सुलतानपुर : पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को काला झंडा (Black Flag to PM Narendra Modi) दिखाने वाली कांग्रेसी नेता ने विधानसभा चुनाव में टिकट पाने के लिए गोलीकांड की साजिश रची थी. पुलिस ने इसका खुलासा करते हुए महिला समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इन्हें जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है.
रीता यादव नामक कार्यकर्ता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर के दौरे के दौरान पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर काला झंडा दिखाया था. इस मामले में रीता यादव के साथ धर्मेंद्र यादव उर्फ भोले और ड्राइवर मोहम्मद मुस्तकीम को हिरासत में लिया गया. इनके पास से एक तमंचा और कारतूस बरामद किया गया है. गौरतलब है कि रीता यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को समाजवादी पार्टी की कार्यकर्ता के तौर पर काला झंडा दिखाया था. वह पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के शुभारंभ के अवसर पर गोपनीय ढंग से कार्यक्रम स्थल पर पहुंची थी और काला झंडा दिखाई थी.
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पुलिस ने इनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा पंजीकृत किया था. इन्हें जेल भेजने की कार्रवाई सुनिश्चित की गई थी. इसके बाद कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी की पहल पर इन्हें कांग्रेस की सदस्यता दिलाई गई थी. पुलिस के मुताबिक वह टिकट लेने के लिए काफी उत्सुक थी. इसके लिए इन्होंने गोलीकांड की फर्जी साजिश रची.
क्षेत्राधिकारी सतीश चंद्र शुक्ल के मुताबिक, तीन जनवरी को रीता यादव ने पुलिस में शिकायत की थी कि उनपर कुछ अज्ञात बदमाशों ने जानलेवा हमला किया. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी. इसे लेकर बारिकी से निरीक्षण करने के बाद पुलिस के हाथ कुछ तथ्य लगे. जांच पड़ताल से पता चला कि रीता यादव ने राजनीति में प्रवेश करने और आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट पाने की होड़ में यह साजिश रची थी. यह एक सोची-समझी साजिश थी, जिसमें संलिप्त धर्मेंद्र यादव, रीता यादव व उनके एक सहयोगी को गिरफ्तार किया गया है. विधिक कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है.