ETV Bharat / bharat

भारत-अमेरिका ने म्यांमार में लोकतंत्र की जल्द बहाली का किया आह्वान

म्यांमार में तख्तापलट के खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार करते हुए अमेरिका और भारत ने वहां लोकतंत्र की जल्द बहाली, हिंसा का इस्तेमाल बंद करने एवं सभी राजनीतिक बंदियों को रिहा करने का आह्वान किया है.

भारत-अमेरिका
भारत-अमेरिका
author img

By

Published : Sep 25, 2021, 3:32 PM IST

वॉशिंगटन : म्यांमार में तख्तापलट के खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार करते हुए अमेरिका और भारत ने वहां लोकतंत्र की जल्द बहाली, हिंसा का इस्तेमाल बंद करने एवं सभी राजनीतिक बंदियों को रिहा करने का आह्वान किया है.

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच व्हाइट हाउस में शुक्रवार को हुई पहली प्रत्यक्ष द्विपक्षीय बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान में दोनों नेताओं नेम्यांमार को लेकर आसियान की आम सहमति से तैयार पांच सूत्री व्यवस्था को अविलंब लागू करने का भी आह्वान किया.

संयुक्त बयान में कहा गया, 'दोनों नेताओं नेम्यांमार में लोकतंत्र की जल्द बहाली, हिंसा का इस्तेमाल बंद करने और सभी राजनीतिक बंदियों को रिहा करने का आह्वान किया है.'

बाइडेन और मोदी ने म्यांमार के संबंध में आसियान द्वारा आम सहमति से तैयार की गई पांच सूत्री व्यवस्था को अविलंब लागू करने का भी आह्वान किया.

गौरतलब है किम्यांमार में सेना ने गत एक फरवरी को आंग सान सू ची के नेतृत्व वाली पार्टी की निर्वाचित सरकार को अपदस्थ कर सत्ता पर कब्जा कर लिया था और आपातकाल की घोषणा कर दी थी. एक अनुमान के अनुसार, सू ची सहित 3,400 लोगों को वहां की सैन्य सरकार ने हिरासत में ले रखा है.

दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के संघ (आसियान) ने पिछले महीने आम सहमति से पांच सूत्री व्यवस्था तैयार की थी जिसमें कहा गया है किम्यांमार में तत्काल हिंसा रोकी जाए और सभी पक्ष पूरा संयम बरतें. इसमें कहा गया है कि सभी पक्ष लोगों के हित में शांतिपूर्ण समाधान निकालने के लिए रचनात्मक चर्चा करें.

यह भी पढ़ें- चीन के बढ़ते प्रभुत्व को कम करने के लिए बनाना पड़ा AUKUS

इस पांच सूत्री व्यवस्था में कहा गया है कि आसियान पीठ के विशेष दूत वार्ता प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए मध्यस्थता करेंगे जिसमें आसियान के महासचिव सहायता करेंगे. इसमें यह भी कहा गया है कि आसियान मानवीय सहायता पहुंचाएगा जिसमें संघ के मानवीय सहायता संबंधी आपदा प्रबंधन समन्वय केंद्र की मदद ली जाएगी और इसके साथ ही सभी संबंधित पक्षों से मुलाकात के लिए विशेष दूत एवं शिष्टमंडल म्यांमार जाएगा.

भारत पूर्व में म्यांमार में हिंसा की निंदा कर चुका है और इसने वहां जान-माल के नुकसान पर दुख भी प्रकट किया था. इसने सभी पक्षों से संयम बरतने और हिरासत में लिए गए नेताओं को रिहा करने को कहा था.

नयी दिल्ली ने म्यांमार की स्थिति का शांतिपूर्ण ढंग से समाधान निकालने और लोकतंत्र बहाली के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी रेखांकित की थी.

(पीटीआई भाषा)

वॉशिंगटन : म्यांमार में तख्तापलट के खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार करते हुए अमेरिका और भारत ने वहां लोकतंत्र की जल्द बहाली, हिंसा का इस्तेमाल बंद करने एवं सभी राजनीतिक बंदियों को रिहा करने का आह्वान किया है.

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच व्हाइट हाउस में शुक्रवार को हुई पहली प्रत्यक्ष द्विपक्षीय बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान में दोनों नेताओं नेम्यांमार को लेकर आसियान की आम सहमति से तैयार पांच सूत्री व्यवस्था को अविलंब लागू करने का भी आह्वान किया.

संयुक्त बयान में कहा गया, 'दोनों नेताओं नेम्यांमार में लोकतंत्र की जल्द बहाली, हिंसा का इस्तेमाल बंद करने और सभी राजनीतिक बंदियों को रिहा करने का आह्वान किया है.'

बाइडेन और मोदी ने म्यांमार के संबंध में आसियान द्वारा आम सहमति से तैयार की गई पांच सूत्री व्यवस्था को अविलंब लागू करने का भी आह्वान किया.

गौरतलब है किम्यांमार में सेना ने गत एक फरवरी को आंग सान सू ची के नेतृत्व वाली पार्टी की निर्वाचित सरकार को अपदस्थ कर सत्ता पर कब्जा कर लिया था और आपातकाल की घोषणा कर दी थी. एक अनुमान के अनुसार, सू ची सहित 3,400 लोगों को वहां की सैन्य सरकार ने हिरासत में ले रखा है.

दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के संघ (आसियान) ने पिछले महीने आम सहमति से पांच सूत्री व्यवस्था तैयार की थी जिसमें कहा गया है किम्यांमार में तत्काल हिंसा रोकी जाए और सभी पक्ष पूरा संयम बरतें. इसमें कहा गया है कि सभी पक्ष लोगों के हित में शांतिपूर्ण समाधान निकालने के लिए रचनात्मक चर्चा करें.

यह भी पढ़ें- चीन के बढ़ते प्रभुत्व को कम करने के लिए बनाना पड़ा AUKUS

इस पांच सूत्री व्यवस्था में कहा गया है कि आसियान पीठ के विशेष दूत वार्ता प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए मध्यस्थता करेंगे जिसमें आसियान के महासचिव सहायता करेंगे. इसमें यह भी कहा गया है कि आसियान मानवीय सहायता पहुंचाएगा जिसमें संघ के मानवीय सहायता संबंधी आपदा प्रबंधन समन्वय केंद्र की मदद ली जाएगी और इसके साथ ही सभी संबंधित पक्षों से मुलाकात के लिए विशेष दूत एवं शिष्टमंडल म्यांमार जाएगा.

भारत पूर्व में म्यांमार में हिंसा की निंदा कर चुका है और इसने वहां जान-माल के नुकसान पर दुख भी प्रकट किया था. इसने सभी पक्षों से संयम बरतने और हिरासत में लिए गए नेताओं को रिहा करने को कहा था.

नयी दिल्ली ने म्यांमार की स्थिति का शांतिपूर्ण ढंग से समाधान निकालने और लोकतंत्र बहाली के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी रेखांकित की थी.

(पीटीआई भाषा)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.