रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में सियासी पारा चढ़ चुका है. चुनावी बिसात में राजनीतिक दलों ने जोर आजमाइश शुरू कर दी है. 2018 से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है. लिहाजा बीजेपी सत्ता में कम बैक करने की जुगत में लगी हुई है. इसी के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का रायपुर दौरा हुआ है. रायपुर पहुंचने के बाद अमित शाह सीधे बीजेपी प्रदेश मुख्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर पहुंचे. यहां अमित शाह के नेतृत्व में प्रदेश बीजेपी की बैठक में चुनावी प्लान पर चर्चा हुई. अमित शाह ने पीएम मोदी के दौरे की तैयारियों का भी जायजा लिया.
शाह कांग्रेस के किले को भेदने की बना रहे रणनीति: 90 विधानसभा सीटों और 11 लोकसभा सीटों को लेकर बीजेपी की तरफ से अमित शाह चुनावी रणनीति को तैयार करने में जुटे हैं. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को पटखनी देने के लिए अमित शाह ने छत्तीसगढ़ बीजेपी के नेताओं से वन टू वन की. अमित शाह को चुनावी रणनीति का मास्टर माना जाता है. यही वजह है कि शाह ने लगातार छत्तीसगढ़ का दो बार दौरा कर यहां बीजेपी नेताओं को चुनावी मंत्र दिया. कुशाभाऊ परिसर में अमित शाह की बैठक देर रात तक चली. बैठक में प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, पूर्व मंत्री केदार कश्यप, नितिन नबीन, अरुण साव, अजय जामवाल मौजूद रहे. बैठक में आगामी चुनाव को लेकर खाका तैयार किया गया. साथ ही पीएम मोदी के छत्तीसगढ़ प्रवास को लेकर भी चर्चा की गई.
पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक ने बताया कि, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ हुई बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा हुई. कैसे चुनाव लड़ना है. कैसे जीतना है, इसको लेकर सार्थक चर्चा हुई है. वही संगठन में फेरबदल के सवाल पर धरमलाल कौशिक ने कहा कि अभी किसी को कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई है. चुनावी घोषणा पत्र को लेकर भी धरम लाल कौशिक ने कहा कि इसको लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है.
दिल्ली रवाना होने से पहले आज भी होगी बातचीत: शाह गुरुवार सुबह 10.45 बजे दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले स्थानीय नेताओं के साथ बातचीत करेंगे. स्थानीय नेताओं के साथ शाह की बैठक चुनावी रणनीति तैयार करने में काफी अहम साबित होगी.
मोदी मंत्रिमंडल में छत्तीसगढ़ से नए चेहरों को मिल सकती है जगह: खबरों के मुताबिक अमित शाह की इस मीटिंग में मोदी मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भी छत्तीसगढ़ के बीजेपी नेताओं से चर्चा हो सकती है. हालांकि इस बात की पुष्टि अभी तक पार्टी फोरम से नहीं हुई है.
छत्तीसगढ़ का मौजूदा सियासी समीकरण: छत्तीसगढ़ में लोकसभा की 11 सीटे हैं. जबकि विधानसभा की 90 सीटे हैं. साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था. चुनाव के बाद कांग्रेस को 68 सीटें मिली थी. बीजेपी को 15 सीटों पर संतोष करना पडा. जेसीसीजे और बीएसपी को कुल मिलाकर सात सीटें मिली थी. बाद में हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने तीन सीटें जीतीं. उसकी संख्या 71 पहुंच गई. बीजेपी की सीटें 14 हो गई. अब दुर्ग से विधायक विद्यारतन भसीन के निधन के बाद बीजेपी की सीटें 13 हो गई है. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के पास तीन और बहुजन समाजवादी पार्टी के पास 2 सीटें हैं. वर्तमान में 1 सीट खाली है. छत्तीसगढ़ में लोकसभा की 11 सीटों में 9 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है. जबकि कांग्रेस के पास 2 सीटें हैं.