लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधान परिषद की स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र की 27 सीटों पर हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 24 सीटें जीत लीं. मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) का खाता नहीं खुल सका. निर्वाचन आयोग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 27 सीटों के लिए मतगणना सुबह आठ बजे शुरू हुई, जिसमें भाजपा ने शुरू से ही बढ़त बना ली. दोपहर बाद घोषित परिणाम में भाजपा ने 24 सीटें जीत लीं, जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी, आजमगढ़ और प्रतापगढ़ सीट पर पार्टी को पराजय का सामना करना पड़ा. हाल में सम्पन्न विधानसभा चुनाव में 111 सीटें जीतने वाली सपा का विधान परिषद चुनाव में खाता तक नहीं खुला. उसे अपने गढ़ माने जाने वाले इटावा-फर्रुखाबाद और आजमगढ़ में भी शिकस्त का मुंह देखना पड़ा.
घोषित परिणामों के मुताबिक, भाजपा ने मुरादाबाद-बिजनौर, रामपुर-बरेली, पीलीभीत-शाहजहांपुर, सीतापुर, लखनऊ-उन्नाव, रायबरेली, सुल्तानपुर, बाराबंकी, बहराइच, गोंडा, फैजाबाद, बस्ती-सिद्धार्थनगर, गोरखपुर-महराजगंज, देवरिया-कुशीनगर, बलिया, गाजीपुर, जौनपुर, इलाहाबाद, झांसी-जालौन-ललितपुर, कानपुर-फतेहपुर, इटावा-फर्रुखाबाद, आगरा-फिरोजाबाद, मेरठ-गाजियाबाद और मुजफ्फरनगर-सहारनपुर सीटें जीत लीं.
विधान परिषद की 36 सीटों के लिए हुए चुनाव में नौ सीटों पर भाजपा के विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) पहले ही निर्विरोध चुने जा चुके हैं. बाकी 27 सीटों के लिए पिछले शनिवार को मतदान हुआ था. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधान परिषद चुनाव में भाजपा की कामयाबी पर सभी नवनिर्वाचित सदस्यों को बधाई दी. उन्होंने ट्वीट में कहा कि आज उत्तर प्रदेश के स्थानीय प्राधिकारी विधान परिषद चुनावों में भाजपा की प्रचंड विजय ने पुन: स्पष्ट कर दिया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में प्रदेश की जनता राष्ट्रवाद, विकास एवं सुशासन के साथ है.
वाराणसी में भाजपा की हार
हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार भारी बहुमत से जीती भाजपा का अब विधान परिषद में भी बहुमत हो गया है. इस जीत के साथ ही 100 सदस्यीय उच्च सदन में भाजपा सदस्यों की संख्या बढ़कर 67 हो गई है. हालांकि, भाजपा को प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में करारा झटका लगा है, जहां निर्दलीय प्रत्याशी अन्नपूर्णा सिंह ने जीत हासिल कर ली. यहां भाजपा तीसरे स्थान पर रही. इसके अलावा आजमगढ़ सीट पर भी निर्दलीय उम्मीदवार ने विजय प्राप्त की. प्रतापगढ़ सीट से जनसत्ता दल लोकतांत्रिक का प्रत्याशी विजयी रहा.
वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि वाराणसी सीट से पूर्व एमएलसी बृजेश सिंह की पत्नी निर्दल प्रत्याशी अन्नपूर्णा सिंह ने 4234 मत पाकर चुनाव जीत लिया है. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा के उमेश यादव को 3889 मतों से हराया. भाजपा प्रत्याशी सुदामा पटेल 170 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे. इसके अलावा 127 मतपत्र निरस्त हुए हैं.
गोरखपुर-महराजगंज सीट से भाजपा उम्मीदवार सीपी चंद ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा के रजनीश यादव को 4432 मतों से पराजित किया. चंद को 4839 मत प्राप्त हुए जबकि यादव को मात्र 407 वोट मिले. रायबरेली सीट से भाजपा के दिनेश प्रताप सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा के वीरेंद्र शंकर सिंह को 2175 मतों से हराया. दिनेश को 2304 और वीरेंद्र को 129 वोट मिले. दिनेश लगातार तीसरी बार एमएलसी चुने गये हैं.
मुरादाबाद-बिजनौर सीट से भाजपा के सत्यपाल सैनी ने जीत दर्ज की है. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा के अजय मलिक को 5939 मतों से पराजित किया. सैनी को 6842 मत मिले जबकि मलिक को 903 वोट हासिल हुए. गाजीपुर सीट से भाजपा के विशाल सिंह चंचल ने जीत दर्ज की. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा के मदन यादव को 1790 मतों से हराया. चंचल को 2422 मत मिले जबकि सपा के मदन यादव को 632 वोट हासिल हुए.
आगरा-फिरोजाबाद सीट से भाजपा के विजय शिवहरे ने 3266 मतों से जीत दर्ज की. शिवहरे को 3471 मत प्राप्त हुए. उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा प्रत्याशी दिलीप यादव को मात्र 205 वोट ही हासिल हुए. मुजफ्फरनगर-सहारनपुर सीट पर भाजपा उम्मीदवार वंदना मुदित वर्मा ने जीत हासिल की है. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा प्रत्याशी आरिफ को 3001 मतों से हराया. वंदना को 3843 वोट मिले जबकि आरिफ को 842 मत हासिल हुए.
झांसी-ललितपुर-जालौन सीट से भाजपा उम्मीदवार रमा निरंजन ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सपा के श्याम सुंदर सिंह को 579 मतों के अंतर से हराया. रमा को 2092 मत प्राप्त हुए जबकि सिंह को 1513 वोट मिले. जौनपुर सीट से भाजपा प्रत्याशी बृजेश सिंह 2357 मतों के अंतर से जीत हासिल कर दोबारा एमएलसी चुने गए. सिंह को 3129 वोट मिले, जबकि सपा प्रत्याशी मनोज यादव को 772 मत प्राप्त हुए. पीलीभीत-शाहजहांपुर सीट से भाजपा के प्रत्याशी सुधीर गुप्ता ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा के अमित यादव को 3335 मतों से हराया. गुप्ता को 3600 मत मिले हैं जबकि यादव को मात्र 265 मत प्राप्त हुए.
देवरिया सीट से डॉक्टर कफील खान हारे
लखनऊ-उन्नाव सीट से भी भाजपा ने जीत दर्ज की है. यहां भाजपा उम्मीदवार रामचंद्र प्रधान ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा के सुनील सिंह को 3088 मतों से पराजित किया. प्रधान को 3488 वोट मिले जबकि सिंह को 400 मतों से संतोष करना पड़ा. देवरिया से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार देवरिया सीट से भाजपा के रतनपाल सिंह ने 3224 मतों से जीत हासिल की. उन्हें 4255 वोट प्राप्त हुए. उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा के डॉक्टर कफील खान को 1031 मत मिले.
प्रयागराज से निर्वाचन कार्यालय के सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक इलाहाबाद सीट से भाजपा के केपी श्रीवास्तव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा के वासुदेव यादव को 1658 मतों से हराया. श्रीवास्तव को 3180 मत मिले जबकि सपा के वासुदेव यादव को 1522 वोट प्राप्त हुए. बहराइच में भी भाजपा ने परचम लहराया है. जिलाधिकारी दिनेश चंद्र सिंह ने बताया कि भाजपा प्रत्याशी डाक्टर प्रज्ञा त्रिपाठी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा के अमर यादव को 3188 मतों से हराया. प्रज्ञा को 3419 मत तथा यादव को 231 वोट मिले.
मेरठ-गाजियाबाद में भाजपा उम्मीदवार धर्मेंद्र भारद्वाज ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा के सुनील रोहटा को 3433 मतों से पराजित किया. भारद्वाज को 3710 तथा रोहटा को 277 वोट हासिल हुए. सुलतानपुर सीट से भाजपा के शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने 1269 मतों के अंतर से जीत दर्ज की. सिंह को 2480 तथा उनकी निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा उम्मीदवार शिल्पा प्रजापति को 1211 मत प्राप्त हुए हैं. बरेली-रामपुर सीट से भाजपा प्रत्याशी महाराज सिंह ने विजय प्राप्त की है. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा उम्मीदवार मशकूर अहमद को 3826 मतों से हराया. सिंह को 4227 वोट मिले जबकि अहमद को 401 मत प्राप्त हुए.
प्रतापगढ़ से अक्षय प्रताप सिंह जीते
प्रतापगढ़ सीट पर जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के उम्मीदवार अक्षय प्रताप सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के हरि प्रताप सिंह को 1107 मतों से हराया. अक्षय प्रताप सिंह को कुल 1721 वोट प्राप्त हुए जबकि हरि प्रताप सिंह को 614 मत मिले. सपा के विजय बहादुर को 380 मत प्राप्त हुए. बस्ती-सिद्धार्थनगर सीट से भाजपा उम्मीदवार सुभाष यदुवंश 4280 वोट से विजयी हुए. उन्हें कुल 5167 मत मिले है. सपा प्रत्याशी सन्तोष यादव सन्नी को 887 वोट प्राप्त हुए है. बाराबंकी सीट से भाजपा के अंगद कुमार सिंह 1745 मतों से विजयी घोषित किये गये. उन्हें 2272 वोट मिले जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा के राजेश यादव को 527 मत प्राप्त हुए.
फैजाबाद-अम्बेडकर नगर सीट से भाजपा उम्मीदवार हरि ओम पाण्डेय ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा के हीरालाल यादव को 1680 मतों से हराया. पाण्डेय को 2724 और यादव को 1044 मत प्राप्त हुए. गोण्डा-बलरामपुर सीट से भाजपा प्रत्याशी अवधेश कुमार सिंह चुनाव जीत गए हैं. जिलाधिकारी उज्ज्वल कुमार ने बताया कि सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वन्द्वी सपा के भानु त्रिपाठी को 4401 मतों से पराजित किया. सपा प्रत्याशी को मात्र 171 मत मिले.
बलिया सीट से पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के पौत्र रविशंकर सिंह पप्पू ने जीत हासिल की है. उन्हें 2259 तथा सपा प्रत्याशी अरविंद गिरि को 278 मत प्राप्त हुए. पप्पू ने चौथी बार लगातार जीत हासिल किया है. वह विधानसभा चुनाव के ऐन वक्त सपा को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे. सीतापुर सीट पर भी भाजपा उम्मीदवार पवन कुमार सिंह ने बड़े अंतर से जीत हासिल की. उन्हें 3753 वोट मिले, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा के अरुणेश यादव को मात्र 61 मत प्राप्त हुए.
इटावा-फर्रुखाबाद सीट से भाजपा प्रत्याशी प्रान्शू दत्त द्विवेदी ने सपा प्रत्याशी हरीश यादव को 3482 मतों के भारी अन्तर से पराजित किया. द्विवेदी को 4139 मत तथा सपा प्रत्याशी हरीश यादव को 657 वोट मिले. आजमगढ़ सीट पर भाजपा से निष्काषित एमएलसी यशंवत सिंह के पुत्र विक्रांत सिंह ने 2813 मतों से जीत दर्ज की है. सिंह को कुल 4075 मत मिले. उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा प्रत्याशी अरुण कांत यादव को मिले 1262 वोट प्राप्त हुए, जबकि सपा प्रत्याशी राकेश यादव को मात्र 356 मतों से ही संतोष करना पड़ा.
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विधान परिषद चुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच सीधा मुकाबला माना जा रहा था, मगर सपा का सूपड़ा साफ हो गया. कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी ने कोई उम्मीदवार नहीं उतारा था. उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय के अनुसार, चुनाव मैदान में 95 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे थे.
कौन लोग करते हैं वोटिंग : स्थानीय प्राधिकरण निर्वाचन क्षेत्र के विधान परिषद चुनाव में ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य, खंड विकास परिषदों के अध्यक्ष एवं सदस्य, जिला पंचायत अध्यक्ष और नगरीय निकायों के पार्षद मतदाता होते हैं. इसके अलावा विधायक और सांसद भी इस चुनाव में वोट डालते हैं. राज्य की 100 सदस्यीय विधान परिषद में इस समय भाजपा के 34, जबकि सपा के 17, बसपा के चार और कांग्रेस, अपना दल व निषाद पार्टी के एक-एक सदस्य हैं. वहीं, शिक्षक दल के दो, जबकि निर्दल समूह का एक और एक निर्दलीय सदस्य भी विधान परिषद में मौजूद है.