बेगूसराय : नया संसद भवन के उद्घाटन को लेकर विपक्षी द्वारा लगातार किए जा रहे हमले पर केद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने करारा प्रहार किया है. उन्होंने अपने अंदाज में कहा कि देश की नई संसद का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं करेंगे तो क्या पाकिस्तान और चाइना के राष्ट्रपति करेंगे? गिरिराज सिंह ने विपक्षियों को चेताते हुए कहा कि ''कहीं ऐसा न हो कि मोदी के विरोध में विपक्ष प्रधानमंत्री का अपमान हो.''
गिरिराज सिंह का विरोधियों पर हमला: गिरिराज सिंह ने कहा कि पूरी दुनिया जिस भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सम्मान को बढ़ा रही है. जैसा सम्मान उन्हें मिला है वो आज तक किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री को नहीं मिला है. गिरिराज सिंह ने साफ कहा कि ससंद का उद्घाटन भारत की संस्कृति और सनातन पद्धति से होगा. इससे भारत का सम्मान ही बढ़ेगा. इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह ने एक सवाल के जवाब में कहा कि सुना है कि बड़े-बड़े लोग आज की तारीख में आपातकाल में जेपी सेनानी के रूप में पेंशन ले रहे हैं. जिसके खिलाफ वो एक कार्यक्रम चलायेंगे.
''जो लोग अपने आप को समाजवादी कहते हैं वही लोग आज कांग्रेस के पल्लू से खेल रहे हैं. उनके आंचल की छांव में अपनी राजनीति सेंक रहे हैं. उनको कहेंगे की आप भारतीय संस्कृति के हिसाब से गोबर, बालू और गंगा जल से प्रयाशचीत करें, यह भारतीय संसकृति है. क्योंकि आज कोई ये कहे की अंग्रेजों से मिलकर फिर सत्ता में लाऊंगा तो यह देश का अपमान होगा. उसी तरह से बिहार के लोग जो कम से कम जेपी सेनानी कह कर कांग्रेस की गोद में खेल रहे हैं. ऐसे लोग पैसा लौटाने से के पहले प्रयाशचित करें.''- गिरिराज सिंह, केंद्रीय मंत्री
'सनातन भारत की पहचान' : वहीं एक सवाल के जवाब पर गिराराज सिंह ने कहा कि भारत की पहचान सनातन से है जो सनातन को मिटाना चाहेगा तो भारत की पहचान ही मिट जाएगीं. उन्होंने ओवैसी की पार्टी AIMIM के एक नेता द्वारा 'वंदे मातरम' को लेकर कहे गए बात पर जवाव देते हुए कहां की 'वंदे मातरम' भारत की आजादी का मूल स्लोगन था. जो लोग भारत माता को नमन नहीं कर सकते उसे भारतीय कहलाने का अधिकार नहीं है. बताते चलें कि बेगूसराय के सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह बेगूसराय के दौरे पर हैं. जहां उन्होंने आइओसी स्थित परिसदन में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए यह बातें कहीं.