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ब्लड क्लॉटिंग का रिस्क, अमेरिका ने जॉनसन एंड जॉनसन की कोरोना वैक्सीन के उपयोग को किया सीमित - ब्लड क्लॉटिंग का रिस्क

यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने गुरुवार को घोषणा की कि वह जॉनसन एंड जॉनसन कोविड-19 वैक्सीन के इमरजेंसी उपयोग को सीमित कर रहा है. उन्हें शक है कि जॉनसन एंड जॉनसन की कोरोना वैक्सीन जीवन के लिए खतरनाक 'खून के थक्के' बना रही है.

blood clot risk
ब्लड क्लॉटिंग का रिस्क
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Published : May 6, 2022, 9:49 AM IST

नई दिल्ली: यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने गुरुवार को घोषणा की कि वह जॉनसन एंड जॉनसन कोविड-19 वैक्सीन के इमरजेंसी उपयोग को सीमित कर रहा है. उन्हें शक है कि जॉनसन एंड जॉनसन की कोरोना वैक्सीन जीवन के लिए खतरनाक 'खून के थक्के' बना रही है. एफडीए ने एक बयान में कहा कि वैक्सीन मिलने के बाद थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (टीटीएस) के साथ थ्रोम्बोसिस नामक एक दुर्लभ और खतरनाक क्लॉटिंग स्थिति के जोखिम के कारण यह बदलाव किया जा रहा है. ये बदलाव ऑथराइज्ड बूस्टर खुराक पर भी लागू होता है. बता दें कि इससे पूर्व भी अमेरिका की नियामक संस्था ने साल 2021 के दिसंबर महीने में जॉनसन एंड जॉनसन के कोरोना वैक्सीन पर अस्थायी रोक लगाने की अनुशंसा की थी.

पढ़ें : कोविड-19: हवा में तैर रहा कोरोनावायरस भी कर सकता है संक्रमित

जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन को पिछले साल फरवरी में आपातकालीन उपयोग के लिए अधिकृत किया गया था. एफडीए के सेंटर फॉर बायोलॉजिक्स इवैल्यूएशन एंड रिसर्च के निदेशक पीटर मार्क्स ने सिन्हुआ न्यूज एजेंसी के हवाले से कहा कि हमारी कार्रवाई इस वैक्सीन के जोखिम के हमारे अद्यतन विश्लेषण को दर्शाती है. हम कुछ व्यक्तियों के लिए वैक्सीन के उपयोग को सीमित कर रहे हैं. मार्क्स ने आगे कहा कि एफडीए जैनसेन COVID-19 वैक्सीन और इसके साथ जुड़े टीटीएस के मामलों बारीकी से निगरानी कर रहा है. प्राधिकरण ने दावा किया है कि इस फैसले से पहले सुरक्षा निगरानी प्रणालियों से अद्यतन जानकारी का उपयोग किया गया है.

पढ़ें : COVID-19: Omicron संस्करण ने डेल्टा का सफाया नहीं किया, वापस आ सकता है - अध्ययन

एफडीए के अनुसार, इस साल 18 मार्च तक, एफडीए और यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने जैनसेन COVID-19 वैक्सीन लेने वाले 9 लोगों की मौत उनके शरीर में 'खून के थक्के' जमने से हो गई. जबकि 60 और मामलों में शरीर में 'खून के थक्के' जमने की पुष्टी हुई. पिछले साल दिसंबर में, सीडीसी की वैक्सीन सलाहकार समिति ने जॉनसन एंड जॉनसन के टीके पर एक अद्यतन सिफारिश जारी की, जिसमें कहा गया था कि यह संयुक्त राज्य अमेरिका में 18 वर्ष से अधिक सभी आयु वर्ग के लोगों में जेनसेन एडेनोवायरल-वेक्टर्ड सीओवीआईडी ​​​​-19 वैक्सीन पर एमआरएनए सीओवीआईडी ​​​​-19 टीके के उपयोग के लिए अधिमान्य सिफारिश करता है. एफडीए ने कहा कि टीटीएस के मामले आमतौर पर टीकाकरण के एक या दो सप्ताह बाद शुरू होते हैं. लक्षणों में सांस की तकलीफ, सीने में दर्द, पैर में सूजन, लगातार पेट में दर्द, सिरदर्द या धुंधली दृष्टि जैसे न्यूरोलॉजिकल लक्षण, या टीकाकरण की साइट से परे पेटीचिया नामक त्वचा के नीचे लाल धब्बे शामिल हैं.

(एएनआई)

नई दिल्ली: यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने गुरुवार को घोषणा की कि वह जॉनसन एंड जॉनसन कोविड-19 वैक्सीन के इमरजेंसी उपयोग को सीमित कर रहा है. उन्हें शक है कि जॉनसन एंड जॉनसन की कोरोना वैक्सीन जीवन के लिए खतरनाक 'खून के थक्के' बना रही है. एफडीए ने एक बयान में कहा कि वैक्सीन मिलने के बाद थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (टीटीएस) के साथ थ्रोम्बोसिस नामक एक दुर्लभ और खतरनाक क्लॉटिंग स्थिति के जोखिम के कारण यह बदलाव किया जा रहा है. ये बदलाव ऑथराइज्ड बूस्टर खुराक पर भी लागू होता है. बता दें कि इससे पूर्व भी अमेरिका की नियामक संस्था ने साल 2021 के दिसंबर महीने में जॉनसन एंड जॉनसन के कोरोना वैक्सीन पर अस्थायी रोक लगाने की अनुशंसा की थी.

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जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन को पिछले साल फरवरी में आपातकालीन उपयोग के लिए अधिकृत किया गया था. एफडीए के सेंटर फॉर बायोलॉजिक्स इवैल्यूएशन एंड रिसर्च के निदेशक पीटर मार्क्स ने सिन्हुआ न्यूज एजेंसी के हवाले से कहा कि हमारी कार्रवाई इस वैक्सीन के जोखिम के हमारे अद्यतन विश्लेषण को दर्शाती है. हम कुछ व्यक्तियों के लिए वैक्सीन के उपयोग को सीमित कर रहे हैं. मार्क्स ने आगे कहा कि एफडीए जैनसेन COVID-19 वैक्सीन और इसके साथ जुड़े टीटीएस के मामलों बारीकी से निगरानी कर रहा है. प्राधिकरण ने दावा किया है कि इस फैसले से पहले सुरक्षा निगरानी प्रणालियों से अद्यतन जानकारी का उपयोग किया गया है.

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एफडीए के अनुसार, इस साल 18 मार्च तक, एफडीए और यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने जैनसेन COVID-19 वैक्सीन लेने वाले 9 लोगों की मौत उनके शरीर में 'खून के थक्के' जमने से हो गई. जबकि 60 और मामलों में शरीर में 'खून के थक्के' जमने की पुष्टी हुई. पिछले साल दिसंबर में, सीडीसी की वैक्सीन सलाहकार समिति ने जॉनसन एंड जॉनसन के टीके पर एक अद्यतन सिफारिश जारी की, जिसमें कहा गया था कि यह संयुक्त राज्य अमेरिका में 18 वर्ष से अधिक सभी आयु वर्ग के लोगों में जेनसेन एडेनोवायरल-वेक्टर्ड सीओवीआईडी ​​​​-19 वैक्सीन पर एमआरएनए सीओवीआईडी ​​​​-19 टीके के उपयोग के लिए अधिमान्य सिफारिश करता है. एफडीए ने कहा कि टीटीएस के मामले आमतौर पर टीकाकरण के एक या दो सप्ताह बाद शुरू होते हैं. लक्षणों में सांस की तकलीफ, सीने में दर्द, पैर में सूजन, लगातार पेट में दर्द, सिरदर्द या धुंधली दृष्टि जैसे न्यूरोलॉजिकल लक्षण, या टीकाकरण की साइट से परे पेटीचिया नामक त्वचा के नीचे लाल धब्बे शामिल हैं.

(एएनआई)

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