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up election 2022: चुनावी दंगल में गरमाई सियासत, राजनीतिक बयानों की आई बौछार

यूपी की सियासत में इन दिनों बयानों की बाढ़ आई है. चुनाव में जीत के लिए हर तरफ से बयानों की बौछार हो रही है. कई बयान 'हाईवोल्टेज' वाले भी हैं. जानने के लिए पढ़िए पूरी खबर...

up election 2022
यूपी विधानसभा 2022
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Published : Dec 26, 2021, 7:27 PM IST

लखनऊः आगामी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए सभी दलों ने ताकत झोंक दी है. भाजपा, सपा, बसपा और कांग्रेस समेत सभी दलों की ओर से रोज-रोज नए बयान दिए जा रहे हैं. इनमें से कई बयान हाई वोल्टेज वाले हैं. चलिए जानते हैं कि अभी तक कौन से ऐसे बयान हैं जो सुर्खियों में छाए रहे.

भाजपा

  • गोरखपुर की रैली में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था लाल टोपी वाले यूपी के लिए खतरे की घंटी हैं. लाल टोपी का मतलब रेड अलर्ट. इन लोगों को सिर्फ लालबत्ती से मतलब है ताकि सत्ता में आने के बाद आतंकियों की मदद कर सकें, उन्हें जेल से छुड़ा सकें, घोटाला कर अपनी तिजोरियां भर सकें, जमीनों पर कब्जा हो जाए और माफिया को लूट की खुली छूट मिल सके.
  • कुशीनगर में एक रैली को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने सपा पर जमकर हमला बोला था. यूपी सीएम ने कहा था कि अब्बाजान कहने वाले सभी गरीबों का राशन हड़प लेते थे, तब यहां का राशन कहीं और पहुंच जाता था.
  • डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने एक बयान में कहा था कि 'अयोध्या हुई हमारी, अब काशी-मथुरा की बारी.'
  • डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ही अंबेडकर नगर की रैली में अखिलेश यादव को लेकर एक बयान दिया था. उसमें कहा था कि मैं उन्हें अखिलेश अली जिन्ना कहता हूं.

कांग्रेस

  • प्रियंका गांधी ने गोरखपुर की रैली में गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा था. प्रियंका ने कहा था कि मैं अमित शाह का बयान सुन रही थी. वे कह रहे थे कि उत्तर प्रदेश में आज अपराधियों को ढूंढना होता है तो दूरबीन की जरूरत पड़ती है. जबकि उनके पास अजय मिश्रा खड़े थे. जिनके बेटे ने किसानों को कुचल दिया. मैं उन्हें कहना चाहती हूं कि दूरबीन छोड़िए चश्मा लगाइए.
  • जयपुर में हुई कांग्रेस की रैली में राहुल गांधी ने कहा था 2014 से इनकी सरकार है. हिंदुत्ववादियों का राज है, हिंदुओं का नहीं और हमें एक बार फिर इन हिंदुत्ववादियों को बाहर निकालना है और हिंदुओं का राज लाना है. हिंदू कौन? जो सबसे गले लगता है. हिंदू कौन? जो किसी से नहीं डरता है. जो हर धर्म का आदर करता है, वो है हिंदू.

ये भी पढ़ें: उप्र में ओबीसी का समर्थन हासिल करने वाली पार्टी सरकार बनाती है : अनुप्रिया पटेल

सपा

  • सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अक्टूबर में यूपी की हरदोई में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था, 'सरदार वल्लभ भाई पटेल, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और (मोहम्मद अली) जिन्ना ने एक ही संस्थान से पढ़ाई की और बैरिस्टर बने और उन्होंने आजादी दिलाई. उन्हें आजादी के लिए किसी भी तरीके से संघर्ष करना पड़ा होगा तो पीछे नहीं हटे.' यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो भारतीय जनता पार्टी ने अखिलेश के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था.

एआईएमआईएम

  • ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) चीफ असदुद्दीन ओवैसी का एक विवादित वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था. इसमें वह एक जनसभा को संबोधित करते हुए यूपी पुलिस को धमकी भरे लहजे में चेतावनी देते हुए नजर आ रहे हैं. इसमें वह कह रहे है कि हमेशा योगी मुख्यमंत्री नहीं रहेगा और हमेशा मोदी प्रधानमंत्री नहीं रहेगा. हालात बदलेंगे. जब कौन बचाने आएगा तुमको? जब योगी अपने मठ में चले जाएंगे, मोदी पहाड़ों में चले जाएंगे. जब कौन आएगा? हम नहीं भूलेंगे.'

बसपा

  • बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने एक बयान में कहा था कि नाथ संप्रदाय का काम ही ब्राह्मणों को ठिकाने लगाने का है. नाथ संप्रदाय के लोग सीएम योगी के कहने पर मंदिरों से ब्राह्मण पुजारियों को निकाल कर उन मंदिरों पर क़ब्ज़ा करना चाहते हैं. उनके इस बयान को लेकर संतों ने गहरी आपत्ति जताई थी.

ये भी पढे़ें: कांग्रेस की मैराथन दौड़ : 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं', लखनऊ में नहीं मिली अनुमति तो झांसी में जुटीं हजारों लड़कियां

लखनऊः आगामी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए सभी दलों ने ताकत झोंक दी है. भाजपा, सपा, बसपा और कांग्रेस समेत सभी दलों की ओर से रोज-रोज नए बयान दिए जा रहे हैं. इनमें से कई बयान हाई वोल्टेज वाले हैं. चलिए जानते हैं कि अभी तक कौन से ऐसे बयान हैं जो सुर्खियों में छाए रहे.

भाजपा

  • गोरखपुर की रैली में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था लाल टोपी वाले यूपी के लिए खतरे की घंटी हैं. लाल टोपी का मतलब रेड अलर्ट. इन लोगों को सिर्फ लालबत्ती से मतलब है ताकि सत्ता में आने के बाद आतंकियों की मदद कर सकें, उन्हें जेल से छुड़ा सकें, घोटाला कर अपनी तिजोरियां भर सकें, जमीनों पर कब्जा हो जाए और माफिया को लूट की खुली छूट मिल सके.
  • कुशीनगर में एक रैली को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने सपा पर जमकर हमला बोला था. यूपी सीएम ने कहा था कि अब्बाजान कहने वाले सभी गरीबों का राशन हड़प लेते थे, तब यहां का राशन कहीं और पहुंच जाता था.
  • डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने एक बयान में कहा था कि 'अयोध्या हुई हमारी, अब काशी-मथुरा की बारी.'
  • डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ही अंबेडकर नगर की रैली में अखिलेश यादव को लेकर एक बयान दिया था. उसमें कहा था कि मैं उन्हें अखिलेश अली जिन्ना कहता हूं.

कांग्रेस

  • प्रियंका गांधी ने गोरखपुर की रैली में गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा था. प्रियंका ने कहा था कि मैं अमित शाह का बयान सुन रही थी. वे कह रहे थे कि उत्तर प्रदेश में आज अपराधियों को ढूंढना होता है तो दूरबीन की जरूरत पड़ती है. जबकि उनके पास अजय मिश्रा खड़े थे. जिनके बेटे ने किसानों को कुचल दिया. मैं उन्हें कहना चाहती हूं कि दूरबीन छोड़िए चश्मा लगाइए.
  • जयपुर में हुई कांग्रेस की रैली में राहुल गांधी ने कहा था 2014 से इनकी सरकार है. हिंदुत्ववादियों का राज है, हिंदुओं का नहीं और हमें एक बार फिर इन हिंदुत्ववादियों को बाहर निकालना है और हिंदुओं का राज लाना है. हिंदू कौन? जो सबसे गले लगता है. हिंदू कौन? जो किसी से नहीं डरता है. जो हर धर्म का आदर करता है, वो है हिंदू.

ये भी पढ़ें: उप्र में ओबीसी का समर्थन हासिल करने वाली पार्टी सरकार बनाती है : अनुप्रिया पटेल

सपा

  • सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अक्टूबर में यूपी की हरदोई में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था, 'सरदार वल्लभ भाई पटेल, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और (मोहम्मद अली) जिन्ना ने एक ही संस्थान से पढ़ाई की और बैरिस्टर बने और उन्होंने आजादी दिलाई. उन्हें आजादी के लिए किसी भी तरीके से संघर्ष करना पड़ा होगा तो पीछे नहीं हटे.' यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो भारतीय जनता पार्टी ने अखिलेश के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था.

एआईएमआईएम

  • ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) चीफ असदुद्दीन ओवैसी का एक विवादित वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था. इसमें वह एक जनसभा को संबोधित करते हुए यूपी पुलिस को धमकी भरे लहजे में चेतावनी देते हुए नजर आ रहे हैं. इसमें वह कह रहे है कि हमेशा योगी मुख्यमंत्री नहीं रहेगा और हमेशा मोदी प्रधानमंत्री नहीं रहेगा. हालात बदलेंगे. जब कौन बचाने आएगा तुमको? जब योगी अपने मठ में चले जाएंगे, मोदी पहाड़ों में चले जाएंगे. जब कौन आएगा? हम नहीं भूलेंगे.'

बसपा

  • बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने एक बयान में कहा था कि नाथ संप्रदाय का काम ही ब्राह्मणों को ठिकाने लगाने का है. नाथ संप्रदाय के लोग सीएम योगी के कहने पर मंदिरों से ब्राह्मण पुजारियों को निकाल कर उन मंदिरों पर क़ब्ज़ा करना चाहते हैं. उनके इस बयान को लेकर संतों ने गहरी आपत्ति जताई थी.

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