नई दिल्ली : मुंबई के विधि के एक छात्र ने भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) एसए बोबडे को एक पत्र लिखा है और उनसे गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली के नाम पर लाल किले पर एक समुदाय विशेष का झंडा लहराने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ स्वत: संज्ञान लेने का अनुरोध किया है.
गौरतलब है कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान प्रदर्शनकारियों को एक समूह लाल किले में घुस गया था. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने लाल किले पर चढ़ कर उस पर एक समुदाय विशेष का झंडा लगा दिया था.
किसानों की ट्रैक्टर परेड के राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में फैल जाने के कारण मंगलवार को उन इलाकों में यातायात बाधित हुआ. पुलिस द्वारा लगाए गए अवरोधकों और नाकाओं के बावजूद ट्रैक्टर परेड मध्य दिल्ली के आईटीओ और लाल किला इलाकों में पहुंच गई.
ट्रैक्टरों पर सवार हजारों किसान विभिन्न प्रवेश स्थानों से दिल्ली में प्रवेश कर गए. तिरंगा और अपने संगठनों के झंडे लिए किसानों की कई स्थानों पर पुलिस से भिड़ंत भी हुई. लाठियों से लैस किसानों ने लाल किले को घेरने का प्रयास किया. किसान अपनी ट्रैक्टर परेड के निर्धारित मार्ग से हटकर इस ऐतिहासिक स्मारक तक पहुंच गए थे, जहां उन्होंने अपने झंडे लगा दिए.
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गणतंत्र दिवस की छुट्टी के कारण सड़कों पर यातायात हालांकि कम था. आंदोलनकारी किसानों के लेकिन पूर्व-र्निधारित रैली मार्गों से हट जाने तथा सिंघू, टीकरी, गाजीपुर और अन्य सीमाओं से दिल्ली की ओर बढ़ने के कारण कई इलाकों में यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया.