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उत्तराखंड के इस सांसद ने रखा था सबसे पहले INDIA का नाम BHARAT करने का प्रस्ताव, जानें कौन हैं वो

India Vs Bharat Controversy संसद में देश का नाम बदलकर 'भारत' रखने का प्रस्ताव मोदी सरकार ला सकती है. इसी क्रम में हम आपको राज्यसभा में 'इंडिया' का नाम बदलकर 'भारत' रखने का प्रस्ताव रखने वाले उत्तराखंड के सांसद के बारे में बताएंगे. जानिए कौन हैं वो सांसद.. पढ़ें पूरी खबर. Uttarakhand MP Naresh Bansal

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 5, 2023, 7:58 PM IST

देहरादून: संसद में देश का नाम बदलकर 'भारत' रखने का प्रस्ताव मोदी सरकार ला सकती है, जिसकी पूरे देश में चर्चा हो रही है. इसी बीच आज हम आपको उत्तराखंड के इस सांसद से रूबरू करवाएंगे, जिन्होंने राज्यसभा में 'इंडिया' का नाम बदलकर 'भारत' रखने का प्रस्ताव सबसे पहले रखा था. दरअसल G20 समिट के दौरान राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले रात्रि भोज के आमंत्रण पत्र पर 'The President of Bharat' लिखने के बाद इस विषय पर विवाद और चर्चाएं शुरू हो गई हैं.

  • गुलामी की मानसिकता पर एक और गहरी चोट..

    G20 समिट के दौरान राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले रात्रि भोज के निमंत्रण पत्र पर "The President of Bharat" लिखा जाना प्रत्येक देशवासी के लिए गौरव का क्षण है।

    भारत माता की जय ! pic.twitter.com/IdAgHGRt36

    — Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) September 5, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

रात्रि भोज के आमंत्रण पत्र पर लिखा 'The President of Bharat' : दिल्ली में आगामी 9-10 सितंबर होने जा रही जी20 की बैठक से पहले राष्ट्रपति भवन में 9 सितंबर को एक रात्रि भोज रखा गया है, जिसमें दुनिया भर की तमाम बड़ी हस्तियां शिरकत करेंगी. इस कार्यक्रम के लिए राष्ट्रपति भवन से जो आमंत्रण पत्र सभी को गए हैं. उसमें प्रेसिडेंट ऑफ 'इंडिया' की जगह प्रेसिडेंट ऑफ 'भारत' बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा गया है. इसके बाद तमाम राजनीतिक दलों में खलबली मच गई है. कयास लगाए जा रहे हैं कि कहीं मोदी सरकार विशेष सत्र में 'इंडिया' का नाम बदलकर 'भारत' तो नहीं रखने जा रही है. कांग्रेस और 'इंडिया' के तमाम सहयोगी दल भी इस मामले पर सरकार को घेरने में लगे हुए हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी इसे 'भारत' के लिए और 'भारत' की जनता के लिए गौरवशाली पल बताया है.

Uttarakhand MP Naresh Bansal
राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने जताई खुशी

राज्यसभा में सांसद नरेश बंसल ने सबसे पहले रखा था प्रस्ताव: बता दें कि, बीते सत्र में राज्यसभा में सांसद नरेश बंसल ने राष्ट्रपति के सामने यह प्रस्ताव रखा था कि किसी भी देश के दो नाम नहीं होते, लेकिन 'भारत' के दो नाम होने से उन्हें आपत्ति है. उन्होंने कहा था कि तमाम कार्यक्रम में पत्राचार में जहां-जहां पर भी 'इंडिया' शब्द लिखा जाता है. उसे 'भारत' में तब्दील किया जाए. इतना ही नहीं, संविधान में संशोधन करके 'इंडिया' का नाम बदलकर 'भारत' रखा जाए. इसके बाद बीजेपी के ही कई सांसदों ने उनके प्रस्ताव का समर्थन किया था.

ये भी पढ़ें: 'The President of Bharat' विवाद पर CM धामी बोले, 'यह गौरव का क्षण, गुलामी की मानसिकता पर गहरी चोट'

नरेश बंसल बोले गुलामी से बाहर निकालने के संकेत: नरेश बंसल का कहना है कि भारतीय सेना भी जब किसी कार्य को करती है, तो 'भारत' माता की जय के नारे लगाती है, ना कि 'इंडिया' जय के नारे लगाती है. उन्होंने राष्ट्रपति के आमंत्रण पत्र पर भी खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि यह गुलामी से बाहर निकालने के संकेत हैं और उन्हें खुशी है कि अब यह आवाज जोर-शोर पर सुनाई दे रही है.

ये भी पढ़ें: CM Mamata On Bharat VS India : अचानक क्या हुआ कि इंडिया को केवल भारत कहने की जरूरत पड़ी : ममता बनर्जी

देहरादून: संसद में देश का नाम बदलकर 'भारत' रखने का प्रस्ताव मोदी सरकार ला सकती है, जिसकी पूरे देश में चर्चा हो रही है. इसी बीच आज हम आपको उत्तराखंड के इस सांसद से रूबरू करवाएंगे, जिन्होंने राज्यसभा में 'इंडिया' का नाम बदलकर 'भारत' रखने का प्रस्ताव सबसे पहले रखा था. दरअसल G20 समिट के दौरान राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले रात्रि भोज के आमंत्रण पत्र पर 'The President of Bharat' लिखने के बाद इस विषय पर विवाद और चर्चाएं शुरू हो गई हैं.

  • गुलामी की मानसिकता पर एक और गहरी चोट..

    G20 समिट के दौरान राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले रात्रि भोज के निमंत्रण पत्र पर "The President of Bharat" लिखा जाना प्रत्येक देशवासी के लिए गौरव का क्षण है।

    भारत माता की जय ! pic.twitter.com/IdAgHGRt36

    — Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) September 5, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

रात्रि भोज के आमंत्रण पत्र पर लिखा 'The President of Bharat' : दिल्ली में आगामी 9-10 सितंबर होने जा रही जी20 की बैठक से पहले राष्ट्रपति भवन में 9 सितंबर को एक रात्रि भोज रखा गया है, जिसमें दुनिया भर की तमाम बड़ी हस्तियां शिरकत करेंगी. इस कार्यक्रम के लिए राष्ट्रपति भवन से जो आमंत्रण पत्र सभी को गए हैं. उसमें प्रेसिडेंट ऑफ 'इंडिया' की जगह प्रेसिडेंट ऑफ 'भारत' बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा गया है. इसके बाद तमाम राजनीतिक दलों में खलबली मच गई है. कयास लगाए जा रहे हैं कि कहीं मोदी सरकार विशेष सत्र में 'इंडिया' का नाम बदलकर 'भारत' तो नहीं रखने जा रही है. कांग्रेस और 'इंडिया' के तमाम सहयोगी दल भी इस मामले पर सरकार को घेरने में लगे हुए हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी इसे 'भारत' के लिए और 'भारत' की जनता के लिए गौरवशाली पल बताया है.

Uttarakhand MP Naresh Bansal
राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने जताई खुशी

राज्यसभा में सांसद नरेश बंसल ने सबसे पहले रखा था प्रस्ताव: बता दें कि, बीते सत्र में राज्यसभा में सांसद नरेश बंसल ने राष्ट्रपति के सामने यह प्रस्ताव रखा था कि किसी भी देश के दो नाम नहीं होते, लेकिन 'भारत' के दो नाम होने से उन्हें आपत्ति है. उन्होंने कहा था कि तमाम कार्यक्रम में पत्राचार में जहां-जहां पर भी 'इंडिया' शब्द लिखा जाता है. उसे 'भारत' में तब्दील किया जाए. इतना ही नहीं, संविधान में संशोधन करके 'इंडिया' का नाम बदलकर 'भारत' रखा जाए. इसके बाद बीजेपी के ही कई सांसदों ने उनके प्रस्ताव का समर्थन किया था.

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नरेश बंसल बोले गुलामी से बाहर निकालने के संकेत: नरेश बंसल का कहना है कि भारतीय सेना भी जब किसी कार्य को करती है, तो 'भारत' माता की जय के नारे लगाती है, ना कि 'इंडिया' जय के नारे लगाती है. उन्होंने राष्ट्रपति के आमंत्रण पत्र पर भी खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि यह गुलामी से बाहर निकालने के संकेत हैं और उन्हें खुशी है कि अब यह आवाज जोर-शोर पर सुनाई दे रही है.

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