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अरुणाचल के तिराप में दो उल्फा (स्वतंत्र) कैडरों ने किया आत्मसमर्पण - यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम इंडिपेंडेंट

असम में यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम-इंडिपेंडेंट के दो सदस्यों ने अरुणाचल प्रदेश के तिराप में पुलिस के सामने आत्म समर्पण कर दिया. इन दो सदस्यों की पहचान मंजीत गोगोई उर्फ नीलोत्पल असोम और रोहिणी गोगोई उर्फ उपेन असोम के तौर पर हुई है.

ULFA (Independent) cadres surrender
उल्फा (स्वतंत्र) कैडरों ने किया आत्मसमर्पण
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 2, 2023, 6:50 PM IST

तिनसुकिया: यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम-इंडिपेंडेंट (उल्फा-आई) के दो सदस्यों ने सोमवार को पड़ोसी राज्य अरुणाचल प्रदेश के तिराप में आत्मसमर्पण कर दिया. प्राप्त जानकारी के अनुसार, उल्फा (आई) के सदस्य म्यांमार में शिविर से भाग गए और अरुणाचल प्रदेश के तिराप में असम राइफल्स नंबर 6 के सामने आत्मसमर्पण कर दिया.

आत्मसमर्पण करने वाले दो उल्फा (आई) सदस्यों की पहचान क्रमशः मंजीत गोगोई उर्फ नीलोत्पल असोम और रोहिणी गोगोई उर्फ उपेन असोम के रूप में की गई है. मंजीत गोगोई गोलाघाट जिले के नुमालीगढ़ का रहने वाला है और रोहिणी गोगोई डिब्रूगढ़ जिले के मोरन का मूल निवासी है.

दोनों के अनुसार, 38 वर्षीय मंजीत गोगोई 25 मई, 2022 को विद्रोही समूह में शामिल हुए थे, जबकि 33 वर्षीय रोहिणी गोगोई 17 मई, 2022 को विद्रोही समूह में शामिल हुआ था. इससे पहले प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन में चल रही नई भर्ती प्रक्रिया की खबरों के बीच करीब नौ साल के सशस्त्र संघर्ष के बाद उल्फा आई के एक सदस्य सोनसन मोरन उर्फ चंदन असोम ने 27 सितंबर को तिनसुकिया पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था.

चंदन असोम तिनसुकिया जिले के काकोपाथर का रहने वाला है. चंदन असोम 2015 में उल्फा (आई) में शामिल हो गया था और आत्मसमर्पण करने पर उसे तिनसुकिया पुलिस अरुणाचल प्रदेश के मेयो से लेकर आई थी. यह जानकारी सामने नहीं आई है कि चंदन असोम ने आत्मसमर्पण के समय कोई हथियार जमा किया था या नहीं. चंदन असोम ने समूह छोड़ने का कारण सामान्य जीवन जीने की अपनी इच्छा बताई.

अब, यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि क्यों एक के बाद एक उल्फा (आई) सदस्यों ने पुलिस या असम राइफल्स के सामने आत्मसमर्पण करना शुरू कर दिया है, क्योंकि दोनों पार्टियां घटनाक्रम के बारे में चुप्पी साधे हुए हैं. लेकिन ऐसा अनुमान है कि उग्रवादियों द्वारा इस तरह बार-बार आत्मसमर्पण करने से समूह पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.

तिनसुकिया: यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम-इंडिपेंडेंट (उल्फा-आई) के दो सदस्यों ने सोमवार को पड़ोसी राज्य अरुणाचल प्रदेश के तिराप में आत्मसमर्पण कर दिया. प्राप्त जानकारी के अनुसार, उल्फा (आई) के सदस्य म्यांमार में शिविर से भाग गए और अरुणाचल प्रदेश के तिराप में असम राइफल्स नंबर 6 के सामने आत्मसमर्पण कर दिया.

आत्मसमर्पण करने वाले दो उल्फा (आई) सदस्यों की पहचान क्रमशः मंजीत गोगोई उर्फ नीलोत्पल असोम और रोहिणी गोगोई उर्फ उपेन असोम के रूप में की गई है. मंजीत गोगोई गोलाघाट जिले के नुमालीगढ़ का रहने वाला है और रोहिणी गोगोई डिब्रूगढ़ जिले के मोरन का मूल निवासी है.

दोनों के अनुसार, 38 वर्षीय मंजीत गोगोई 25 मई, 2022 को विद्रोही समूह में शामिल हुए थे, जबकि 33 वर्षीय रोहिणी गोगोई 17 मई, 2022 को विद्रोही समूह में शामिल हुआ था. इससे पहले प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन में चल रही नई भर्ती प्रक्रिया की खबरों के बीच करीब नौ साल के सशस्त्र संघर्ष के बाद उल्फा आई के एक सदस्य सोनसन मोरन उर्फ चंदन असोम ने 27 सितंबर को तिनसुकिया पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था.

चंदन असोम तिनसुकिया जिले के काकोपाथर का रहने वाला है. चंदन असोम 2015 में उल्फा (आई) में शामिल हो गया था और आत्मसमर्पण करने पर उसे तिनसुकिया पुलिस अरुणाचल प्रदेश के मेयो से लेकर आई थी. यह जानकारी सामने नहीं आई है कि चंदन असोम ने आत्मसमर्पण के समय कोई हथियार जमा किया था या नहीं. चंदन असोम ने समूह छोड़ने का कारण सामान्य जीवन जीने की अपनी इच्छा बताई.

अब, यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि क्यों एक के बाद एक उल्फा (आई) सदस्यों ने पुलिस या असम राइफल्स के सामने आत्मसमर्पण करना शुरू कर दिया है, क्योंकि दोनों पार्टियां घटनाक्रम के बारे में चुप्पी साधे हुए हैं. लेकिन ऐसा अनुमान है कि उग्रवादियों द्वारा इस तरह बार-बार आत्मसमर्पण करने से समूह पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.

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