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मध्य प्रदेश में वैक्सीनेशन का अजीब खेल : बिना टीका लगाए लोगों को मिल रहा सर्टिफिकेट, 7 महीने में 19 हजार शिकायतें

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Published : Dec 12, 2021, 6:20 PM IST

भोपाल में वैक्सीनेशन फर्जीवाड़े (Vaccination Fraud in Bhopal) का मामला सामने आया है. लोगों का कहना है कि उन्हें बिना टीका लगाए सर्टिफिकेट मिल रहा है. इस संबंध में कोविड हेल्पलाइन 1075 (Covid Helpline 1075) पर 7 माह में 19 हजार से ज्यादा शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं. हालांकि, शिकायत के बाद लोगों को वैक्सीन लग रही है.

Vaccination fraud in Bhopal  etv bharat
Vaccination fraud in Bhopal etv bharat

भोपाल : कोविड हेल्पलाइन 1075 (Covid Helpline 1075) पर वैक्सीनेशन को लेकर लोग अपनी शिकायत दर्ज करवा रहे हैं. कई लोगों ने हेल्पलाइन पर शिकायत की है कि उन्हें वैक्सीन (Vaccination Fraud in Bhopal) नहीं लगी, लेकिन फिर भी उनके मोबाइल पर वैक्सीन लगने का मैसेज मिल रहा है. वहीं सरकार दावा कर रही है कि कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave of Corona) को रोकने की पूरी तैयारी है. (People Getting Certificate Without Vaccination) इसके लिए 100 फीसदी टीकाकरण का टारगेट पूरा कर लिया जाएगा, लेकिन हेल्पलाइन पर आ रही शिकायतों से सरकार के दावों पर सवाल खड़े हो रहे हैं.

केस-1: भोपाल के व्यक्ति को दरभंगा में लगा टीका

भोपाल के अयोध्या बायपास की विवेकानंद कॉलोनी में रहने वाले मोहम्मद फरहान को बिहार के दरभंगा जिले के सिंघवारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 22 नवंबर को सेकंड डोज लगने का मैसेज मिला. उन्होंने इसकी शिकायत हेल्पलाइन नंबर 1075 पर दर्ज कराई. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मामले की पड़ताल की तो पता चला कि सेकंड डोज लगे बिना उनके पास मैसेज आया है. उन्हें फर्स्ट डोज भोपाल में ही लगा है. ऐसे में अधिकारियों ने उन्हें सेकंड डोज लगवाया. (Vaccination Fraud in Madhya Pradesh)

केस-2: भोपाल के व्यक्ति को राजस्थान में लगा टीका

दूसरा केस करोंद निवासी रघुनंदन दुबे का है. जिन्हें राजस्थान की चुरेलिया पीएचसी में 11 नवंबर को सेकंड डोज लगने का मैसेज आया. इसकी शिकायत उन्होंने हेल्पलाइन नंबर 1075 पर दर्ज कराई. पड़ताल के बाद इन्हें भेल (भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड) डिस्पेंसरी में उन्हें दूसरा डोज लगवाया गया.

केस-3: गुना के व्यक्ति के साथ वैक्सीनेशन फर्जीवाड़ा

तीसरे केस में यादवेंद्र ओझा ने पहला डोज गुना जिले में लगवाया था. सेकंड डोज का टाइम आने पर गुना से फोन आया, तो उन्होंने कहा कि वह भोपाल में टीका लगवा लेंगे, लेकिन अगले दिन उनके मोबाइल नंबर पर सेकंड डोज लगने का मैसेज आ गया. यादवेंद्र ने भी इसकी शिकायत की तो अफसरों ने मामले की जांच कारण का सेकंड डोज लगवा दिया.

7 महीने में आई 19 हजार से ज्यादा शिकायत

मई 2021 से नवंबर 2021 तक 19 हजार से ज्यादा शिकायतें 1075 हेल्पलाइन पर दर्ज की जा चुकी है. चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें से 230 लोग ऐसे हैं जिन्हें सेकंड डोज लगा ही नहीं है और उन्हें दूसरे जिलों या राज्यों से मैसेज आए कि आपको दोनों डोज लग चुके हैं. इनमें से 80 लोगों को दूसरे जिलों और 150 लोगों को यूपी, गुजरात, बिहार, दिल्ली और तमिलनाडु में सेकंड डोज लगने के मैसेज आए हैं. अब स्वास्थ्य विभाग इस माथापच्ची में परेशान है कि आखिर इनको यह मैसेज कहां से आ रहे हैं. हालांकि विभाग का कहना है कि इस तरह के मैसेज की जांच करने के बाद कई लोगों का वैक्सीनेशन कराया गया है.

विदेश जाने वाले 378 यात्रियों की शिकायतें

दूसरे देश जाने वाले यात्रियों कि 378 शिकायतें दर्ज हैं. इनमें वैक्सीनेशन सेंटर की जानकारी ना होने, कोविन पोर्टल पर पासपोर्ट डिटेल अपडेट न होने जैसी शिकायतें हैं. ऐसे यात्रियों के लिए भोपाल के गांधी नगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर वीजा पासपोर्ट वापस जाने के कारण वाजिब दस्तावेज सहित पोर्टल पर एंट्री कराई गई है.

कोविड-19 रिड्रेसल सिस्टम की इंचार्ज डॉक्टर हर्षिता सिंह का कहना है कि हेल्पलाइन पर दर्ज शिकायतों की जांच के बाद निराकरण हो रहा है. अब तक 70 फीसदी शिकायतें निपट चुकी हैं.

पढ़ेंः चंडीगढ़ में ओमीक्रोन का पहला मामला आया सामने

भोपाल : कोविड हेल्पलाइन 1075 (Covid Helpline 1075) पर वैक्सीनेशन को लेकर लोग अपनी शिकायत दर्ज करवा रहे हैं. कई लोगों ने हेल्पलाइन पर शिकायत की है कि उन्हें वैक्सीन (Vaccination Fraud in Bhopal) नहीं लगी, लेकिन फिर भी उनके मोबाइल पर वैक्सीन लगने का मैसेज मिल रहा है. वहीं सरकार दावा कर रही है कि कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave of Corona) को रोकने की पूरी तैयारी है. (People Getting Certificate Without Vaccination) इसके लिए 100 फीसदी टीकाकरण का टारगेट पूरा कर लिया जाएगा, लेकिन हेल्पलाइन पर आ रही शिकायतों से सरकार के दावों पर सवाल खड़े हो रहे हैं.

केस-1: भोपाल के व्यक्ति को दरभंगा में लगा टीका

भोपाल के अयोध्या बायपास की विवेकानंद कॉलोनी में रहने वाले मोहम्मद फरहान को बिहार के दरभंगा जिले के सिंघवारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 22 नवंबर को सेकंड डोज लगने का मैसेज मिला. उन्होंने इसकी शिकायत हेल्पलाइन नंबर 1075 पर दर्ज कराई. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मामले की पड़ताल की तो पता चला कि सेकंड डोज लगे बिना उनके पास मैसेज आया है. उन्हें फर्स्ट डोज भोपाल में ही लगा है. ऐसे में अधिकारियों ने उन्हें सेकंड डोज लगवाया. (Vaccination Fraud in Madhya Pradesh)

केस-2: भोपाल के व्यक्ति को राजस्थान में लगा टीका

दूसरा केस करोंद निवासी रघुनंदन दुबे का है. जिन्हें राजस्थान की चुरेलिया पीएचसी में 11 नवंबर को सेकंड डोज लगने का मैसेज आया. इसकी शिकायत उन्होंने हेल्पलाइन नंबर 1075 पर दर्ज कराई. पड़ताल के बाद इन्हें भेल (भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड) डिस्पेंसरी में उन्हें दूसरा डोज लगवाया गया.

केस-3: गुना के व्यक्ति के साथ वैक्सीनेशन फर्जीवाड़ा

तीसरे केस में यादवेंद्र ओझा ने पहला डोज गुना जिले में लगवाया था. सेकंड डोज का टाइम आने पर गुना से फोन आया, तो उन्होंने कहा कि वह भोपाल में टीका लगवा लेंगे, लेकिन अगले दिन उनके मोबाइल नंबर पर सेकंड डोज लगने का मैसेज आ गया. यादवेंद्र ने भी इसकी शिकायत की तो अफसरों ने मामले की जांच कारण का सेकंड डोज लगवा दिया.

7 महीने में आई 19 हजार से ज्यादा शिकायत

मई 2021 से नवंबर 2021 तक 19 हजार से ज्यादा शिकायतें 1075 हेल्पलाइन पर दर्ज की जा चुकी है. चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें से 230 लोग ऐसे हैं जिन्हें सेकंड डोज लगा ही नहीं है और उन्हें दूसरे जिलों या राज्यों से मैसेज आए कि आपको दोनों डोज लग चुके हैं. इनमें से 80 लोगों को दूसरे जिलों और 150 लोगों को यूपी, गुजरात, बिहार, दिल्ली और तमिलनाडु में सेकंड डोज लगने के मैसेज आए हैं. अब स्वास्थ्य विभाग इस माथापच्ची में परेशान है कि आखिर इनको यह मैसेज कहां से आ रहे हैं. हालांकि विभाग का कहना है कि इस तरह के मैसेज की जांच करने के बाद कई लोगों का वैक्सीनेशन कराया गया है.

विदेश जाने वाले 378 यात्रियों की शिकायतें

दूसरे देश जाने वाले यात्रियों कि 378 शिकायतें दर्ज हैं. इनमें वैक्सीनेशन सेंटर की जानकारी ना होने, कोविन पोर्टल पर पासपोर्ट डिटेल अपडेट न होने जैसी शिकायतें हैं. ऐसे यात्रियों के लिए भोपाल के गांधी नगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर वीजा पासपोर्ट वापस जाने के कारण वाजिब दस्तावेज सहित पोर्टल पर एंट्री कराई गई है.

कोविड-19 रिड्रेसल सिस्टम की इंचार्ज डॉक्टर हर्षिता सिंह का कहना है कि हेल्पलाइन पर दर्ज शिकायतों की जांच के बाद निराकरण हो रहा है. अब तक 70 फीसदी शिकायतें निपट चुकी हैं.

पढ़ेंः चंडीगढ़ में ओमीक्रोन का पहला मामला आया सामने

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