरक्षण सूची में शामिल करने की सिफारिश पर रोक लगा दी थी. इसके बाद से वीरशैव लिंगायत संत समुदाय बराबर इसकी मांग उठाता रहा है.