देहरादून : उत्तराखंड पुलिस विभाग में कई बड़े आपराधिक केसों में वर्कआउट कर पर्दाफाश करने में मददगार 'प्रिंसेस' डॉगी का दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई. बताया जा रहा है कि वह काफी दिनों से बीमार चल रही थी. उसका चिकित्सा उपचार भी जारी था, लेकिन उसके स्वास्थ्य में कोई खास सुधार नहीं हो रहा था. आज हार्ट अटैक से प्रिंसेस की मौत हो गई. देहरादून पुलिस लाइन में प्रिंसेस को गार्ड ऑफ ऑनर के अलावा पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई.
पुलिस लाइन अधिकारियों ने प्रिंसेस का पोस्टमॉर्टम कराया, जिसमें दिल का दौरा पड़ने से मौत की वजह सामने आई. प्रिंसेस के पार्थिव शरीर को गार्ड ऑफ ऑनर के साथ पुष्प अर्पण कर अंतिम विदाई दी गई.
हत्या-दुष्कर्म जैसी घटनाओं के खुलासे में प्रिंसेस मददगार
पिछले दिनों देहरादून के मिट्ठी बेरी टी-स्टेट जंगल में एक सात साल की मासूम बच्ची की दुष्कर्म हत्या मामले में खोजबीन के समय प्रिंसेस द्वारा ही घटनास्थल पर पुलिस को ले जाया गया था. इतना ही नहीं, देहरादून कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत मित्रलोक कॉलोनी में भी एक हत्या मामले में खोजबीन की कार्रवाई में प्रिंसेस ने ही पुलिस को सर्चिंग कर वर्कआउट की बड़ी लीड दी थी.
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जर्मन शेफर्ड प्रजाति की डागी प्रिंसेस उत्तराखंड पुलिस के डॉग स्क्वाड में प्रिंसेस 2012 से शामिल थी. इसके साथ ही वो राज्य स्थापना दिवस समेत अन्य आयोजन में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर चुकी है.
प्रशिक्षित डॉग्स की टीम में शामिल थी प्रिंसेस
देहरादून पुलिस लाइन में आधा दर्जन से अधिक पुलिसिंग में ट्रेनिंग पाए हुए हर तरह के डॉग्स की टीम है. इसमें बम स्क्वायड निरीक्षण करने से लेकर हिमालय जैसे दुर्गम क्षेत्रों में सर्चिंग ऑपरेशन में अपना अहम रोल अदा करने वाले प्रशिक्षित डॉग शामिल हैं. इसी टीम में प्रिंसेस भी शामिल थी. कानून व सुरक्षा व्यवस्था में पुलिस की कार्रवाई में प्रशिक्षित डॉग की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. इसी क्रम में प्रिंसेस द्वारा भी कई अपराध को वर्कआउट करने में उसका अहम योगदान था.