पौड़ी: उत्तराखंड में आगामी चारधाम यात्रा के लिए शासन और प्रशासन ने तैयारियों को अमलीजामा पहनाना शुरू कर दिया है. यात्रा में सभी श्रद्धालुओं की संख्या का लेखा-जोखा रखने के लिए हर बार की तरह इस बार भी पंजीकरण को अनिवार्य किया गया है. वहीं इस बार की चारधाम यात्रा के तहत सभी चारों धामों के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया अनिवार्य कर दी गई है. पहले पंजीकरण केवल केदारनाथ और बदरीनाथ के लिए ही किया जाता था. जिसके बाद इस बार गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के लिए भी यात्रियों को अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा.
गौरतलब है कि इस साल के लिए चारधाम यात्रा का श्रीगणेश आगामी 22 अप्रैल से होने जा रहा है. यात्रा मार्गों पर सभी व्यवस्थाओं को चाक चौबंद करने के लिए गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार ने सभी जिलाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किये हैं. गढ़वाल कमिश्नर ने बताया कि आगामी चारधाम यात्रा को लेकर गढ़वाल मंडल के सभी जिलों में तैयारियों को युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि हर बार की तरह इस बार भी यात्रियों का पंजीकरण अनिवार्य होगा. लेकिन पंजीकरण की प्रक्रिया को थोड़ा परिवर्तन किया गया है. इस बार पंजीकरण को चारों धामों में अनिवार्य किया जा रहा है.
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उन्होंने आगे कहा कि पहले यात्रियों का पंजीकरण केवल बदरीनाथ और केदारनाथ धामों के लिए ही किया जाता रहा है. गढ़वाल कमिश्नर ने कहा कि यात्रा मार्ग पर सभी तैयारियों को इन दिनों युद्धस्तर पर किया जा रहा है. प्रमुख धामों के लिए पहुंचने वाले पैदल मार्गों को सुदृढ़ किया जा रहा है. इसके अलावा यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य और पेयजल व्यवस्थाएं भी चाक चौबंद रहेगी. उन्होंने कहा कि यात्रा मार्गों पर स्वच्छता के लिए विशेष इंतजाम किये जा रहे हैं. चारों धामों में स्वच्छता को लेकर नगर पंचायत, पालिकाओं व जिला पंचायतों को निर्देश जारी किये गये हैं.