काहिरा. अगर संयुक्त राष्ट्र की कोशिश सफल रही तो अफ्रीकी देश लीबिया (Libya) में जून तक चुनाव कराए जाएंगे. संयुक्त राष्ट्र की एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वह लीबिया को जून तक चुनाव कराने के लिए राजी करने का प्रयास कर रही हैं. लीबिया लंबे वक्त तक शासन करने वाले तानाशाह मुअम्मर कद्दाफी की हत्या के बाद से अपने पहले राष्ट्रपति को निर्वाचित करने की दिसंबर की समय-सीमा चूक गया था.
लीबिया पर संयुक्त राष्ट्र की विशेष सलाहकार स्टेफनी विलियम्स ने रविवार देर रात बताया कि देश के 28 लाख मतदाताओं के लिए यह जरूरी है कि वहां जून तक चुनाव हो जाए. लीबिया में संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता से तैयार 2020 रूपरेखा के हिसाब से चुनाव होने हैं.
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को सौंपी एक रिपोर्ट में कहा कि यह बहुत अहम है कि लीबिया की सभी पार्टियां जितना जल्दी संभव हो मुक्त, निष्पक्ष, समावेशी एवं विश्वसनीय राष्ट्रपति एवं संसदीय चुनाव कराने पर ध्यान केंद्रित करें. लीबिया 24 दिसंबर की तय तारीख पर राष्ट्रपति पद के लिए पहला चुनाव कराने में असफल रहा था. इस कारण तेल से समृद्ध लीबिया में दशकों से चले आ रहे संकट को समाप्त करने के अंतरराष्ट्रीय प्रयासों के लिए एक बड़ा झटका था.
एक अन्य रिपोर्ट में संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने बताया कि पूरे लीबिया में करीब 12,000 लोगों को 27 जेलों में आधिकारिक रूप से हिरासत में रखा गया है जबकि कई हजार लोगों को अवैध तौर पर अमानवीय तरीके से रखा गया है.
रिपोर्ट में गुतारेस ने कहा कि लीबिया में संयुक्त राष्ट्र राजनीतिक मिशन (यूएनएसएमआईएल) लगातार सरकार और अन्य समूहों की ओर से चलाए जा रहे मनमानी हिरासत, यातना, यौन हिंसा और अंतरराष्ट्रीय कानून के अन्य उल्लंघनों के मामलों का दस्तावेज बना रही है.
पढ़ें : सामरिक निर्देशित मिसाइलों का किया गया परीक्षण : उत्तर कोरिया