ETV Bharat / bharat

नाबालिग को लगा दी वैक्सीन, हालत बिगड़ी तो स्वास्थ्य महकमे के होश उड़े, जांच जारी - हालत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती

मध्य प्रदेश मुरैना के अम्बाह में एक 16 साल के नाबालिग को वैक्सीन लगाने का मामला सामने आया है. वैक्सीन लगाने के बाद नाबालिग की हालत बिगड़ गई. नाबालिग को इलाज के लिए ग्वालियर में भर्ती कराया गया है. मुरैना CMHO ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं.

नाबालिग का अस्पताल में इलाज जारी
नाबालिग का अस्पताल में इलाज जारी
author img

By

Published : Aug 29, 2021, 8:28 PM IST

मुरैना : अम्बाह तहसील के रूअर गांव में 16 साल के नाबालिग को वैक्सीन लगाने का मामला सामने आया है. वैक्सीनेशन के बाद नाबालिग की तबीयत बिगड़ गई और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने वैक्सीनेशन सेंटर पर हंगामा कर दिया और वैक्सीन को जमीन पर पटक दिया. हंगाने की सूचना मिलते ही अंबाह थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को अपने नियंत्रण में लिया.

वैक्सीनेशन सेंटर पर लगवाई वैक्सीन

अम्बाह के रूअर पंचायत के बाग का पुरा गांव में वैक्सीनेशन सेंटर बनाया गया था. यहां पहुंचे 16 साल के पिल्लू ने अपने आधार कार्ड से रजिस्ट्रेशन करवाकर वैक्सीन लगवा ली. जबकि नाबालिग के आधार कार्ड पर जन्म दिनांक 1 जनवरी 2005 लिखी हुई थी. वैक्सीन लगाने के बाद नाबालिग की हालत बिगड़ने लगी तो उसे घर भेज दिया गया.

नाबालिग के आधार कार्ड में 1 जनवरी 2005 दर्ज है
नाबालिग के आधार कार्ड में 1 जनवरी 2005 दर्ज है

घर पहुंचने पर हुआ बेहोश

घर पहुंचने पर नाबालिग बेहोश हो गया तो परिजन उसे अम्बाह अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां से नाबालिग को मुरैना जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. मुरैना जिला अस्पताल में उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ तो नाबालिग को ग्वालियर अस्पताल रेफर कर दिया गया. अब नाबालिग का ग्वालियर अस्पताल में इलाज जारी है. इधर घटना के बाद परिजनों ने वैक्सीनेशन सेंटर पर जाकर हंगामा कर दिया.

पुलिस ने शुरु की मामले की जांच

नाबालिग पिल्लू के परिजनों ने बताया कि गांव का एक शिक्षक पिल्लू को अपने साथ ले गया था और उसी ने उसका रजिस्ट्रेशन कराया था, जबकि 18 साल से कम उम्र वालों को वैक्सीन नहीं लग सकती है. परिजनों ने घटना की शिकायत अंबाह थाने में भी की है और सख्त कार्रवाई की मांग की है.

इस मामले में अंबाह थाना प्रभारी योगेन्द्र सिंह जादौन का कहना है कि 18 साल से कम उम्र के लड़के को वैक्सीन लगाई गई है, यह जांच का विषय है, वहीं नर्सिंग स्टाफ की तरफ से परिजनों के हंगामे के खिलाफ कोई शिकायत नहीं की गई है. बताया जा रहा है कि वैक्सीनेशन के बाद नाबालिग को मिर्गी का दौरा पड़ा था.

CMHO ने जांच के दिए आदेश

इस मामले में मुरैना के CMHO डॉ. एडी शर्मा का कहना है कि रुअर पोरसा ब्लॉक में आता है. लेकिन परिजन अम्बाह अस्पताल में लड़के को लेकर गए थे. डाक्टर से चर्चा हुई है, ग्रामीणों से पता किया तो लड़का मिर्गी का मरीज बताया गया है. 16 साल के किशोर को वैक्सीन कैसे लगी ये जांच का विषय है.

यह भी पढ़ें-बेरहम मां ने पार की क्रूरता की सारी हदें, मासूम को दी यातनाएं

ड्यूटी डाक्टर ने बताया कि उसकी पल्स, बीपी सभी नार्मल है. खतरे जैसी कोई बात नहीं थी. नाबालिग को वैक्सीन लगाने वाले मामले में एक जांच टीम गठित कर दी गई है. हमारे स्टॉफ से गलती हुई है या किसी और की गलती है यह जांच टीम यह बताएगी.

मुरैना : अम्बाह तहसील के रूअर गांव में 16 साल के नाबालिग को वैक्सीन लगाने का मामला सामने आया है. वैक्सीनेशन के बाद नाबालिग की तबीयत बिगड़ गई और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने वैक्सीनेशन सेंटर पर हंगामा कर दिया और वैक्सीन को जमीन पर पटक दिया. हंगाने की सूचना मिलते ही अंबाह थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को अपने नियंत्रण में लिया.

वैक्सीनेशन सेंटर पर लगवाई वैक्सीन

अम्बाह के रूअर पंचायत के बाग का पुरा गांव में वैक्सीनेशन सेंटर बनाया गया था. यहां पहुंचे 16 साल के पिल्लू ने अपने आधार कार्ड से रजिस्ट्रेशन करवाकर वैक्सीन लगवा ली. जबकि नाबालिग के आधार कार्ड पर जन्म दिनांक 1 जनवरी 2005 लिखी हुई थी. वैक्सीन लगाने के बाद नाबालिग की हालत बिगड़ने लगी तो उसे घर भेज दिया गया.

नाबालिग के आधार कार्ड में 1 जनवरी 2005 दर्ज है
नाबालिग के आधार कार्ड में 1 जनवरी 2005 दर्ज है

घर पहुंचने पर हुआ बेहोश

घर पहुंचने पर नाबालिग बेहोश हो गया तो परिजन उसे अम्बाह अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां से नाबालिग को मुरैना जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. मुरैना जिला अस्पताल में उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ तो नाबालिग को ग्वालियर अस्पताल रेफर कर दिया गया. अब नाबालिग का ग्वालियर अस्पताल में इलाज जारी है. इधर घटना के बाद परिजनों ने वैक्सीनेशन सेंटर पर जाकर हंगामा कर दिया.

पुलिस ने शुरु की मामले की जांच

नाबालिग पिल्लू के परिजनों ने बताया कि गांव का एक शिक्षक पिल्लू को अपने साथ ले गया था और उसी ने उसका रजिस्ट्रेशन कराया था, जबकि 18 साल से कम उम्र वालों को वैक्सीन नहीं लग सकती है. परिजनों ने घटना की शिकायत अंबाह थाने में भी की है और सख्त कार्रवाई की मांग की है.

इस मामले में अंबाह थाना प्रभारी योगेन्द्र सिंह जादौन का कहना है कि 18 साल से कम उम्र के लड़के को वैक्सीन लगाई गई है, यह जांच का विषय है, वहीं नर्सिंग स्टाफ की तरफ से परिजनों के हंगामे के खिलाफ कोई शिकायत नहीं की गई है. बताया जा रहा है कि वैक्सीनेशन के बाद नाबालिग को मिर्गी का दौरा पड़ा था.

CMHO ने जांच के दिए आदेश

इस मामले में मुरैना के CMHO डॉ. एडी शर्मा का कहना है कि रुअर पोरसा ब्लॉक में आता है. लेकिन परिजन अम्बाह अस्पताल में लड़के को लेकर गए थे. डाक्टर से चर्चा हुई है, ग्रामीणों से पता किया तो लड़का मिर्गी का मरीज बताया गया है. 16 साल के किशोर को वैक्सीन कैसे लगी ये जांच का विषय है.

यह भी पढ़ें-बेरहम मां ने पार की क्रूरता की सारी हदें, मासूम को दी यातनाएं

ड्यूटी डाक्टर ने बताया कि उसकी पल्स, बीपी सभी नार्मल है. खतरे जैसी कोई बात नहीं थी. नाबालिग को वैक्सीन लगाने वाले मामले में एक जांच टीम गठित कर दी गई है. हमारे स्टॉफ से गलती हुई है या किसी और की गलती है यह जांच टीम यह बताएगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.