उधमपुर : जम्मू कश्मीर के उधमपुर आईईडी ब्लास्ट (udhampur ied blast) में मरने वाले शख्स का परिवार आज भी सरकारी मदद का मोहताज है. नौ मार्च को उधमपुर में आईईडी ब्लास्ट हुआ था, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. आज उसका परिवार जिला विकास परिषद (डीडीसी), जगानू के सदस्य परीक्षित सिंह से मिलकर सरकार से सहायता दिलाने की मांग की. साथ ही उन्होंने शिकायत की कि इस हादसे के कुछ दिनों के बाद जिला प्रशासन की मदद से रेडक्रॉस से उन्हें दो लाख रुपये की सहायता मिली थी. इसके बाद उन्हें किसी प्रकार की मदद नहीं मिली है.
वहीं, परीक्षित सिंह ने कहा कि सरकार के आदेश अनुसार, अगर कोई व्यक्ति आतंकी गतिविधियों में मारा जाता है तो उसके परिवार के एक सदस्य को SRO 43 के तहत नौकरी दी जाती है. यहां तक कि आर्थिक सहायता भी दी जाती है, लेकिन अभी तक केंद्र शासित प्रशासन की तरफ से इस परिवार के हित में कोई कदम नहीं उठाया गया है. उन्होंने यह भी बताया कि अगर व्यक्ति की किसी और कारण से मृत्यु होती है तो सरकार इसके परिवार को मुआवजा भी देती है. अब तक जिला प्रशासन की ओर से इस पीड़ित परिवार को केवल आर्थिक मदद ही मिली है.
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उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासन से मांग की कि जल्द से जल्द इस पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान की जाए और साथ में मारे गए व्यक्ति की पत्नी को सरकारी नौकरी दी जाए. इस परिवार की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर है.
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में नौ मार्च को एक संदिग्ध आतंकवादी हमले में जिला अदालत परिसर के बाहर हुए एक आईईडी विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी और 14 अन्य घायल थे. जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने तब बयान दिया था कि प्रारंभिक जांच में यह संकेत मिला है कि यह आतंकवादियों का एक कृत्य है, लेकिन हम मामले की जांच कर रहे हैं. जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और विभिन्न राजनीतिक दलों ने हमले की निंदा की. अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट अपराह्न करीब एक बजे सलाथिया चौक में हुआ, जहां फल और सब्जी विक्रेता अपने ठेले लगते हैं.