एटा : पुलिस सूत्रों के अनुसार जलेसर क्षेत्र के भाजपा विधायक संजीव दिवाकर के सासनी रोड स्थित आवास पर सोमवार दोपहर ग्राम बारह समसपुर से दो ट्रैक्टरों में भरकर आए दर्जनों महिलाओं-पुरुषों ने कथित तौर पर हमला कर दिया. जिसमें विधायक व उनके परिजन बाल-बाल बचे. पुलिस ने इस सिलसिले में महिला-पुरुष समेत 50 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
नाराज भीड़ ने विधायक के आवास और कार्यालय में रखे सामान की जमकर तोड़फोड़ की तथा तोड़फोड़ करने से मना करने आए एक व्यक्ति को मारपीट कर घायल भी कर दिया. विधायक दिवाकर ने फोन पर बताया कि मैं और मेरे माता-पिता एवं पत्नी कोरोना संक्रमित हैं और सभी पृथकवास में हैं.
ग्राम समसपुर के मजरा नगला बेल टीकरी निवासी ज्ञान सिंह जिसकी पत्नी रजनी देवी प्रधानी का चुनाव लड़ रही थी और वह चुनाव हार गई. वे लोग मुझसे दोबारा मतगणना करवाने के लिए दबाव बना रहे थे. जब मैंने उन्हें यह समझाया कि नतीजा कल घोषित हो चुका है तो आज फिर से गिनती नहीं हो सकती.
विधायक ने कहा कि मेरे मना करने पर वे लोग बौखला गए और आज दोपहर दो ट्रैक्टर में भरकर आए महिला व पुरुष मेरे घर में जबरन घुस आए और घर तथा कार्यालय में तोड़फोड़ की. उस समय में मैंने अपने कमरे को अंदर से बंद कर लिया जिससे मैं और मेरा परिवार बाल-बाल बच गया.
उन्होंने कहा कि इस बीच मेरे पड़ोसी राजकिशोर ने उपद्रव कर रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया तो उसे मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया. इन लोगों की उपद्रव करने की सूचना मेरे द्वारा थाना पुलिस को दी गई और पुलिस के आने पर यह लोग भाग गए.
इस सिलसिले में ज्ञान सिंह और उसके परिवार समेत 50 लोगों के खिलाफ थाने में मामला दर्ज कराया गया है. जलेसर थाना के प्रभारी केपी सिंह ने बताया कि घटना में 50 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और पुलिस सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है. उसमें पहचान में आए लोगों सहित अन्य आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.
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थाना प्रभारी ने कहा कि अभी मैं मतगणना में ड्यूटी कर रहा हूं, विधायक और उनका पूरा परिवार सुरक्षित है और उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा.