उज्जैन: महाकालेश्वर मंदिर में भी महंगाई की मार पड़ी है.बाबा महाकाल को चढ़ने वाला लड्डू ₹260 की जगह ₹300 में श्रद्धालुओं को मिलेगा. देश-विदेश से हर साल लाखों श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन करने आते हैं और अपने साथ में बाबा महाकाल का प्रसाद (new rate of mahakal laddu prasad ujjain )ले जाना नहीं भूलते हैं.लेकिन अब इसके लिए उन्हें 15 फीसदी ज्यादा पैसे देने होंगे. मंदिर के लड्डू प्रसाद को Fssai ने गुणवत्ता में 5 स्टार रेटिंग सर्टिफिकेट दिया हुआ है .
15 फीसदी महंगा हुआ महाकाल का प्रसाद
उज्जैन महाकाल मंदिर में प्रसाद बनाने में जो खर्च आता है और जितने में उसे बेचते हैं उसमें करीब 70 से 80 रु का अंतर है. यानि मंदिर को ये नुकसान हो रहा था. रेट तय किये गए हैं वो 20 से 30 रु बढ़ाये गए हैं. करीब 300 रू किलो के आस पास कीमत रहेगी. ujjain mahakal laddu prasad got expensive ) लेकिन ये लागत से अभी भी ज्याादा है. मंदिर समिति श्रद्धालुओं को प्रसाद नो प्रॉफिट नो लोस की तर्ज पर उपलब्ध करवाती है. प्रसादी को अब जल्द ही इंदौर एयरपोर्ट, उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर, रेल्वे स्टेशन बस स्टेशन पर भी काउंटर लगाकर बेचने की योजना है. जिससे श्राद्धालुओं को प्रसाद लेने में सुविधा हो.
शुद्ध देसी घी, बैसन, रवा, डॉयफ्रूट से बनता है प्रसाद
उज्जैन महाकाल मंदिर में दीपावली के बाद सालाना आय के दौरान लड्डुओं से होने वाले नुकसान का आंकलन किया गया था. जिसमें सामने आया कि 70 से 80 रु का नुकसान मंदिर समिति को प्रासद से हो रहा है. जिसके बाद ये निर्णय लिया गया कि 260 रु किलो बेचा जाने वाला प्रासद (pay 40 rupees more for mahakal laddu) करीब 300 रु तक किया जाए. जिससे मंदिर समिति को भी नुकसान ना हो और श्रद्धालुओं पर भी भार ना पड़े.
FSSAI ने लड्डुओं को दी है गुणवत्ता में 5 स्टार रेटिंग
हाल ही में पूरे भारत मे Fssai ने महाकालेश्वर मंदिर के प्रसाद को हाइजीन और गुणवत्ता में 5 स्टार रेटिंग सर्टिफिकेट दिया है. लड्डू प्रसाद तैयार करने के दौरान परिसर में कर्मचारियों की नियमित स्वास्थ जांच की जाती है. इसे घी, बैसन, रवा, डॉयफ्रूट से बनाया जाता है.विश्व प्रसिद्ध बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर मंदिर का प्रसिद्ध लड्डू प्रसाद विदेशों तक जाता है.
भारत में पहला ऐसा लड्डू प्रसाद है, जिसे फूड सेफ्टी ऐंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने हाइजीन 5 स्टार रेटिंग प्राप्त हुई है, जो कि दो साल तक के लिए है.