प्रयागराज: उमेश पाल हत्याकांड में मंगलवार को पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. पुलिस अचानक बाहुबली और माफिया अतीक अहमद के कार्यालय पहुंची और कई थानों की फोर्स के साथ सर्च ऑपरेशन शुरू किया. माफिया अतीक का यह कार्यालय पहले बसपा और फिर भाजपा की सरकार में जमींदोज हो चुका है. सर्च ऑपरेशन में पुलिस को 70 लाख से अधिक की रकम बरामद हुई है. इसके साथ ही पुलिस को वहां से हथियारों का जखीरा भी बरामद हुआ है. जमींदोज कार्यालय के पिछले हिस्से में अफसरों की टीम का सर्च ऑपरेशन जारी है.
उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस को मंगलवार को बड़ी कामयाबी उस समय मिली जब पुलिस ने अतीक अहमद के चकिया स्थित कार्यालय पहुंची और पड़ताल शुरू की. धवस्त किए जा चुके अतीक के इस कार्यालय में पुलिस को दो युवक मिले. पुलिस ने दोनों को दबोच लिया और उनकी निशानदेही पर कार्यालय से ही कई पिस्टल और बड़ी संख्या में कैश बरामद किए. कैश इतना मिला है कि उसकी गिनती करने के लिए करेंसी गिनने वाली मशीन मंगवाई गई है.
हालांकि, एक अनुमान के तहत रकम 70 लाख रुपए से अधिक की आंकी जा रही है. बता दें कि बसपा शासन काल में अतीक अहमद के इस कार्यालय को बसपा और भाजपा दोनों शासन काल में गिराया गया था. इसी कार्यालय के पिछले हिस्से में बदमाशों के साथ कैश और पिस्टल बरामद हुई है. अब पुलिस और जांच एजेंसियां इस बात की पड़ताल करने में जुट गई हैं कि आखिर ये रुपए और हथियार यहां जमींदोज भवन में कब और किस लिए रखा गया था.
पुलिस दोनों पकड़े गए युवकों से भी पूछताछ कर रही है. बता दें कि प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड के बाद से अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन और उसका तीसरे नंबर का बेटा असद अहमद फरार हैं. शाइस्ता पर 25 हजार रुपए और असद पर पांच लाख रुपए का इनाम भी घोषित हो चुका है. अब पुलिस दोनों के खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी करने की तैयारी कर रही है.
ये भी पढ़ेंः Umesh Pal murder case : बम से हमला करने वाले गुड्डू मुस्लिम के घर पर भी चलेगा बुलडोजर