नोएडा : दिल्ली से सटे गाजियाबाद के एक थाने में तीन लोगों को अवैध रूप से रखने और जबरन वसूली के मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस के चार जवानों सहित छह लोगों पर मामला दर्ज किया गया है. तीनों पीड़ित नोएडा के रहने वाले हैं. इनमें से एक को कथित तौर पर पांच-पांच लाख रुपये के दो बैंक चेक पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया था.
अधिकारियों ने बताया कि 23 अक्टूबर की घटना को लेकर नोएडा के फेज-3 थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है, जबकि आरोपी पुलिसकर्मी गाजियाबाद में तैनात हैं.
पीड़ित लीलू (50) ने कहा कि उन्होंने बहलोलपुर गांव निवासी राजेंद्र यादव से कर्ज लिया था, लेकिन बाद में पैसे लौटा दिए थे.
लीलू ने आरोप लगाया कि बीते शनिवार की सुबह राजेंद्र यादव, उनका बेटा अमित और चार पुलिसकर्मी नोएडा सेक्टर 68 के गढ़ी चौखंडी गांव स्थित मेरे आवास पर पहुंचे. मुझे, मेरे भाई और मेरे भतीजे को जबरदस्ती इंदिरापुरम थाने ले आए.
उन्होंने कहा कि थाने में उन्हें उनके बैंक खाते से पांच-पांच लाख रुपये के दो चेक पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया. चेक सौंपने के बाद ही हमें थाने से छोड़ा गया. लीलू का बैंक खाता दिल्ली के निर्माण विहार स्थित एक शाखा में है.
एक अधिकारी ने बताया कि गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाने से छूटने के बाद लीलू ने अपने भाई और भतीजे के साथ नोएडा पुलिस से मामले की शिकायत की.
नोएडा पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि शिकायत के आधार पर फेज-3 थाने में राजेंद्र यादव, उनके बेटे अमित और चार अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.
पुलिस ने कहा कि आईपीसी की धारा 342 (अवैध रूप से बंधक बनाना) और 384 (जबरन वसूली) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है, मामले की जांच की जा रही है.
(PTI)