कलिम्पोंग: पश्चिम बंगाल के तीस्ता बांध के लॉक गेट के पास के बड़ा हादसा हो गया. इस हादसे में उत्तर प्रदेश के एक स्कूबा गोताखोर की मौत हो गई. इस घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल देखने को मिला. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मृतक स्कूबा डाइवर का नाम सिद्धार्थ सविता है, जो मोतीबाग कॉलोनी, दबूपारा, आगरा, उत्तर प्रदेश का रहने वाला है. सविता कलिम्पोंग जिले के कालीझोरा में रामभिष्ट राष्ट्रीय जल विद्युत परियोजना में एक संविदा कर्मचारी था. वह पिछले एक साल से एनएचपीसी में कार्यरत हैं.
ऐसे हुआ था हादसा
साथ में काम करने वाले कर्मचारियों के मुताबिक युवक सोमवार दोपहर एनएचपीसी के लॉक गेट नंबर चार पर मरम्मत कार्य में लगा हुआ था. बांध में रिसाव को रोकने के लिए वह तीस्ता के पानी में करीब 300 मीटर की गहराई पर लीकेज की मरम्मत कर रहा था. लेकिन रिसाव पर काम करने के दौरान अचानक नदी के पानी के तेज दबाव के कारण वह बांध की दरार में फंस गया.
पानी के तेज दबाव के कारण बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं था. करीब एक घंटे तक अन्य बांध कर्मी उसे बचाने की कोशिश करते रहे. उसे बचाने के लिए गेट खोला गया और नदी का पानी छोड़ा गया, लेकिन उनके प्रयास व्यर्थ गए. डेढ़ घंटे बाद युवक का शव बरामद हुआ. उसका शव बरामद कर कलिम्पोंग जिला अस्पताल भेजा गया और रंभी थाने को सूचना दी गयी.
एनएचपीसी के अधिकारी ने कहा परिवार को मिलेगा मुआवजा
वहीं, इस घटना को लेकर एनएचपीसी के अधिकारी बलविंदर सिंह ने कहा अपने बयान में कहा कि बांध के काम के दौरान युवक दरार में फंस गया. वहां ऑक्सीजन सिलेंडर सहित सभी उपकरणों और सुरक्षा के साथ पानी में गया था. लेकिन दुर्भाग्य से, वह दरार में फंस गया. वहां से निकलने का कोई रास्ता नहीं था. जिसकी वजह से पानी के भारी दबाव के कारण युवक खुद को बचा नहीं सका, बाद में उसका शव बरामद किया गया. नियमों के अनुसार, उसके परिवार को हर संभव सहायता और मुआवजा दिया जाएगा.