सिवान : बिहार के सिवान जिले के मुफस्सिल थाने के बाहर किन्नरों ने जमकर बवाल किया. प्रदर्शन कर रहे किन्नरों ने पुलिस पर वसूली का आरोप लगाकर थाने के अंदर ही खुदकुशी की कोशिश की. एक किन्नर ने भरी हुई पेट्रोल की बॉटल लेकर खुद को आग लगा लेने की धमकी दे रही थी. वो बार बार गुहार लगा रही थी कि पुलिस उसके साथ इंसाफ करे. दूसरे किन्नर भी पुलिस पर वसूली का आरोप लगाकर न्याय मांग रहे थे. कह रहे थे कि हमारे पास नाच-गाकर पैसा कमाने के अलावा कोई दूसरा जरिया नहीं है. ये धंधा भी तभी चलता है जब पुलिस वालों को हफ्ते देते हैं.
ये भी पढ़ें- सिवान में आर्केस्ट्रा संचालक के अड्डे पर छापा, नाबालिग लड़कियों से जबरन करवाता था देह व्यापार
''पुलिस अचानक घर में घुसकर सब तितर बितर कर दिया और पैसे की डिमांड किया गया. प्रोग्राम करने जाते हैं तो पुलिस पैसे वसूल करना चाहती है. रोजी-रोटी का सवाल है. हमलोगों के पास नौकरी नहीं हैं. हमलोग क्या करें?"- माही, किन्नर
55 की संख्या में पहुंचे थे किन्नर: बता दें कि मुफस्सिल थाना इलाके में आगजनी की और जमकर बवाल मचाया. थाने के बाहर लगभग 55 किन्नर जुटे थे जो हंगामा कर रहे थे. उनका आरोप है कि पुलिस ने उनके साथ ज्यादती की है. उन्हें काम नहीं करने दिया जा रहा है. उनसे पैसे की वसूली की जा रही है. जब पैसे नहीं देते हैं तो इस तरह के केस में उलझाया जाता है.
क्या है मामला? : दरअसल, बिहार के सिवान जिले के मुफस्सिल थाने में किन्नरों ने जमकर बवाल किया. दरअसल, दिल्ली बाल संरक्षण आयोग की ऑर्केस्ट्रा संचालक के यहां छापेमारी हुई थी जिसमें 25 नाबालिग लड़कियों को मुक्त कराया गया था. गिरफ्तारी के बाद से किन्नरों ने पुलिस पर परेशान करने और वसूली का आरोप लगाया. इसी से परेशान होकर संचालन कर रहे किन्नरों ने मुफस्सिल थाने में बवाल शुरू कर दिया. थाना में पेट्रोल लेकर आग लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश भी की गई. इस दौरान सड़क पर टायर जलाकर आगजनी भी की गई.
सिवान में देह व्यापार का गोरखधंधा: इस घटना के संबंध में बताया गया है कि सिवान के कुशमंडी थाना इलाके में पिछले साल 29 नवंबर को एक एफआईआर दर्ज करवाई गई थी. जिसमें ये शिकायत दर्ज कराई गई थी की सिवान में कुछ नाबालिग लड़कियों से जबरन नाच-गाना के साथ-साथ देह व्यापार के धंधे में धकेला जा रहा है. इस शिकायत पर जब छानबीन शुरू की गई तो मामले की सत्यता प्रमाणित हुई.
क्या कहती है पुलिस: इस मामले में पुलिस ने भी अपना पक्ष रखा है. मुफस्सिल थाना प्रभारी ने बताया कि दिल्ली की टीम और हम लोगों ने सहयोग करके नाबालिग लड़कियों और कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है. आगे की कार्रवाई की जा रही है.
छापेमारी में 25 नाबालिग लड़कियों को छुड़ाया : इसी क्रम में सिवान के ऑर्केस्ट्रा संचालकों के अड्डे पर छापेमारी हुई. जहां पर दो आर्केस्ट्रा संचालकों को दबोचा गया था. वहां से कुल 25 नाबालिग लड़कियों को देह व्यापार तस्करों से मुक्त करवाया गया. आरोप है कि इन नाबालिग लड़कियों से पंजाब, पश्चिम बंगाल और झारखंड समेत देश के अलग-अलग राज्यों से बहला-फुसलाकर लाया जाता था.
बाल संरक्षण कल्याण आयोग के हस्तक्षेप से खुलासा: ये मामला जब बाल संरक्षण कल्याण आयोग के संज्ञान में आया तो इसी आयोग के जिला अध्यक्ष ब्रजेश गुप्ता ने सिवान एसपी को संपर्क किया था और शिकायत दर्ज करवाई थी. जिसपर एक्शन लेते हुए ये कार्रवाई की गई. अब ऑर्केस्ट्रा संचालक के समर्थकों ने मुफस्सिल थाने में जमकर बवाल और ड्रामा किया.