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उत्तरकाशी रेस्क्यू ऑपरेशन, मलबे के बाद बर्फबारी की चुनौती, स्नोफॉल येलो अलर्ट ने बढ़ाई टेंशन

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 25, 2023, 3:26 PM IST

Updated : Nov 25, 2023, 3:37 PM IST

snowfall Impact in Uttarkashi rescue operation उत्तराखंड में बर्फबारी के येलो अलर्ट के बाद उत्तरकाशी टनल रेस्क्यू पर भी असर पड़ सकता है. उत्तरकाशी में जिस जगह पर ये रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है तो बर्फबारी वाले इलाकों में आता है. यहां सर्दियों में अक्सर बर्फबारी होती है. सिलक्यारा में अगर आने वाले एक दो दिनों में बर्फबारी होती है तो टनल में फंसे मजदूरों के साथ ही बाहर रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे कर्मियों की परेशानियां भी बढ़ेंगी.

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देहरादून: उत्तराखंड मौसम विभाग ने बर्फबारी को लेकर अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा के ऊपरी इलाकों में बरसात के साथ-साथ बर्फबारी की संभावना व्यक्त की है. मौसम विभाग के येलो अलर्ट का उत्तरकाशी में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन पर भी असर पड़ सकता है.

सिलक्यारा, बड़कोट उत्तरकाशी के वो इलाके हैं जहां अच्छी खास बर्फबारी होती है. अगर मौसम विभाग की चेतावनी के हिसाब से यहां बर्फबारी होती है तो निश्चित तौर पर रेस्क्यू ऑपरेशन प्रभावित होगा. बर्फबारी के बाद बिजली पानी की दिक्कत पैदा हो सकती है. साथ ही ठंड बढ़ने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे लोगों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.

सोमवार से हो सकती है बर्फबारी: बताया जा रहा है कि सोमवार से उत्तराखंड में मौसम में काफी हद तक बदलाव देखा जाएगा. मौसम विभाग ने उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा के ऊपरी इलाकों में बरसात के साथ-साथ बर्फबारी की संभावना व्यक्त की है. मौसम विभाग का कहना है कि दो दिन बाद प्रदेश में ऊंचे इलाकों में बर्फबारी हो सकती है. इसके साथ ही मैदानी इलाकों की बात करें तो उत्तर प्रदेश से लगाते हुए इलाके भी कोहरे की चपेट में भी आ सकते हैं. ऐसे में जरुरी हो जाता है कि आज या कल में सिलक्यारा में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन को किसी भी हाल में पूरा करना होगा, अगर ऐसा नहीं होता है तो बर्फबारी के बाद परेशानियां बढ़ सकती हैं, जिससे सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों की जिंदगी पर सकंट खड़ा हो सकता है.

पढे़ं-रेस्क्यू ऑपरेशन पर सभी एजेंसियों की हाईलेवल मीटिंग, मैनुअल ड्रिलिंग पर होगा फैसला, सुरंग के ऊपर वर्टिकल खुदाई की भी तैयारी

क्या कहते हैं मौसम विभाग के निदेशक: मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह की मानें तो फिलहाल येलो अलर्ट जारी किया है. इसके बाद संभावना है कि पिथौरागढ़, चमोली, रुद्रप्रयाग के ऊंचाई वाले इलाकों में तापमान में गिरावट आ सकती है. मौजूदा समय में उत्तराखंड में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक और न्यूनतम तापमान सामान्य बना हुआ है. रविवार से प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ पूरे उत्तराखंड में सक्रिय हो रहा है. इसके सक्रिय होने से ऊपरी इलाकों में बर्फबारी और बारिश की संभावना अधिक बढ़ रही है. उत्तराखंड के साथ-साथ हिमाचल के भी ऊपरी इलाकों में इस तरह के हालात बन सकते हैं.

पढे़ं- उत्तराखंड में बर्फबारी का येलो अलर्ट, नए साल पर ये हिल स्टेशन कर रहे पर्यटकों का इंतजार

3500मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी: 3500 मीटर से अधिक वाले ऊंचाई के क्षेत्र में बर्फबारी होने की बात लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. वहीं जो पर्यटक बर्फबारी देखने उत्तराखंड आना चाहते हैं उनके लिए अभी उतनी बर्फबारी नहीं होगी जितना वह पर्यटक स्थलों पर आनंद ले सकें. लिहाजा दिसंबर महीने में पर्यटक औली, चकराता और गढ़वाल कुमाऊं के उन इलाकों का रुख कर सकते हैं, जहां पर बर्फबारी अधिक होती है.

देहरादून: उत्तराखंड मौसम विभाग ने बर्फबारी को लेकर अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा के ऊपरी इलाकों में बरसात के साथ-साथ बर्फबारी की संभावना व्यक्त की है. मौसम विभाग के येलो अलर्ट का उत्तरकाशी में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन पर भी असर पड़ सकता है.

सिलक्यारा, बड़कोट उत्तरकाशी के वो इलाके हैं जहां अच्छी खास बर्फबारी होती है. अगर मौसम विभाग की चेतावनी के हिसाब से यहां बर्फबारी होती है तो निश्चित तौर पर रेस्क्यू ऑपरेशन प्रभावित होगा. बर्फबारी के बाद बिजली पानी की दिक्कत पैदा हो सकती है. साथ ही ठंड बढ़ने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे लोगों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.

सोमवार से हो सकती है बर्फबारी: बताया जा रहा है कि सोमवार से उत्तराखंड में मौसम में काफी हद तक बदलाव देखा जाएगा. मौसम विभाग ने उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा के ऊपरी इलाकों में बरसात के साथ-साथ बर्फबारी की संभावना व्यक्त की है. मौसम विभाग का कहना है कि दो दिन बाद प्रदेश में ऊंचे इलाकों में बर्फबारी हो सकती है. इसके साथ ही मैदानी इलाकों की बात करें तो उत्तर प्रदेश से लगाते हुए इलाके भी कोहरे की चपेट में भी आ सकते हैं. ऐसे में जरुरी हो जाता है कि आज या कल में सिलक्यारा में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन को किसी भी हाल में पूरा करना होगा, अगर ऐसा नहीं होता है तो बर्फबारी के बाद परेशानियां बढ़ सकती हैं, जिससे सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों की जिंदगी पर सकंट खड़ा हो सकता है.

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क्या कहते हैं मौसम विभाग के निदेशक: मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह की मानें तो फिलहाल येलो अलर्ट जारी किया है. इसके बाद संभावना है कि पिथौरागढ़, चमोली, रुद्रप्रयाग के ऊंचाई वाले इलाकों में तापमान में गिरावट आ सकती है. मौजूदा समय में उत्तराखंड में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक और न्यूनतम तापमान सामान्य बना हुआ है. रविवार से प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ पूरे उत्तराखंड में सक्रिय हो रहा है. इसके सक्रिय होने से ऊपरी इलाकों में बर्फबारी और बारिश की संभावना अधिक बढ़ रही है. उत्तराखंड के साथ-साथ हिमाचल के भी ऊपरी इलाकों में इस तरह के हालात बन सकते हैं.

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3500मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी: 3500 मीटर से अधिक वाले ऊंचाई के क्षेत्र में बर्फबारी होने की बात लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. वहीं जो पर्यटक बर्फबारी देखने उत्तराखंड आना चाहते हैं उनके लिए अभी उतनी बर्फबारी नहीं होगी जितना वह पर्यटक स्थलों पर आनंद ले सकें. लिहाजा दिसंबर महीने में पर्यटक औली, चकराता और गढ़वाल कुमाऊं के उन इलाकों का रुख कर सकते हैं, जहां पर बर्फबारी अधिक होती है.

Last Updated : Nov 25, 2023, 3:37 PM IST
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