गोरखपुर: जनरल का टिकट लेकर एसी बोगी में यात्रा करने की जुगत में लगे एक इंजीनियर की गोरखपुर के रेलवे प्लेटफार्म पर टीटीई ने मिलकर जमकर पिटाई कर दी थी. इसका वीडियो वायरल हो रहा था. ईटीवी भारत ने भी इस खबर को प्रमुखता से चलाया था. अब इस मामले में कार्रवाई हो गई है. लखनऊ मंडल के सीनियर डीसीएम ने दो टीटीई को निलंबित कर दिया है. एक टीटीई के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की गई है. इन पर आरोप है कि इन्होंने नियम और कानून को ताक पर रखकर यात्री के साथ मारपीट की. पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने इस बात की पुष्टि की है और कहा है कि यात्री के साथ टीटीई को इस तरह का दुर्व्यवहार नहीं करना चाहिए था. इसलिए टीटीई कार्रवाई की जद में आए हैं.
मामला यह था कि एक इंजीनियर टीटीई से जनरल का टिकट लेकर एसी बोगी में अपने लिए सीट मांग रहा था. यात्री पश्चिमी उत्तर प्रदेश का है. वहां की भाषा में आप की जगह लोग तुम बोल देते हैं. यही तुम शब्द गोरखपुर से दिल्ली जाने वाली गोरक्षधाम एक्सप्रेस ट्रेन के एसी बोगी के टीटीई को अच्छी नहीं लगी. वह इंजीनियर से धक्का-मुक्की कर बैठा. इस पर इंजीनियर ने भी प्रतिकार किया. फिर टीटीई पूरी तरह से आगबबूला हो गया और यात्री को बोगी से खींचकर बाहर प्लेटफार्म पर ले आया.
यहां पर अन्य टीटीई ने भी मिलकर यात्री की जमकर पिटाई की. यही नहीं इन्होंने पीटने के बाद जीआरपी को लिखित तहरीर देकर इंजीनियर को गिरफ्तार भी करा दिया. जीआरपी ने उसे जेल भेज दिया. लेकिन, इस मामले का जो वीडियो वायरल हो रहा है. उसमें टीटीई द्वारा पिटाई के वीडियो को न तो जीआरपी ने संज्ञान लिया है और न ही पीड़ित की तरफ से अभी कोई तहरीर मिली है. ऐसा जीआरपी के इंस्पेक्टर का कहना है. इस कारण टीटीई के खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज नहीं हो पाया है.
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