चमोली: उत्तराखंड के चमोली जिले में मलारी गांव से एक बड़ा हादसा हुआ है. जहां भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाला वैली ब्रिज टूटकर धौलीगंगा नदी में गिर गया. यह घटना मलारी गांव के पास बुरांस में हु है. हादसे के वक्त पुल के ऊपर से बॉर्डर सड़क निर्माण कर रही कंपनी का एक ट्रक वहां से गुजर रहा था, जो पुल टूटने की वजह से धौलीगंगा में जा गिरा. गनीमत रही कि चालक ने ट्रक से कूदकर अपनी जान बचा ली.
धौलीगंगा पर बने पुल के टूटने से फरकिया कैलाशपुर, गमशाली, बम्पा और नीति गांव सहित भारत-चीन सीमा से सेना का संपर्क टूट गया हैं. जोशीमठ में तैनात सीमा सड़क संगठन के कमांडर कर्नल अंकुर महाजन ने बताया पुल टूटने की सूचना पर बीआरओ के कर्मचारियों को मौके पर भेजकर पुल निर्माण का कार्य शुरू करवा दिया गया गया हैं.
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उन्होंने कहा हमारी कोशिश रहेगी कि एक हफ्ते के भीतर पुल तैयार किया जा सके. साथ ही सीमा पर वाहनों की वैकल्पिक आवाजाही के लिए धौलीगंगा पर काजवे का निर्माण किया जा रहा है, जो कल तक पूरा हो जाएगा. पुल टूटने के कारणों की जांच की जा रही हैं.
वहीं, पुल टूटने से स्थानीय लोगों में बीआरओ के प्रति आक्रोश है. सूकी भलागांव के प्रधान लक्ष्मण बुटोला ने कहा ग्रामीण लंबे समय से वैली ब्रिज के स्थान पर स्थायी पुल बनाने की मांग कर रहे हैं. इस वैली ब्रिज की स्थिति कई सालो से जर्जर बनी हुई थी, लेकिन बीआरओ ने समय रहते पुल का निर्माण नहीं किया.
ग्रामीणों ने कहा इन दिनों सीमांत गांवों में रहने वाले ग्रामीण ग्रीष्मकालीन प्रवास के लिए अपने गांवों की तरफ जाने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन पुल न होने से उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है, ग्रामीणों ने जल्द पुल निर्माण की मांग की है.