नई दिल्ली: भारत के विदेश मंत्रालय ने धार्मिक स्वतंत्रता के विषय पर अमेरिकी विदेश विभाग की उस रिपोर्ट को पक्षपातपूर्ण करार दिया जिसमें अल्पसंख्यकों पर कथित हमलों की आलोचना की गई थी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि यह रिपोर्ट गलत सूचना और त्रुटिपूर्ण समझ पर आधारित हैं. बता दें कि पिछले साल अमेरिका की ओर से एक रिपोर्ट जारी की गई थी जिसमें आरोप लगाया गया था कि भारत में अल्पसंख्यकों के साथ पक्षपात किया जा रहा है.
भारत के विदेश मंत्रालय ने अमेरिका के इन रिपोर्टों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह पक्षपातपूर्ण है. यह रिपोर्ट गलत जानकारियों पर आधारित है और इसमें खामियां है. अरिंदम बागची ने अमेरिकी रिपोर्ट पर अफसोस जताते हुए कहा कि रिपोर्ट की विश्वसनीयता पर सवाल उठता है. उन्होंने कहा कि इससे अमेरिका के साथ भारत के संबंधों पर किसी तरह का प्रभाव नहीं पड़ने वाला है. चिंता के विषयों पर दोनों देशों के बीच विचार- विमर्श जारी रहेगा. अमेरिकी रिपोर्ट में भारत के विभिन्न राज्यों में सरकारों द्वारा अल्पसंख्यकों के खिलाफ कथित मनमानी का आरोप लगाया गया था.
अमेरिकी रिपोर्ट में कहा गया, 'विभिन्न राज्यों में धार्मिक अल्पसंख्यकों के सदस्यों के खिलाफ कानून प्रवर्तन अधिकारियों द्वारा हिंसा की कई रिपोर्टें मिलीं, जिसमें गुजरात में सादी वर्दी में पुलिस ने अक्टूबर में एक त्यौहार के दौरान हिंदू भक्तों को घायल करने के आरोपी चार विशेष वर्ग के पुरुषों को सार्वजनिक रूप से पीटा. मध्य प्रदेश में अप्रैल के महीने में कथित साम्प्रदायिक हिंसा हुई जिसके बाद एक विशेष वर्ग के घरों और दुकानों पर बुलडोजर चला दिया गया.'
(एएनआई)