बेंगलुरू: कर्नाटक में कांग्रेस के दो और विधायकों ने आगामी विधानसभा चुनाव में सिद्धारमैया को पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश किए जाने का समर्थन किया है. बता दें, विधानसभा चुनाव दो वर्ष बाद होने वाले हैं.
इससे पहले बीजेड जमीर, अहमद खान और राघवेंद्र हिंतल भी विधानसभा में विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री की उम्मीदवारी का समर्थन कर चुके हैं. अब उनके साथ काम्पली से विधायक जेएन गणेश और हगरीबोम्मनहल्ली से विधायक भीमा नायक ने भी उनकी उम्मीदवारी का समर्थन किया है. गणेश ने संवाददाताओं से कहा कि जब लोग भाजपा सरकार से हताश हैं, तो वे सिद्धारमैया की तरफ देख रहे हैं. मुख्यमंत्री के तौर पर उनके काम से समाज के हर तबके को सहयोग मिला. अगर उनकी तरह का भद्र पुरुष मुख्यमंत्री बनता है तो पूरे राज्य को फायदा होगा.
नायक ने भी गणेश के सुर में सुर मिलाया. नायक ने संवाददाताओं से कहा कि सिद्धारमैया के पांच वर्ष के शासन काल में हमने सिंचाई परियोजनाओं और विभिन्न सामाजिक कल्याण योजनाओं पर काफी धन खर्च किया। लोग सिद्धारमैया के योगदान को जानते हैं. कुछ विधायकों की भावनाओं पर सिद्धारमैया ने कहा कि यह उनके निजी विचार हैं न कि पार्टी का विचार है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मैने कभी भी हिंतल को पक्ष में बयान देने के लिए नहीं कहा. सिद्धारमैया ने बेल्लारी में संवाददाताओं से कहा कि क्या मैंने कभी कहा कि मैं मुख्यमंत्री बनूंगा या पार्टी ने ऐसा निर्णय किया है? नहीं. इस तरह की चर्चा पार्टी में नहीं हुई है। इसलिए इस तरह के मुद्दों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है और यह चर्चा का मुद्दा नहीं है. कांग्रेस विधायकों के ये बयान ऐसे समय में आये हैं जब पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने दिल्ली में पार्टी नेता राहुल गांधी से मुलाकात की है.
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उनके नजदीकी सूत्रों ने बताया कि शिवकुमार ने राहुल गांधी से कहा कि ऐसे समय में जबकि चुनाव दो साल दूर हैं सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री के तौर पर पेश करने की शरारत की जरूरत नहीं थी.
पीटीआई-भाषा