काबुल : काबुल के हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर 26 अगस्त को हुए भीषण विस्फोट में एक महिला टीवी एंकर सहित दो पत्रकार भी शामिल थे. एक स्वतंत्र मीडिया समूह ने रविवार को यह जानकारी दी. अफगानिस्तान पत्रकार केंद्र (एएफजेसी) ने एक ट्विटर पोस्ट में कहा, 'राहा न्यूज एजेंसी के संवाददाता अली रजा अहमदी और जहां-ए-सिहत टीवी चैनल की पूर्व प्रजेंटर नजमा सादेकी हवाईअड्डे पर हुए हमले में मारे गए.'
पूर्वी हवाई अड्डे के गेट पर हुए आत्मघाती विस्फोट में 13 अमेरिकी सैनिकों सहित लगभग 200 लोग मारे गए और सैकड़ों अन्य घायल हो गए, जब भारी भीड़ निकासी उड़ानों का इंतजार कर रहे थे. पीड़ितों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं और इस्लामिक स्टेट आतंकी समूह के एक स्थानीय सहयोगी आईएस-के ने हमले की जिम्मेदारी ली है. पिछले दो दशकों में अफगानिस्तान में 100 से अधिक पत्रकार मारे गए हैं, जिससे एशियाई देश पत्रकारों के लिए सबसे खतरनाक देशों में से एक बन गया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि उनके सैन्य कमांडरों ने उन्हें सूचित किया था कि अफगानिस्तान में एक और हमला 'अगले 24-36 घंटों में' होने की संभावना है. पेंटागन के अनुसार, इस हमले का बदला लेने के लिए, अमेरिकी सेना ने 27 अगस्त को नंगरहार प्रांत में आतंकवादी समूह के खिलाफ एक ड्रोन हमला किया, जिसमें दो 'हाई-प्रोफाइल' सदस्य मारे गए और एक अन्य घायल हो गए.
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काबुल में रविवार तड़के जारी एक नए सुरक्षा अलर्ट में, अमेरिकी विदेश विभाग ने सभी अमेरिकी नागरिकों को 'विशिष्ट, विश्वसनीय खतरे' का हवाला देते हुए काबुल हवाई अड्डे के तीन गेटों को तुरंत छोड़ने और हवाई अड्डे की यात्रा करने से बचने की सलाह दी. हालांकि विभाग ने खतरे की प्रकृति के बारे में खुलासा नहीं किया.
(आईएएनएस)