नई दिल्ली : विपक्षी पार्टियों का आरोप है कि केंद्रीय बजट 2023-24 में महिलाओं की उपेक्षा की गई. विपक्ष का कहना है कि बजट में महिलाओं को कुछ नहीं दिया गया. इस पर केंद्रीय मंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता स्मृति ईरानी (Smriti irani on budget 2023) का कहना है कि विपक्ष असंतुष्ट है तो इसी में भारत की जीत है. क्योंकि विपक्ष कभी नहीं चाहेगा कि भारत प्रफुल्लित हो.
स्मृति ईरानी ने कहा कि बजट की शुरुआत ही वित्तमंत्री ने महिलाओं से की. देश की 9 करोड़ महिलाओं को स्वयं सहायता समूह में काम कर रही हैं, उनको किस तरह से आर्थिक रूप से कितना और सशक्त कर सकते हैं, ग्रासरूट में हमारी अर्थव्यवस्था में हम और कैसे बल दे सकते हैं, इसी से तो बजट की शुरुआत हुई.
स्मृति ईरानी का कहना है कि वित्तमंत्री ने महिला सम्मान की दृष्टि से बचत का एक नया आयाम प्रस्तुत किया है. वित्तमंत्री ने 150 नर्सिंग स्कूल की भी बात की जिनमें मुख्यत: देश की बेटियां ही जाएंगी.
2014 और 2019 में भी महिलाओं और युवाओं का एक बड़ा वर्ग पीएम मोदी और भाजपा से जुड़ा है, इस बजट के बाद वह वर्ग क्या संतुष्ट नजर आएगा?. इस पर स्मृति ईरानी ने कहा कि पीएम ने हमेशा कहा है कि वह कोई भी निर्णय राष्ट्र उत्थान के लिए लेते हैं, अपने लिए नहीं.
विपक्ष के इस तंज कि ये 'मित्रकाल' का बजट है, स्मृति ईरानी ने कहा 'आज किस-किस मित्र के लिए घोषणा हुई. 80 करोड़ लोगों को मुफ्त खाना खिलाया जा रहा है, तो क्या सभी 80 करोड़ पीएम मोदी के मित्र हो गए. गरीबों को घर दिए, 11 करोड़ किसानों के बैंक खाते में पैसे दिए, 40 करोड़ लोगों का पहली बार खाता खुला, ऐसे लोगों की मदद पीएम मोदी कर रहे हैं, गरीब का उत्थान कर रहे हैं तो उसी में तो राष्ट्र का विकास छिपा हुआ है.'
आने वाले समय में नौ राज्यों में चुनाव के नजरिए से कलुभावन बजट के सवाल पर स्मृति ईरानी ने कहा कि 'सेविंग की अगर इतनी बड़ी सुविधा मध्यमवर्गीय परिवार को दी है तो क्या ये अनंद का विषय नहीं होना चाहिए.' उन्होंने कहा कि जनता ताली बजा रही है और विपक्ष सिर पीट रहा है.
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