नागपुर : केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के नागपुर स्थित घर और कार्यालय में मंगलवार को उस वक्त सुरक्षा बढ़ा दी गई जब एक व्यक्ति ने 10 करोड़ रुपये नहीं देने पर भाजपा के वरिष्ठ नेता को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी. पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि फोन करने वाले ने खुद को जयेश पुजारी उर्फ जयेश कांत बताया, जिसके नाम का इस्तेमाल जनवरी में मंत्री के कार्यालय में इसी तरह की धमकी भरा फोन करने के लिए किया गया था. पुलिस उपायुक्त (जोन-दो) राहुल मदाने ने कहा कि नागपुर में ऑरेंज सिटी अस्पताल के सामने स्थित गडकरी के जनसंपर्क कार्यालय में तीन बार फोन किया गया. इनमें दो बार सुबह और एक बार अपराह्न करीब 12 बजे फोन किया गया.
उन्होंने कहा कि फोन करने वाले व्यक्ति ने 10 करोड़ रुपये की मांग की और पैसे नहीं देने पर केंद्रीय मंत्री को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी. उपायुक्त ने कहा कि गडकरी के कर्मचारियों द्वारा सतर्क किए जाने के बाद शहर की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. उन्होंने कहा कि मंत्री के घर और कार्यालय की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. गौरतलब है कि 14 जनवरी को खुद को पुजारी बताने वाले एक व्यक्ति ने गडकरी के जनसंपर्क कार्यालय में फोन कर 100 करोड़ रुपये की मांग की थी. फोन करने वाले ने दावा किया कि वह दाऊद इब्राहिम गिरोह का सदस्य है. कर्नाटक के बेलगावी में जेल में बंद पुजारी ने धमकी भरे फोन कॉल में अपनी संलिप्तता से इनकार किया था. पुजारी को हत्या के मामले में मौत की सजा दी गई है.
गडकरी के संदर्भ वाली आपत्तिजनक टिप्पणियां पोस्ट करने के आरोप में मामला दर्ज
नागपुर पुलिस की साइबर शाखा ने सोशल मीडिया पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के संदर्भ वाली आपत्तिजनक टिप्पणियां पोस्ट करने के आरोप में एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है. पुलिस के अनुसार, आरोपी दत्तात्रेय जोशी ने व्हाट्सऐप पर प्रसारित पोस्ट में गडकरी का कुछ संदर्भ दिया. इसकी जानकारी मिलने पर गडकरी के कार्यालय ने ट्विटर के जरिए साइबर पुलिस से एक मामला दर्ज करने का आग्रह किया. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता के कार्यालय के एक प्रतिनिधि ने बाद में नागपुर में पुलिस में शिकायत दर्ज करायी और इन पोस्ट को प्रसारित करने वाले व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और सूचना प्रौद्योगिकी कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है.
(पीटीआई-भाषा)