मंगलुरु: कांग्रेस नेता मंजूनाथ भंडारी ने शनिवार को केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे के उस बयान को 'बचकाना' करार दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि दिल्ली में पहलवानों के प्रदर्शन को अंतरराष्ट्रीय समर्थन मिल रहा है. कर्नाटक विधान परिषद् की सदस्य भंडारी ने रविवार को उडुपी में संवाददाताओं से कहा कि उनके (करदलाजे के) बयान ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में हार के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं की हताशा को उजागर कर दिया है. इस बीच खबर आ रही है कि पहलवान साक्षी मलिक ने आंदोलन से अपना नाम वापस ले लिया है. साक्षी मलिक रेलवे में नौकरी पर वापस लौटी हैं.
उन्होंने कहा कि अगर पहलवानों का आंदोलन अंतरराष्ट्रीय समर्थन से चल रहा है तो केंद्र सरकार इसकी जांच करा सकता है. केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री करंदलाजे द्वारा कर्नाटक में कांग्रेस की चुनावी गारंटी पूरा करने के लिए धन के स्रोत पर टिप्पणी किये जाने के बारे में भंडारी ने कहा कि राज्य सरकार को पता है कि वादे कैसे पूरे करने हैं. भंडारी ने कहा कि कांग्रेस कर्नाटक की जनता के प्रति जवाबदेह है और केंद्रीय मंत्री को वादों को पूरा करने के लिए धन की चिंता करने की जरूरत नहीं है.
आंदोलनरत पहलवानों ने अमित शाह से की मुलाकात
कुछ महिला पहलवानों ने बीजेपी के कैसरगंज सांसद और अखिल भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाया है. महिला पहलवान लंबे समय से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच यौन शोषण के खिलाफ आंदोलनरत पहलवानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार की रात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से नई दिल्ली स्थित उनके आवास पर मुलाकात की. इस दौरान पहलवानों ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग की. अमित शाह ने पहलवानों की मांगों पर गौर किया और उन्हें आश्वासन दिया. सूत्रों के मुताबिक अमित शाह ने उन्हें बातचीत के लिए आमंत्रित किया था.
(पीटीआई-भाषा)