नई दिल्ली: उच्चतम न्यायालय में उस समय अनोखा दृश्य देखने को मिला जब एक वरिष्ठ वकील ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के कर्मचारियों को पदोन्नति में आरक्षण से संबंधित मामले में एक अस्पताल से दलीलें पेश कीं. डिजिटल तरीके से सुनवाई के दौरान जैसे ही वरिष्ठ अधिवक्ता स्क्रीन पर दिखे, न्यायमूर्ति एल नागेश्वर राव की अध्यक्षता वाली पीठ ने पूछा, "शुरू करने से पहले आप कैसे हैं?"
वकील ने कहा, "मैं आपका आभारी हूं. मैं अब काफी बेहतर हूं. अस्पताल आने से मेरी बीमारी की पहचान करने में मदद मिली है. पीठ में न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और न्यायमूर्ति बी आर गवई भी शामिल थे और पीठ के वरिष्ठ अधिवक्ता से अपना ख्याल रखने को कहा. वरिष्ठ वकील ने आभार जताया और इसके बाद बहस शुरू की.
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(पीटीआई-भाषा)