सतना। मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में हुए मासूम बच्ची के रेप कांड में सनसनीखेज जानकारी सामने आई है. अब तक यूपी प्रयागराज की बताई जा रही पीड़िता, असल में सतना जिले की रहने वाली है. जिले के जैतवारा कस्बे से चार दिन पहले वह लापता हुई थी. जिस पर उसके दादा ने जैतवारा थाना में अपहरण का केस दर्ज कराया था. मासूम घर से स्कूल के लिए निकली, लेकिन वापस नहीं लौटी. मासूम की गुमशुदगी 25 तारीख को जैतवारा थाने में दर्ज हुई थी. पुलिस ने तफ्तीश शुरू की और स्कूल ड्रेस में नाबालिग की पहचान हुई. उज्जैन महाकाल थाने में मासूम बच्ची बलात्कार की शिकार नाबालिग कोई और नहीं बल्कि सतना जिले की निकली.
उज्जैन रेप पीड़िता के पिता की मानसिक स्थिति ठीक नहीं: मध्य प्रदेश सतना जिले की एक आदिवासी परिवार की करीब 13 वर्षीय मासूम बच्ची जैतवारा थाना क्षेत्र से महज एक किलोमीटर दूर कोनिया गांव से लापता हुई. बच्ची स्कूल के लिए अपने घर से मझिगंवा माध्यमिक गई थी, लेकिन देर शाम तक जब वह घर वापस नहीं लौटी, तब छात्रा के दादा बच्ची को ढूंढने के लिए घर से निकले. क्योंकि मासूम बच्ची अपने दादा के साथ घर में रहती थी. जबकि मां 12 साल पूर्व पति और दुदमुही बच्ची को छोड़ किसी अन्य के साथ चली गई थी. वहीं बच्ची के पिता भी मानसिक रूप से बीमार हैं.
24 को घर से स्कूल के लिए निकली, फिर नहीं लौटी: पीड़ित बच्ची का पूर्ण रूप से मानसिक विकास नहीं हुआ है. हालांकि वो कक्षा आठवीं की छात्रा है. 24 तारीख की सुबह मासूम स्कूल ड्रेस में परीक्षा देने निकली, लेकिन घर वापस नहीं लौटी. जंगल से बकरिया लेकर लौटे दादा ने मासूम की खोज खबर ली. मगर कोई सुराग हाथ नहीं लगा. ऐसे में हर संभावित जगह में पता तलाश करने के बाद मासूम के दादा ने जैतवारा थाने में मासूम की गुमशुदगी दर्ज कराई. पुलिस ने इस मामले में पर अपराध क्रमांक 171/23 धारा 363 दर्ज कर तफ्तीश शुरू की. उज्जैन में दरिंदगी की शिकार हुई मासूम की खबर पर सतना पुलिस हरकत में आई. मीडिया रिपोर्ट में स्कूल ड्रेस में पीड़िता होने की खबर पर जब महाकाल थाने से संपर्क किया गया, तो पीड़िता की पहचान सतना जिले के जैतवारा थाना निवासी के रूप में हुई. पुलिस की एक टीम उज्जैन रवाना होकर मामले की तफ्तीश कर रही.