पटना: जेडीयू ने आरसीपी सिंह को राज्यसभा (Rajya Sabha Election 2022) का टिकट नहीं दिया है. इसके बाद उन्होंने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मैं संगठन से जुड़ा रहूंगा और आगे भी संगठन के लिए काम करता रहूंगा. जब उनसे पत्रकारों ने मंत्री पद पर बने रहेंगे या नहीं इसको लेकर सवाल किया तो आरसीपी सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ही हमारे सर्वमान्य नेता है. उनसे मैं दिल्ली जाकर मुलाकात करूंगा.
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राज्यसभा का टिकट कटने पर RCP सिंह का बयान: आरसीपी सिंह ने कहा कि कल का निर्णय इसलिए है कि पार्टी कैसे मजबूत हो, इस पर काम करना है. 12 सालों तक संगठन में काम किया है. हरेक गांव में बूथ स्तर पर हमारा संगठन है, हमने इस पार्टी को बूथ तक पहुंचा दिया है. नीतीश कुमार का आभार.
"हम मस्त हैं. 25 साल से साथ काम किये हैं. आज तक किसी को नाराज करने का काम नहीं किया. सबके प्रति आभार और सहयोग के लिए शुक्रिया. नीतीश कुमार का भी आभार."- आरसीपी सिंह, केंद्रीय मंत्री
JDU से खीरू महतो जाएंगे राज्यसभा : बता दें कि बिहार में सत्ताधारी जेडीयू ने केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह की जगह झारखंड जेडीयू के अध्यक्ष खीरू महतो को राज्यसभा भेजने का फैसला किया है. दरअसल, पहले से ही संभावना व्यक्त की जा रही थी कि पार्टी फिर से आरसीपी सिंह को राज्यसभा नहीं भेजेगी. दरअसल, केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व ललन सिंह के बीच सब ठीक नहीं चलने की खबरें कई दिनों से मीडिया में आ रही थीं. हालांकि एक दिन पहले तीनों नेता सीएम आवास में मिले थे.
क्या RCP नाराज हैं, ललन सिंह ने क्या कहा? : आरसीपी सिंह के बदले खीरू महतो को राज्यसभा उम्मीदवार बनाए जाने के पर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि यह निर्णय दल के नेता सीएम नीतीश कुमार ने लिया है. पार्टी का निर्णय सभी को स्वीकार करना चाहिए. आरसीपी सिंह के केंद्र में मंत्री बनने से नाराजगी के सवाल को ललन सिंह ने सिरे से खारिज किया. उन्होंने कहा कि हम कभी भी नाराज नहीं रहे. केंद्र सरकार में मंत्री बनने के बाद आरसीपी सिंह जेडीयू के प्रतिनिधि थे. आरसीपी सिंह दो बार राज्यसभा भेजे जा चुके हैं, इस बार पार्टी ने पुराने कर्मठ कार्यकर्ता को राज्यसभा भेजने का निर्णय लिया है.
''इस बार पार्टी ने एक जमीनी और समर्पित कार्यकर्ता को उम्मीदवार बनाने का निर्णय लिया है. खीरू महतो जेडीयू के पुराने साथी हैं. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व विधायक रहे हैं. ऐसे में नेतृत्व ने निर्णय लिया कि उन्हें राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया जाए. जहां तक आरसीपी सिंह की बात है उन्हें पार्टी ने काफी सम्मान दिया है. दल ने उन्हें जेडीयू का संगठन प्रभारी व महासचिव और राष्ट्रीय अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी दी. वे जेडीयू कोटे से मोदी कैबिनेट में मंत्री भी बने. ऐसे में उन्हें सम्मान देने में कोई कमी नहीं की गई.'' - ललन सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जेडीयू
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