नई दिल्ली : रूस और यूक्रेन के युद्ध से उपजे मानवीय संकट पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमने पिछली गलतियों से नहीं सीखा और अभी भी युद्ध का सहारा लिया. उच्चतम न्यायालय ने अपने न्यायाधिकार के संबंध में कहा, हमारे पास कहने को ज्यादा कुछ नहीं है, लेकिन अदालत यूक्रेन में फंसे छात्रों को लेकर चिंतित है.
सुप्रीम कोर्ट ने अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल से कहा, यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए उठाए जा रहे सभी कदमों, माता-पिता के लिए हेल्पलाइन की संभावना आदि के बारे में केंद्र से निर्देश लें. इस पर अटॉर्नी जनरल ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि सरकार के मंत्री यूक्रेन से सटे देशों में रहकर भारतीय नागरिकों की स्वदेश वापसी के लिए हरसंभव कोशिश कर रहे हैं.
केके वेणुगोपाल ने बताया कि केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने याचिकाकर्ता छात्र से संपर्क किया है. उन्होंने बताया कि छात्र यूक्रेन की सीमा पर फंसे हुए हैं और अब रोमानिया पार कर गए हैं. अटॉर्नी जनरल ने शीर्ष अदालत को आश्वस्त किया कि आज रात अन्य व्यक्तियों के साथ विशेष उड़ान से छात्र भारत वापस लाए जाएंगे.
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बता दें कि भारतीयों को यूक्रेन से निकालने के प्रयासों को और तेज कर दिया गया है. भारतीय वायुसेना के सी-17 विमान भी भारतीयों को वहां से सुरक्षित निकालने के लिए चलाए जा रहे 'ऑपरेशन गंगा' में शामिल किए गए हैं. गौरतलब है कि पीएम मोदी दो बार रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात कर चुके हैं.